Uttarakhand Global Investors Summit in London: कई MoU पर सीएम धामी ने किए साइन, बोले- पैदा होंगे रोजगार

Uttarakhand Global Investors Summit in London: लंदन में उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। साथ ही कहा कि इससे प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

Uttarakhand Global Investors Summit in London

Uttarakhand Global Investors Summit in London: सीएम धामी ने कई एमओयू पर किए साइन

Uttarakhand Global Investors Summit in London: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लंदन में कहा कि उत्तराखंड के रियल एस्टेट बाजार में अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार राज्य में दो नए शहर बनाने पर काम कर रही है। लंदन में उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को संबोधित करते हुए पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ब्रिटेन का रियल एस्टेट बाजार आवासीय विकास से लेकर वाणिज्यिक बुनियादी ढांचे तक विभिन्न अवसर प्रदान करता है। लंदन और मैनचेस्टर जैसे शहर इसके अच्छे उदाहरण हैं। उत्तराखंड में भी अपार संभावनाएं हैं। हम राज्य में दो नए शहर बनाने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड ने टैक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाई है और इन क्षेत्रों में ब्रिटेन का अनुभव राज्य को मदद करेगा। सीएम धामी की उपस्थिति में उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड में 1000 करोड़ रुपए के निवेश के लिए लंदन में उषा ब्रेको लिमिटेड के अध्यक्ष प्रशांत झावर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। फ्रांसीसी केबल कार कंपनी पोमा रोपवे के साथ 2000 करोड़ रुपए के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा कि इस निवेश के जरिए राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। हम उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के जरिए 2.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश के लक्ष्य को हासिल करने के साथ-साथ राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड और ब्रिटेन में प्रमुख समानता यह है कि यहां टेम्स नदी है जिसके पुनर्जीवन की परियोजनाएं गतिमान हैं। उत्तराखंड में भी गंगा और उसकी सहायक नदियां हैं, बहुत सारी नदियां ऐसी हैं जिनका पानी एक समय के बाद कम हो जा रहा है, उनका पुनर्जीवन कैसे हो इसके लिए PM मोदी ने नमामि गंगे परियोजना शुरू की है। इस क्षेत्र में भी हम ज्ञान का आदान-प्रदान और निवेश के अवसर देख सकते हैं।"
धामी ने कहा कि उत्तराखंड टैक्नोलॉजी एवं इनोवेशन के क्षेत्र में अपनी एक पहचान बनाने में सफल रहा है। ब्रिटेन इस क्षेत्र में विश्व शक्ति है इसलिए आपका अनुभव भी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हेल्थकेयर और लाइफ साइंस के क्षेत्र में ब्रिटेन अग्रणी है, उत्तराखंड भी भारत के फार्मा हब के रूप में विकसित किया गया है। पूरे देश का 22% फार्मा का काम उत्तारखंड में होता है। ब्रिटेन का रियल एस्टेट बाजार, आवासीय विकास से लेकर वाणिज्यिक अवस्थापना तक विभिन्न अवसर प्रदान करता है। लंदन और मैनचेस्टर जैसे शहर इसके अच्छे उदाहरण है। उत्तराखंड में भी इसकी अपार संभावनाएं हैं, हम राज्य में दो नए शहर बनाने पर काम कर रहे हैं।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ब्रिटेन भारत में छठा सबसे बड़ा निवेशक है। भारत में ब्रिटेन की 600 से ज्यादा वाणिज्यिक इकाइयां हैं जिनका 50 बिलियन डॉलर का कारोबार है और इन इकाइयों के माध्यम से 4 लाख 75 हजार लोगों को सीधे-सीधे रोजगार मिल रहा है। भारत में शिक्षा, खुदरा उपभोक्ता सामान, लाइफ सांइस, स्वास्थ्य सेवाएं, बुनियादे ढांचे वह क्षेत्र हैं जिनमें ब्रिटेन द्वारा निवेश किया गया है। मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत ब्रिटेन में दूसरा सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(FDI) करने वाले देश है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 25-28 सितंबर तक यूके की 4 दिवसीय यात्रा पर हैं। दिसंबर में राज्य में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन में एनआरआई और उद्योगपतियों को आमंत्रित करने के लिए सीएम अपने दल के साथ सोमवार शाम लंदन पहुंचे। सोमवार शाम उप उच्चायुक्त सुजीत घोष ने एयरपोर्ट पर सीएम धामी का स्वागत किया। मुख्यमंत्री का लक्ष्य उत्तराखंड में मजबूत औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए शिखर सम्मेलन के लिए निवेशकों को आकर्षित करना है।
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