सबसे कम समय में श्रद्धा के हत्यारे को कोर्ट से दिलाएंगे कठोरतम सजा, धर्मांतरण कानून पर भी बोले अमित शाह

Times now Summit 2022 : धर्मांतरण कानून के बारे में समारोह में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'राज्यों में जहां पर भी हमारी सरकारे है वहां पर धर्मांतरण के खिलाफ कानून है और उसका पालन सख्ती से कराया जा रहा है। कोई भी अपने धर्म का प्रचार कर सकता है लेकिन लालच देकर, पैसे देकर अथवा जबरन किसी का धर्म नहीं बदला जा सकता।'

Times now Summit 2022 : श्रद्धा मर्डर केस के बारे में गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि सरकार कोर्ट के माध्यम से यह सुनिश्चित करेगी कि दोषी को कठोरतम सजा मिले। श्रद्धा मर्डर मामले में जो भी व्यक्ति जिम्मेदार है, उसे बेहद कम समय में कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी और पूरे केस पर उनकी सीधी नजर है। गृह मंत्री ने यह बात टाइम्स नाउ समिट 2022 में कही। टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन-चीफ नाविका कुमार के साथ फायर चैट सेशन में गृह मंत्री ने गुजरात चुनाव, धर्मांतरण कानून से लेकर जम्मू और कश्मीर सहित कई अहम मुद्दों पर सरकार और पार्टी के विजन पर बात की।

जहां हमारी सरकारें वहां धर्मांतरण के खिलाफ कानून-शाह

धर्मांतरण कानून के बारे में समारोह में गृह मंत्री ने कहा, 'राज्यों में जहां पर भी हमारी सरकारे है वहां पर धर्मांतरण के खिलाफ कानून है और उसका पालन सख्ती से कराया जा रहा है। कोई भी अपने धर्म का प्रचार कर सकता है लेकिन लालच देकर, पैसे देकर अथवा जबरन किसी का धर्म नहीं बदला जा सकता। हमने धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाए हैं और उसे प्रभावी तरीके से लागू कराया जा रहा है।' गृह मंत्री ने कहा कि राज्यों के धर्मांतरण कानून में धर्म का प्रचार और लालच देकर एवं अन्य तरीकों से लोगों का धर्म बदलना -दोनों के बारे में अंतर को बताया गया है। राष्ट्रीय स्तर पर धर्मांतरण के खिलाफ जहां तक कानून लाने की बात है तो यह एक 'संवेदनशील' मामला है। हमें यह देखना होगा कि क्या राष्ट्रीय स्तर धर्मांतरण के खिलाफ कोई कानून लाने की जरूरत है।

'अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में आया बदलाव'

अनुच्छेद 370 के हटाने और उसके बाद कश्मीर में आए बदलाव के सवाल पर गृह मंत्री ने कहा कि एक समय यह कहा जाता था कि अनुच्छेद 370 , जम्मू और कश्मीर को जोड़ने की डोर है। इसे छूना मत हाथ जल जाएगा। लेकिन मोदी सरकार ने न केवल उसे हटाया बल्कि राज्य में विकास का नया अध्याय भी शुरू किया। आज वहां 30 हजार सरपंच हैं, अब तक 56 हजार करोड़ का निवेश आ चुका है और पहली बार राज्य में 80 लाख पर्यटक आए हैं। इसके अलावा राज्य की भाषाओं को जगह दी गई है, पिछड़ों को आरक्षण दिया गया है। राज्य में हर घर को बिजली, हर घर को नल पहुंचाने का काम पूरा हो चुका है। 5 लाख रुपये तक आयुष्मान भारत योजना को लोगों को लाभ दिया जा रहा है।

End Of Feed