देशभर के अपराधी क्यों पहुंचे दिल्ली, तिहाड़ जेल जाने के लिए आखिर होड़ क्यों मचाए हैं कैदी?
Tihar Jail Prisoners Queues: कोरोना के दौरान जेल से भीड़ को कम करने के लिए कई कैदियों को पेरोल या जमानत पर रिहा किया गया था। इसके बाद से ये कैदी बाहर थे। सुप्रीम कोर्ट ने इन कैदियों को दोबारा सरेंडर करने के लिए 15 दिन का समय दिया था।
तिहाड़ जेल
Tihar Jail: क्या आपने कभी सुना है कि जेल जाने के लिए भी होड़ मच सकती है? नहीं न...हालांकि, ऐसा जरूर हुआ है। दिल्ली में तिहाड़ जेल जाने के लिए कैदियों में होड़ मची हुई है, पूरे अनुशासन और सभ्य तरीके से बड़े-बड़े दुर्दांत अपराधी लाइन लगाए हुए हैं और अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। ये कैदी देशभर से दिल्ली की तिहाड़ जेल में सरेंडर करने के लिए पहुंचे हैं।
दरअसल, कैदियों की इस लंबी लाइन के पीछे सुप्रीम कोर्ट का एक अल्टीमेटम है, जिसकी समयसीमा आज यानी 8 अप्रैल को खत्म हो रही है। ऐसे में पुलिसिया सख्ती से बचने किे लिए देशभर के अपराधी तिहाड़ जेल के बाहर जमा हो गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने 15 दिन में सरेंडर करने का दिया था आदेशबता दें, कोरोना की पहली लहर के दौरान संक्रमण का खतरा कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कई कैदियों को जमानत या पैरोल पर रिहा किया था। ऐसा जेल से भीड़ को कम करने के लिए किया गया था। ये कैदी पिछले दो से तीन साल से जेल से बाहर चल रहे थे। बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने इन सभी कैदियों को सरेंडर करने का आदेश दिया था। उन्हें 15 दिन का समय दिया गया था, जिसकी समयसीमा आज खत्म हो रही है।
चार हजार से ज्यादा कैदी हुए थे रिहाकोरोना की पहली लहर को दौरान सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चार हजार से ज्यादा कैदियों को पेरोल या जमानत पर रिहा किया गया था। अप्रैल 2020 के आदेश के मुताबिक, 4683 कैदियों की रिहाई की गई थी। इसमें 1184 कैदी दोषी करार दिए गए थे, जबकि अन्य विचाराधीन कैदी थे। अब जब सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिया गया अल्टीमेटम खत्म हो रहा है तो ये कैदी सरेंडर करने के लिए तिहाड़ जेल के बाहर पहुंच गए हैं। जेल के बाहर कैदियों की एक लंबी लाइन देखी गई है और वे अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
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प्रांजुल श्रीवास्तव author
मैं इस वक्त टाइम्स नाउ नवभारत से जुड़ा हुआ हूं। पत्रकारिता के 8 वर्षों के तजुर्बे में मुझे और मेर...और देखें
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