खत्म होगा कोलकाता में ऐतिहासिक ट्राम का 150 साल का सफर, सिर्फ एक ही रूट पर चलाने की तैयारी

परिवहन मंत्री ने तर्क दिया कि कोलकाता की जनसंख्या और वाहनों की संख्या कई गुना बढ़ गई है, लेकिन सड़क की जगह में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। कलकत्ता में सड़क की जगह लगभग छह प्रतिशत बनी हुई है जो मुंबई और दिल्ली से काफी कम है।

Tram kolkata

कोलकाता में ट्राम सेवा होगी सीमित

Calcutta Trams: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ऐतिहासिक ट्राम अब बंद होने के कगार पर है। अब यह नाममात्र के लिए सिर्फ एक ही रूट पर चलेगी ताकि इसकी विरासत को जिंदा रखा जा सके। राज्य सरकार ने एक रूट को छोड़कर बाकी रूट्स पर बंद करने की तैयारी कर ली है। पश्चिम बंगाल के परिवहन मंत्री स्नेहासिस चक्रवर्ती ने कहा है कि राज्य सरकार केवल एस्प्लेनेड और मैदान के बीच ट्राम चलाएगी और बाकी हिस्सों को हटा देगी। परिवहन विभाग एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है जिसे कलकत्ता हाई कोर्ट समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा जिसने राज्य को विरासत ट्राम को संरक्षित करने के तरीके खोजने के लिए कहा था। मंत्री ने कहा, हम एस्प्लेनेड और मैदान के बीच एक सजी हुई ट्राम कार चलाएंगे। यह उन लोगों के लिए होगा जो शहर आते हैं और इसमें सवारी करना चाहते हैं। लेकिन हम बाकी रूट को हटा देंगे। हम कलकत्ता हाई कोर्ट को भी ये जानकारी देंगे।

सिर्फ तीन रूट पर चलती है ट्राम

2015 में 25 ट्राम रूट से कलकत्ता द्वारा ट्राम सेवा के 150 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने के एक साल बाद यह सेवा अब केवल तीन रूट पर उपलब्ध है। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि कुछ रूट्स पर सेवाएं रोक दी गईं क्योंकि पटरियां संरचनात्मक रूप से कमजोर पुलों से होकर गुजरती हैं। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कार्य के कारण कुछ मार्गों को बंद करना पड़ा है। कुछ अन्य, जैसे एस्प्लेनेड-किडरपोर रूट जिसका अधिकांश हिस्सा मैदान से होकर गुजरता है, मई 2020 में चक्रवात अम्फान के आने के बाद से बंद कर दिया गया है।

कोलकाता में सड़क की जगह बेहद कम

चक्रवर्ती ने कहा, कोलकाता की जनसंख्या और वाहनों की संख्या कई गुना बढ़ गई है, लेकिन सड़क की जगह में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। कलकत्ता में सड़क की जगह लगभग छह प्रतिशत बनी हुई है जो मुंबई और दिल्ली से काफी कम है। वहीं, कलकत्ता ट्राम यूजर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष देबाशीष भट्टाचार्य ने सवाल उठाते हुए कहा, हमारे जैसे शहर में जहां वाहनों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है, ट्राम परिवहन का सबसे अधिक ऊर्जा कुशल और हरित साधन है। राज्य सरकार ट्राम मार्गों को पुनर्जीवित करने के बारे में अनिच्छुक कैसे हो सकती है?

मेट्रो रेल सेवा प्रदूषण-मुक्त

चक्रवर्ती ने कहा कि अगर हाई कोर्ट हरित ऊर्जा और ट्राम के परिवहन का गैर-प्रदूषणकारी साधन होने पर सवाल उठाता है, तो राज्य तर्क देगा कि मेट्रो रेल सेवा प्रदूषण-मुक्त है। बंगाल में हमारे पास पहले से ही एक लाख से अधिक ई-वाहन पंजीकृत हैं। कार्बन फुटप्रिंट को बचाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन सिर्फ इसलिए कि ट्राम गैर-प्रदूषणकारी हैं, उनकी सेवाओं को बहाल करने का कोई तर्क नहीं हो सकता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited