तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइल)
तस्वीर साभार : टाइम्स नाउ ब्यूरो
Vande Bharat Express Latest Update: देश की सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन-18) आने वाले समय में और भी ए़डवांस होने वाली है। नए अपग्रेड के तौर पर शुरुआती तौर पर ट्रेन के छह रूट्स पर सफर के दौरान यात्रियों को फ्लाइट (हवाई जहाज के सफर सरीखा) जैसा अनुभव मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय रेलवे की ओर से यात्री सेवाओं को बेहतर करने के लिए नई योजना शुरू करने के साथ इन ट्रेनों में सफर का एक्सपीरियंस नई ऊंचाइयों को छूने को तैयार है।
ऑन-बोर्ड सेवाओं में गुणात्मक बदलाव लाने की अपनी पहल के हिस्से के रूप में रेलवे ने दक्षिणी रेलवे में छह जोड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को कवर करते हुए एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में यात्री सेवा अनुबंध (वाईएसए) शुरू करने का ऐलान किया है।
रेलवे बोर्ड की तरफ से एक नोट में जानकारी दी गई कि पायलट पहल का उद्देश्य यात्री अनुभव को बढ़ाना, खाने-पीने के सामान में अधिक विकल्प देना और मुसाफिरों को दरबान सेवाओं, ऑन-बोर्ड इंफोटेनमेंट जैसी अतिरिक्त मूल्य वर्धित सेवाओं की पेशकश करके यात्रा में आसानी और जरूरी चीजों-उपकरणों तक पहुंच सुनिश्चित करना था। वैसे, इसका उद्देश्य यात्री संचालित प्रदर्शन मूल्यांकन प्रणाली और प्रदान की गई सेवाओं के समग्र मूल्यांकन के माध्यम से सेवा परिणामों की ओर ध्यान केंद्रित करना था।
अंग्रेजी अखबार 'दि हिंदू' की रिपोर्ट के मुताबिक, नई स्कीम के तहत रेलवे यात्रियों को प्रारंभिक/गंतव्य स्टेशनों पर कैब आगमन/प्रस्थान, व्हीलचेयर और बग्गी ड्राइव सहायता जैसी द्वारपाल सेवाएं मुहैया कराएगा। साथ ही ऑन-बोर्ड इंफोटेनमेंट सिस्टम डेटा सुरक्षा, प्रसारण, बौद्धिक संपदा अधिकार आदि से संबंधित कानूनों के अनुपालन में गुणवत्तापूर्ण सामग्री का निर्बाध प्रसारण सुनिश्चित करेगा।
रेलवे ने इसके अलावा साफ-सफाई पर भी खासा ध्यान दिया है। वाईएसए लागू करने के लिए कैटरिंग और हाउसकीपिंग आदि में सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड वाले सर्विस प्रोवाइडर को रखा जाएगा। हर कोच में ठेकेदार एक हाउसकीपिंग व्यक्ति लगाएगा और ऐसे कर्मियों को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत मान्यता प्राप्त संस्थानों या अखिल भारतीय स्थानीय स्वशासन संस्थान (नई दिल्ली) या किसी और सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त सफाई प्रशिक्षण संस्थान से प्रशिक्षित किया जाना जाएगा।
यही नहीं, यात्रियों को कई प्रकार के व्यंजनों के साथ स्पेशल मीन्यू पेश किया जाएगा, जिसमें प्री-पेड ऑन बोर्ड डिलीवरी या उचित और तुलनीय बाजार दरों पर ला कार्टे सेवाएं होंगी। भोजन सीसीटीवी की ओर से कवर किए गए आईएसओ-प्रमाणित बेस किचन और क्यूआर कोड वाले खाद्य पैक से तैयार और प्राप्त किया जाएगा। जहाज पर ऑर्डर करने के अलावा यात्रियों के पास टिकट बुकिंग के समय या यात्री सेवा ऐप के माध्यम से प्रीपेड भोजन ऑर्डर करने का विकल्प भी होगा। किसी भी खाद्य पदार्थ में किसी भी रूप में बीफ़ और पोर्क का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
सेवा में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने शर्त रखी है कि ठेकेदार के पास हर ट्रेन में खास तौर पर खाद्य और पेय सेवाओं के लिए तैनात कम से कम एक व्यक्ति के पास आतिथ्य/होटल प्रबंधन/खानपान में स्नातक/डिप्लोमा होना चाहिए। वाईएसए प्रबंधक एक स्नातक होगा, जिसके पास आतिथ्य उद्योग में तीन साल का कार्य अनुभव होगा। उन्नत सेवा यात्रा से जुड़ी जरूरी वस्तुओं की ऑन-बोर्ड बिक्री के साथ आती है, जिसमें ठेकेदार को कानून के तहत निषिद्ध उत्पादों को छोड़कर कोई बाकी उत्पाद बेचने की स्वतंत्रता होगी। हालांकि, तंबाकू उत्पादों और मादक पेय की बिक्री नहीं होगी।
...तो वंदे भारत के इन रूट्स पर मिलेगा फ्लाइट जैसा एक्सपीरियंस
- चेन्नई-मैसूर रूट
- चेन्नई-तिरुनलवेली रूट
- चेन्नई-कोयंबटूर रूट
- तिरुवनंतपुरम-कसरगोड रूट
- चेन्नई-विजयवाड़ा रूट
- छठे रूट का ऐलान नहीं हुआ है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (
Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (
india News) और
चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |