मुंबई-अहमदाबाद के बीच वंदे साधारण ट्रेन का हुआ ट्रायल रन, अब आरामदायक और किफायती होगा सफर

22 कोचों वाली वंदे साधरण ट्रेन में यात्री स्लीपर और सामान्य श्रेणी में सफर कर सकते हैं। ये ट्रेन लगभग 1,800 यात्रियों को ले जाने में सक्षम है।

वंदे साधारण ट्रेन

Vande Sadharan Train: भारतीय रेलवे ने 8 नवंबर, 2023 को मुंबई से अहमदाबाद तक वंदे साधरण एक्सप्रेस का सफलतापूर्वक ट्रायल रन किया है। इस ट्रायल रन का एक वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर भी खूब देखा गया। जहां, वंदे भारत ट्रेन अपने पूरी तरह से वातानुकूलित डिब्बों के लिए जाना जाता है, वहीं वंदे साधरण एक गैर-एसी ट्रेन है जो आम आदमी को सस्ती रेल सेवा मुहैया कराएगा। 22 कोचों वाली वंदे साधरण ट्रेन में यात्री स्लीपर और सामान्य श्रेणी में सफर कर सकते हैं। इसके अलावा यह यात्रियों के लिए अत्यधिक सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी निगरानी और सेंसर-आधारित सुविधाओं सहित कई फीचर्स से सुसज्जित है।

1800 यात्री बैठक सकेंगे

वंदे साधारण ट्रेन की एक विशेषता इसके दोनों सिरों पर इंजनों का होना है, जो इसके परिचालन लचीलेपन को बढ़ाती है। ये ट्रेनें लगभग 1,800 यात्रियों को ले जाने में सक्षम हैं, और इनकी अधिकतम गति सीमा 130 किमी प्रति घंटे है, जो 500 किलोमीटर से अधिक लंबे मार्गों को कवर कर सकती है। वंदे साधरण ट्रेन को मुंबई - नई दिल्ली, पटना - नई दिल्ली, हावड़ा - नई दिल्ली, हैदराबाद - नई दिल्ली और एर्नाकुलम - गुवाहाटी सहित कई प्रमुख रूट्स पर शुरू किया जाएगा। रेलवे अधिकारी रेल नेटवर्क को आगे बढ़ाते हुए इसके लॉन्च के लिए सक्रिय रूप से तैयारी कर रहे हैं। यह यात्रियों के लिए किफायती होने के साथ ही आरामदायक यात्रा का विकल्प भी प्रदान करेगी।

चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में निर्माण

ट्रेन का निर्माण और उत्पादन चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा 65 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और इसमें 22 कोच हैं, इसमें दोनों सिरों पर इलेक्ट्रिक इंजन हैं। इसमें 12 स्लीपर क्लास कोच, आठ जनरल कोच और दो गार्ड कोच शामिल हैं। दोनों तरफ के दो इंजनों का निर्माण कहीं और किया गया है। दोनों सिरों पर लोकोमोटिव के साथ पुश-पुल व्यवस्था से ट्रेन को तेज गति मिलेगी और यात्री अधिक आरामदायक यात्रा का अनुभव करेंगे।

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