उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पहुंचे कैंची धाम, कहा- यहां आकर अभिभूत हूं, ये देवभूमि है

उपराष्ट्रपति ने यहां लगभग 1 घंटे तक पूजा अर्चना की और ध्यान किया। मंदिर समिति ने उन्हें बाबा नीम करौली की प्रतिमा भेंट की।

जगदीप धनखड़

Jagdeep Dhankhar in Kainchi Dham: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपनी धर्मपत्नी के साथ उत्तराखंड के एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को कैंची धाम पहुंचे। उनका स्वागत यहां की स्थानीय युवतियों ने चंदन और तिलक लगाकर किया। इसके बाद उन्होंने मंदिर नीम करौली मंदिर में बाबा नीम करौली की पूजा अर्चना की और कुछ देर वहां ध्यान भी लगाया। उपराष्ट्रपति ने यहां लगभग 1 घंटे तक पूजा अर्चना की और ध्यान किया। मंदिर समिति ने उन्हें बाबा नीम करौली की प्रतिमा भेंट की।

मैं कैंची धाम में आकर अभिभूत हूं

इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, मैं कैंची धाम में आकर अभिभूत हूं। ये देवभूमि है। भारत महापुरुषों की भूमि है। हाल के कालखंड में इन स्थानों का रख-रखाव उत्कृष्ट है। राष्ट्र को समर्पण की जो भावना है उसमें बढ़ोतरी हुई है। भारत की संस्कृति दुनिया में बेमिसाल है। G-20 में हमारा सिद्धांत दुनिया के समक्ष गया, 'एक परिवार, एक भविष्य और एक पृथ्वी'।
इस दौरान मंदिर में भक्तों के आने पर पाबंदी लगाई गई थी। बाबा नीम करौली के दर्शन और पूजा करने के बाद उपराष्ट्रपति सड़क मार्ग से आर्मी कैंट के लिए रवाना हुए जहां से हल्द्वानी जाने का कार्यक्रम है। यहां वो कुछ देर आराम करेंगे। इसके बाद वो पंतनगर के लिए स्पेशल हेलीकॉप्टर से रवाना होंगे और वहां लोगों से मुलाकात करेंगे। उपराष्ट्रपति यहां कुछ देर रुकेंगे। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
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