VIDEO: मोदी के बाद योगी के खिलाफ नफरत की टूल किट, हिंदुस्तान को बदनाम करने की साजिश?
पीएम नरेंद्र मोदी को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ देश में ही नहीं अब विदेश से भी नफरती साजिश चल रही है। योगी आदित्यनाथ के दावोस जाने की खबर से इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने प्रोपेगेंडा शुरू कर दिया।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ देश में ही नहीं अब विदेश से भी नफरती साजिश चल रही है। योगी और मोदी सबका साथ सबका विकास की बात कर रहे हैं तो विरोधियों को ये रास नहीं आ रहे। जैसे पहले प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नफरती एजेंडा चलाया गया था अब ऐसा ही नफरती टूलकिट योगी आदित्यनाथ के खिलाफ एक्टिवेट किया जा रहा है।
दरअसल दावोस में विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक चल रही है। इस बैठक में भारत समेत 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को भी इस मंच में शामिल होने के लिए पहले लिस्टेड किया गया था लेकिन योगी आदित्यनाथ के दावोस जाने की खबर से इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने प्रोपेगेंडा शुरू कर दिया। हालांकि योगी आदित्यनाथ दावोस गए ही नहीं है। नफरती गैंग ने योगी के खिलाफ टूलकिट तैयार किया और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम को चिट्ठी तक लिख डाली।
पहले आपको बताते हैं इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने ट्वीट कर क्या लिखा, हिंदू मिलिटेंट साधु योगी आदित्यनाथ के मानवता के खिलाफ अपराधों को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम वैध ठहरा रहा है! योगी आदित्यनाथ जो भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते रहे हैं वो 16 से 20 जनवरी तक दावोस में #WorldEconomicForum में भाग ले रहे हैं।
इस नफरती गैंग ने जो चिट्ठी लिखी उसमें योगी आदित्यनाथ पर कई आरोप लगाए
- चिट्टी में आरोप लगाया गया कि योगी राज में एनकाउंटर के नाम पर एक्स्ट्रा जुडिशियल किलिंग की।
- एंटी सीएए प्रोटेस्ट में मुस्लिमों को टारगेट किया।
- एंटी सीएए प्रोटेस्ट में मुस्लिमों पर गोलियां चलीं।
- दिसंबर 2019 में सीएए विरोध प्रदर्शन में 22 मुस्लिम मारे गए।
- एंटी सीएए प्रोटेस्ट में 4500 लोग अवैध रूप से हिरासत में लिए गए।
- मानवाधिकार के लिए काम करने वालों को जबरन शांत करवाया गया।
- मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर 100 से ज्यादा केस लादे गए।
- मुस्लिम कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से योगी सरकार ने टारगेट किया।
- मुस्लिम और दूसरे अल्पसंख्यकों के घर गिराए गए।
- योगी और उनके मंत्रियों के भड़काऊ बयानों से अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध बढ़े।
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ इंटरनेशनल साजिश के बाद सियासत तेज हो गई है बीजेपी इसे साजिश के तहत प्रोपेगेंडा बता रही है तो समाजवादी पार्टी IAMC के बहाने योगी पर हमलावर है। लेकिन क्या योगी आदित्यनाथ सच में मुसलमान विरोधी हैं? क्या नफरती गैंग विरोध के नाम पर ऐसा प्रोपेगेंडा चला रहा है ?
- 45 लाख आवास दिए जिसमें 35 फीसदी मुस्लिम आबादी को आवास मिले।
- 15 करोड़ लोगों को राशन दे रहे हैं, इनमें 5 करोड़ मुस्लिम हैं।
- 9 करोड़ लोगों को आयुष्मान योजना का कवर, इनमें 3 करोड़ मुस्लिम हैं।
इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ ने यूपी में मुसलमानों के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। मुस्लिम युवकों को रोजगार मिले साथ ही मुस्लिम बहुल इलाकों में विकास के लिए योगी सरकार तमाम काम कर रही है वो आंकड़े हम आपको टीवी स्क्रीन पर भी दिखा रहे हैं। कई रिपोर्ट्स और चुनावी नतीजे बता रहे हैं कि आज यूपी का मुसलमान योगी के साथ खड़ा है। योगी लगातार दूसरी बार यूपी के सीएम बने हैं, उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। शायद यही वजह है कि धर्म के ठेकेदारों और विरोधियों को ये रास नहीं आ रहा है।
ऐसे में आज के सवाल हैं
मोदी के बाद योगी के खिलाफ नफरत की टूल किट?
सबका साथ, सबका विकास में भाईजान का 'विश्वासघात'?
योगी की इंटरनेशनल ब्रैंडिंग Vs IAMC का प्रोपेगेंडा ?
योगी के बहाने हिंदुस्तान को बदनाम करने की साजिश?
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