रिमोट ब्लास्ट नहीं था उदयपुर रेलवे ट्रैक धमाका, इमल्शन का किया था इस्तेमाल, NIA ने किया खुलासा

Udaipur railway track blast : राजस्थान में उदयपुर के पास एक रेलवे पुल पर पटरी पर हुए विस्फोट की जांच राजस्थान आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस-एसओजी) से करवाई जाएगी। NIA सूत्रों के मुताबिक डेढ़ किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था।

उदयपुर रेलवे ट्रैक धमाके में नया खुलासा

Udaipur railway track blast : NIA सूत्रों के मुताबिक उदयपुर रेलवे ट्रैक धमाके में डेढ़ किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। विस्फोटक का नाम इमल्शन था। इस धमाके में लोकल ब्लास्ट किट का इस्तेमाल किया गया था जिसे बैटरी द्वारा संचालित किया गया था, यह रिमोट ब्लास्ट नहीं था क्योंकि जांच एजेंसियों को अभी इसमें कोई पावर प्वॉइंट नहीं मिला है।

संबंधित खबरें

जांच एजेंसियों को ब्लास्ट किट में अभी तक कोई इलेक्ट्रिक मेथड नहीं मिला है। सूत्रों के मुताबिक प्राथमिक जांच में यह भी बात सामने आई है कि लोकल क्रिमिनल की मदद ली गई थी यह ब्लास्ट किट को तैयार करने में। जिस तरीके के सबूत हैं और यह ब्लास्ट किट तैयार की गई है उससे इस बात की पूरी संभावना है इस किट को कैसे तैयार करना था उसके निर्देश लोकल लोगों को बराबर किसी एक्सपर्ट हैंडलर से बराबर मिल रहे थे, यह हैंडलर बाहरी मुल्कों के भी हों।

संबंधित खबरें

शुरुआती जांच केंद्रीय एजेंसियों के इस बात की ओर भी इशारा कर रही है कि धमाके का मकसद रेलवे ट्रैक को ही नुकसान पहुंचाना था जिससे ट्रेन आवाजाही में गतिरोध पैदा हो या फिर ट्रैक टूटने की वजह से ट्रेन ऐक्सीडेंट हो। ब्लास्ट किट फिट करने में ली गई थी स्थानीय लोगों की मदद, मतलब बलास्ट को लोकल नेटवर्क की मदद से अंजाम दिया गया।

संबंधित खबरें
End Of Feed