अमेरिका ने दी बड़ी रक्षा खरीद को मंजूरी, भारत को बेचेगा एंटी सबमरीन हथियार, 52.8 मिलियन डॉलर का सौदा

Anti-Submarine Warfare Sonobuoys : भारत और अमेरिका के बीच एक बड़ा रक्षा सौदा हुआ है। अमेरिकी रक्षा मंत्रीलय ने कहा है कि एंटी सबमरीन हथियार जिसे एंटी सबमरीन वारफेयर सोनोबुओस नाम से जाना जाता है, विदेश मंत्री ने भारत को बेचने की मंजूरी दे दी है।

अमेरिका और भारत के बीच हुआ बड़ा रक्षा समझौता।

मुख्य बातें
  • अमेरिका और भारत के बीच हुआ बड़ा रक्षा समझौता
  • 52.8 मिलियन डॉलर की लागत से हथियार खरीदेगा भारत
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चार दिनों के दौरे पर पहुंचे हैं अमेरिका

Anti-Submarine Warfare Sonobuoys : भारत और अमेरिका के बीच एक बड़ा रक्षा सौदा हुआ है। अमेरिकी रक्षा मंत्रीलय ने कहा है कि एंटी सबमरीन हथियार जिसे एंटी सबमरीन वारफेयर सोनोबुओस नाम से जाना जाता है, विदेश मंत्री ने भारत को बेचने की मंजूरी दे दी है। इस सौदे के तहत एंटी-सबमरीन हथियार, उसके उपकरण और इससे जुड़ी अन्य सेवाएं भारत को बेची जाएंगी। इसकी कुल अनुमानित लागत 52.6 मिलियन डॉलर है। बता दें कि यह रक्षा सौदा उस समय हुआ है जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने चार दिन के दौरे पर अमेरिका में हैं।

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय का बयान

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के अधीन आने वाले रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी ने अपने एक बयान में कहा है कि एंटी सबमरीन वारफेयर सोनोबुओस भारत को बेचने के लिए विदेश मंत्री ने संभावित विदेशी सैन्य खरीद को मंजूरी दे दी है। इसकी लागत 52.8 मिलियन डॉलर है। भारत सरकार ने अमेरिका से AN/SSQ-53G हाई एल्टीट्यूड एंटी सबमरीन वारफेयर (HAASW) सोनोबुओस, AN/SSQ-62F HAASW सोनोबुओस, AN/SSQ-36 सोनोबुओस, टेक्निकल और पब्लिकेशंस एवं डाटा डॉक्यूमेंटशन, कॉन्ट्रैक्टर इंजीनियरिंग, टेक्निकल सपोर्ट, लॉजिस्टिक, सर्विस एवं सपोर्ट की खरीद करने का अनुरोध किया था। इस पूरे सौदे की लागत 52.8 मिलियन डॉलर है।

राजनाथ सिंह की रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात कर दोनों देशों के बीच मौजूदा रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की। सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'मेरे प्रिय मित्र अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ शानदार बैठक हुई। हमने मौजूदा रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा की तथा इसे प्रगाढ़ बनाने के तरीकों पर चर्चा की। आपूर्ति सुरक्षा व्यवस्था पर हस्ताक्षर तथा प्रमुख अमेरिकी कमान में भारतीय अधिकारियों की तैनाती के लिए समझौता ऐतिहासिक घटनाक्रम हैं।' सिंह दोनों देशों के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर बृहस्पतिवार को यहां पहुंचे। सिंह ने अपनी इस यात्रा के दौरान भारतीय समुदाय से भी बातचीत की।

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