UP में विधानसभा की 10 रिक्त सीट पर उपचुनाव में कड़ा मुकाबला होने के आसार, सपा-भाजपा के छूट सकते हैं पसीने

By Elections: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में BJP के मुकाबले विपक्षी गठबंधन इंडिया के बेहतर प्रदर्शन के बाद अब 10 रिक्त सीटों पर उपचुनाव के लिए मुकाबला कड़ा होने के आसार हैं। बता दें, लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव समेत नौ विधानसभा सदस्यों के सांसद चुने जाने और एक विधायक को सजा सुनाये जाने के बाद उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में 10 सीट रिक्त हो गयी हैं।

यूपी विधानसभा की 10 रिक्त सीटों पर होगा उपचुनाव

By Elections: हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव-2024 में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के मुकाबले विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के बेहतर प्रदर्शन के बाद अब 10 रिक्त सीटों पर उपचुनाव के लिए मुकाबला कड़ा होने के आसार हैं साथ ही सत्तारूढ़ दल के समक्ष अपनी पकड़ दोबारा मजबूत करने का दबाव है। यद्यपि भारत निर्वाचन आयोग ने अभी उपचुनाव की तारीख तय नहीं की है, लेकिन लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस की बड़ी जीत के बाद मतदाताओं की कसौटी पर खुद को खरा साबित करने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सामने बेहतर प्रदर्शन की चुनौती है। सपा और कांग्रेस दोनों ने 10 सीट पर उपचुनाव मिलकर लड़ने का फैसला किया है। वहीं सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।

उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होना है उपचुनाव

लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव समेत नौ विधानसभा सदस्यों के सांसद चुने जाने और एक विधायक को सजा सुनाये जाने के बाद उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में 10 सीट रिक्त हो गयी हैं और इन्हीं सीट के लिए उपचुनाव होने हैं। यूपी विधानसभा के विशेष सचिव ब्रजभूषण दुबे ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग को 10 सीट रिक्त होने की सूचना भेज दी गयी है और प्रक्रिया के तहत छह माह के भीतर इन सीट पर उपचुनाव कराये जा सकते हैं। वर्ष 2022 में इनमें से पांच सीटें समाजवादी पार्टी ने जीती थीं जबकि एक सीट तब उसके गठबंधन में रहे राष्‍ट्रीय लोकदल (रालोद) ने जीती। एक सीट भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी के खाते में गई जबकि तीन सीटें भाजपा ने जीती थीं।
हालांकि उपचुनाव के नतीजे राज्य विधानसभा में भाजपा के लिए संख्यात्मक रूप से महत्वहीन होंगे क्योंकि वहां उसके पास पर्याप्त बहुमत है लेकिन नतीजे दोनों पक्षों के मनोबल को प्रभावित करेंगे क्योंकि भाजपा को कोई और नुकसान विपक्षी सपा और कांग्रेस को अपनी बढ़त को और मजबूत करने में मदद करेगा। सपा और कांग्रेस ने जहां विश्वास व्यक्त किया है कि वे अपनी जीत का सिलसिला जारी रखेंगे वहीं भाजपा भी अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए उपचुनावों में कुछ खास करने की तैयारी कर रही है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित ने कहा कि कहीं कोई दबाव नहीं है बल्कि राजग पूरी मजबूती के साथ उपचुनाव लड़ेगा। भाजपा का कार्यकर्ता हमेशा जनसेवा और चुनाव के लिए तैयार रहता है और जाहिर सी बात है कि विधानसभा की सीटें रिक्त हुई हैं तो पार्टी पूरी मजबूती से चुनाव लड़ेगी और खास उपलब्धि हासिल करेगी।
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Shashank Shekhar Mishra author

शशांक शेखर मिश्रा टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल (www.timesnowhindi.com/ में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रहे ह...और देखें

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