लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश, कांग्रेस बोली-मौलिक अधिकारों के खिलाफ है यह बिल
Waqf (Amendment) Bill 2024 : विपक्ष का कहना है कि वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के जरिए सरकार एक धर्म विशेष को निशाना बना रही है। सरकार बेरोजगारी और महंगाई पर बात नहीं करना चाहती, इसलिए वह इस तरह के मुद्दे सामने ला रही है। विपक्ष इस विधेयक को पहले स्थायी समिति के पास भेजना चाहता है।
लोकसभा में पेश हुआ वक्फ संशोधन विधेयक 2024
- हंगामे के बीच वक्फ संशोधन विधेयक 2024 लोकसभा में पेश
- कांग्रेस ने कहा कि यह विधेयक मौलिक अधिकारों के खिलाफ है
- जद-यू ने बिल का समर्थन किया, डीएमके ने सवाल उठाए
Waqf (Amendment) Bill 2024 : विपक्ष के विरोध को दरकिनार करते हुए सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 गुरुवार को लोकसभा में पेश कर दिया। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने इस संशोधन विधेयक को निम्न सदन में पेश किया। सदन में इस विधेयक का विरोध कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के दलों ने किया। इस बिल का विरोध करते हुए कांग्रेस ने कहा कि यह विधेयक मौलिक अधिकारों के खिलाफ है। सरकार लोगों की धार्मिक आजादी पर हमले कर रही है। बता दें कि वक्फ बोर्डों को नियंत्रित करने वाले कानून में संशोधन से जुड़े इस विधेयक में वर्तमान अधिनियम में दूरगामी बदलावों का प्रस्ताव दिया गया है, जिसमें वक्फ निकायों में मुस्लिम महिलाओं और गैर-मुसलमानों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना भी शामिल है। विपक्ष और मुस्लिम नेता इस संशोधन विधेयक का विरोध कर रहे हैं।
संविधान के खिलाफ है यह विधेयक-कनिमोझी
डीएमके की सांसद कनिमोझी ने कहा कि बिल संविधान के खिलाफ और अनुच्छेद 30 का उल्लंघन करता है । यह न्याय भावना के भी विपरीत है। कनिमोझी ने पूछा कि इस संशोधन विधयेक में बोर्ड में दूसरे धर्मों के लोगों को रखने का प्रावधान क्यों किया गया है। विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए जद-यू सांसद ललन सिंह ने विपक्ष से पूछा कि वे बताएं कि यह विधेयक कहां से मुस्लिम विरोधी है। जद-यू ने इस विधेयक का समर्थन किया।
संशोधन विधेयक पर विपक्ष को है आपत्ति
इस विधेयक का विरोध करते हुए तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि यह विधेयक पहले स्थायी समिति के पास जाना चाहिए। इस विधेयक पर समिति में चर्चा होगी फिर इसे पारित करने के लिए लोकसभा में पेश किया चाहिए। राजद सांसद ने कहा कि सरकार बेरोजगारी और महंगाई पर चर्चा नहीं करना चाहती। इंडिया गठबंधन और राजद इस विधयेक का विरोध करेंगे। जेएमएम की सांसद महुआ माजी ने कहा कि सरकार को एक धर्म विशेष को निशाना नहीं बनाना चाहिए।
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संविधान के दायरे में लाया गया है संशोधन विधेयक
वहीं, वक्फ संशोधन विधेयक पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि वक्फ बोर्ड सिस्टम में जो खामियां हैं, यह संशोधन विधेयक उसे दूर करेगा। मौजूदा वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन होना समय की जरूरत है। लोकसभा में इल बिल पर व्यापक रूप से चर्चा होगी। विपक्ष इसे रोक नहीं पाएगा और लोग गुमराह नहीं होंगे। संविधान के दायरे में इस विधेयक को लाया गया है।
वक्फ की जमीन बेचना चाहती है भाजपा
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का आरोप है कि भाजपा संशोधन की आड़ में वक्फ की जमीन बेचने की योजना बना रही है। वह रियल एस्टेट कंपनी की तरह काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी को अपना नाम बदलकर ‘भारतीय जमीन पार्टी’ रख लेना चाहिए। यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘वक्फ बोर्ड का ये सब संशोधन भी बस एक बहाना है। रक्षा, रेल, नज़ूल भूमि की तरह जमीन बेचना निशाना है।' उन्होंने कहा, ‘वक्फ बोर्ड की जमीनें, रक्षा जमीन, रेल भूमि, नज़ूल भूमि के बाद भाजपाइयों के लाभार्थ योजना की श्रृंखला की एक और कड़ी मात्र हैं। भाजपा क्यों नहीं खुलकर लिख देती : भाजपाई-हित में जारी।’
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