बाल ठाकरे का असली वारिस कौन ! दशहरा रैली से मिलेगा राजनीतिक संदेश

शक्ति प्रदर्शन के लिए उद्धव ठाकरे गुट मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में अपनी रैली आयोजित करेगा। वहीं शिंदे गुट बांद्रा के एमएमआरडीए मैदान में रैली का आयोजन करेगा। दोनों गुट ने दावा किया है कि वह बाल ठाकरे के आदर्शों को आगे ले जाने के असली हकदार हैं। ऐसे में दशहरा रैली दोनों गुटों के लिए बेहद अहम है।

उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे एक बार फिर होंगे आमने-सामने

मुख्य बातें
  • शक्ति प्रदर्शन के लिए उद्धव ठाकरे गुट मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में अपनी रैली आयोजित करेगा।
  • शिंदे गुट बांद्रा के एमएमआरडीए मैदान में रैली का आयोजन करेगा।
  • बाला साहेब ठाकरे का असली उत्तराधिकारी कौन की है लड़ाई।

Dussehra Rally: शिव सेना के इतिहास में महाराष्ट्र की दशहरा रैली इस बार बेहद अलग है। क्योंकि शिवसेना की स्थापना के 56 साल बाद पहली बार मुंबई (Mumbai) में दो दशहरा रैलियों (Dussehra Rallies) का आयोजन होगा। एक रैली बाला साहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना द्वारा आयोजित की जाएगी। जबकि दूसरी रैली एकनाथ शिंदे गुट की होगी। जो कि अपने को असली शिव सेना कह रही है। जाहिर है इस बार दशहरा रैली के जरिए एक तरफ उद्धव ठाकरे अपनी खोई हुई ताकत को दोबारा स्थापित करने का प्रदर्शन करेंगे। वहीं दूसरी तरफ शिंदे अपनी ताकत के जरिए जनता को यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि बाला साहेब की असली शिव सेना अब उनके पास है।

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टीजर के जरिए दोनों गुट दे रहे हैं संदेश

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शक्ति प्रदर्शन के लिए उद्धव ठाकरे गुट मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में अपनी रैली आयोजित करेगा। वहीं शिंदे गुट बांद्रा के एमएमआरडीए मैदान में रैली का आयोजन करेगा। दोनों गुट ने दावा किया है कि वह बाल ठाकरे के आदर्शों को आगे ले जाने के असली हकदार है। अपनी ताकत दिखाने और ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए दोनों गुटों ने टीजर जारी कर दिया है। जिसमें दोनों गुट एक-दूसरे पर तंज कसते नजर आ रहे हैं।

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