Weather Forecast: गुजरात के नवरासी में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, महाराष्ट्र में ऑरेंज अलर्ट
Weather Forecast: जहां, ओडिशा तट पर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से राज्य के कई हिस्सों में गुरुवार और शुक्रवार सुबह बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण के कारण कम दबाव का क्षेत्र बना और इसके प्रभाव से ओडिशा तट पर 22 जुलाई तक 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का अनुमान है। वहीं, तेलंगाना में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन बारिश जारी रही, जिससे हैदराबाद के कई इलाकों में जलजमाव और यातायात जाम हो गया और राज्य में कुछ स्थानों पर निचले इलाके जलमग्न हो गए। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मुख्य सचिव ए शांति कुमारी को ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) में सभी शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में शुक्रवार और शनिवार को छुट्टी घोषित करने का निर्देश दिया। उधर, महाराष्ट्र के पालघर जिले में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में गुरुवार को तीन लोगों की मौत हो गई। जानिए देशभर का अपडेट
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Weather Forecast: मध्य प्रदेश में भी बारिश से हाहाकार की नौबत देखने को मिली है। बारिश के बाद उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के आसपास पानी इस कदर जमा हो गया था कि वह मंदिर प्रांगण के अंदर जा घुसा। इस बीच, कलेक्टर ने स्कूलों की छुट्टी का ऐलान कर दिया। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में एचआरटीसी की बस पर लैंडस्लाइड की खबर है। हादसे में पांच लोग जख्मी हो गए, जबकि मनाली में ब्यास नदी में बहने की वजह से आठ जुलाई को घूमने पहुंचे तीन लोग बह गए। ये नौ और 10 जुलाई को ब्यास नदी में बाढ़ की सूचना के बाद से लापता थे। हालांकि, इनमें से दो शव बरामद कर लिए गए हैं, मगर एक अभी भी लापता हैं। इस बीच, मौसम विभाग ने अपडेट देते हुए बताया है कि उत्तराखंड के देहरादून, टिहरी, पौड़ी और नैनीताल में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है और इस दौरान आंधी-तूफान और गर्जना भी हो सकती है।
महाराष्ट्र के कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
IMD ने महाराष्ट्र के पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया गया है।आनंदनगर तांडा में बाढ़ के पानी में फंसे 45 लोग
यवतमाल जिले के महागांव तालुका के आनंदनगर तांडा में बाढ़ के पानी के कारण करीब 40-45 लोग फंसे हुए हैं। कुछ ही समय में भारतीय वायु सेना के 2 हेलीकॉप्टर नागपुर पहुंचेंगे और फंसे हुए नागरिकों को निकालने के लिए तुरंत महागाव के लिए रवाना होंगे। यहां करीब 231 मिमी बारिश हुई है। राज्य सरकार स्थिति पर नजर रख रहे हैं।दिल्लीः अब कैसा है यमुना का हाल?
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर शनिवार को खतरे के निशान से नीचे आ गया जो पिछले कुछ दिनों से खतरे के निशान 205.33 मीटर के आसपास बना हुआ था। हालांकि, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में ताजा भारी बारिश की सूचना मिली है और इससे नदी के जल स्तर में फिर से वृद्धि हो सकती है। जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में पुनर्वास प्रयासों में और देरी हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी से अत्याधिक भारी बारिश की आशंका जताई है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार सुबह नौ बजे जलस्तर गिरकर 205.29 मीटर पर आ गया जो शुक्रवार शाम छह बजे 205.34 मीटर पर था। अन्य राज्यों में ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश का प्रभाव स्पष्ट होने से पूर्व इसमें और गिरावट आ सकती है। सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के अनुसार, यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से जल बहाव सुबह नौ बजे 1.47 लाख क्यूसेक था जो 13 जुलाई से सर्वाधिक है। बांधों, नदियों और लोगों पर दक्षिण एशिया नेटवर्क के सह समन्वयक भीम सिंह रावत ने कहा, "ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश कम हो रही है और हथिनीकुंड बैराज से पानी का बहाव 3 लाख क्यूसेक के निशान को पार नहीं करना चाहिए। सीडब्ल्यूसी हाइड्रोग्राफ में बाटा नदी को छोड़कर पहाड़ी इलाकों में नदियों के जलस्तर में अधिक वृद्धि नहीं दिखी है।"अंबाला में फिर से मंडराया बाढ़ का खतरा
पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के चलते टांगरी नदी में जल स्तर बढ़ गया। इस बीच, अंबाला में लोगों को प्रशासन की तरफ से लोगों को अनाउंसमेंट करके सचेत किया गया। टांगरी नदी में 15000 क्यूसेक पानी आने की संभावना है। जल्द ही इस पानी के अंबाला छावनी पहुंचने की संभावना है।हिमाचल प्रदेशः नेशनल हाईवे थ्री के पास खाई में गिरी कार, तीन की मौत
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे-थ्री पर स्वारघाट के पास दिल्ली नंबर कार गहरी खाई में गिरी गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि कार अनियंत्रित होकर सड़क से लुढ़क कर करीब 500 फीट नीचे गहरी खाई में जा गिरी।महाराष्ट्रः भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हुई
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव से दो और शव बरामद, भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हुई। यह जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को दी।दिल्ली में सुबह धूप खिली, दिन में हल्की बारिश के आसार
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार सुबह धूप खिली और न्यूनतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। आईएमडी के मुताबिक, दिल्ली में दिन में हल्की बारिश होने के आसार हैं और अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। विभाग के अनुसार, शहर में सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 75 फीसदी दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े के मुताबिक, दिल्ली में शनिवार सुबह नौ बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 97 दर्ज किया गया, जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है। शून्य से 50 के बीच एक एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।तेलंगानाः मेडचल में रिहायशी इलाके में भरा पानी, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
तेलंगाना के मेडचल में भी भारी बारिश से स्थानीय लोगों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ा। विभिन्न इलाकों में लोगों को घरों में पानी घुस गया और पुलिस और रेस्क्यू टीम ने इस दौरान बीमार, बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों को निकाला।महाराष्ट्रः भिवंडी और बुलढाना में बारिश के बाद हाहाकार!
महाराष्ट्र के भिवंडी में शनिवार (22 जुलाई, 2023) को बारिश की वजह से कई जगह हालात बेहद खराब नजर आए। सुबह से पानी गिरने की वजह से लोगों को बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ा। बुलढाना में भी बाढ़ जैसे हालात देखने को मिले और इस दौरान कई घरों में पानी भर गया था।उत्तरकाशीः यमुना घाटी में हुई भारी बारिश से जगह-जगह नुकसान
उत्तरकाशी में कल रात यमुना घाटी में हुई भारी बारिश से जगह-जगह नुकसान हुआ और जलभराव की स्थिति पनप गई। गंगनानी में भारी बारिश के कारण मलबा आने से कई गाड़ियां दबी सड़क पर आया भारी मलबा। बारिश और भूस्खलन के कारण यमुनोत्री नेशनल हाईवे धरासू बंद कर दिया गया। भारी बारिश के कारण अस्थाई होटलों (टेंट कॉलोनी )को भी नुकसान हुआ।MP: उज्जैन के महाकाल मंदिर में यूं भरा पानी
दिल्ली में अगले दो दिन बारिश की संभावना नहीं : मौसम विभाग
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बृहस्पतिवार को एक बुलेटिन में कहा कि दिल्ली में अगले दो दिनों के दौरान बारिश होने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक है। न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुलेटिन में कहा गया कि शाम 5.30 बजे सापेक्षिक आर्द्रता 54 प्रतिशत थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, बृहस्पतिवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 93 दर्ज किया गया जो ‘संतोषजनक’ श्रेणी में आता है।गोवा में भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
गोवा में मूसलाधार बारिश शुक्रवार को भी जारी रहने के कारण कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और मौसम विभाग ने 24 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। राज्य प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्तरी गोवा और दक्षिण गोवा जिलों के नियंत्रण कक्ष स्थिति पर नजर रखने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा ''पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण राज्य के निचले क्षेत्रों को बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।'' उत्तरी गोवा में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पणजी केंद्र ने इस साल एक जून से 1,780.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है, जबकि दक्षिण गोवा में मॉरमुगाव केंद्र ने 1,656.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है।राजस्थानः जोधपुर में भी बाढ़ जैसे हालात
राजस्थान के जोधपुर में भी बारिश से बाढ़ जैसे हालात नजर आए। हैरत की बात है कि एक घंटे की बारिश से देर रात हालात बिगड़ गए। भीतरी शहर में सड़कों पर तीन फुट तक पानी का बहाव देखने को मिला। यह भी खबर है कि पानी के तेज बहाव में एक युवक गिर गया था, जिसके बाद लोगों ने उसे बचाया। सैकड़ों दोपहिया वाहन भी पानी के बहाव में जाते दिखाई दिए, जिससे आम लोगों को खासा परेशानी हुई।मुंबई भी हुई पानी-पानी!
महाराष्ट्र के मुंबई शहर में कई इलाकों में बीती रात भारी बारिश हुई। यही वजह है कि विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों का तालाब जैसा हाल नजर आया और चेंबूर में भी जलभराव ने लोगों के लिए समस्या खड़ी की।गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने सौराष्ट्र में बारिश प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए शुक्रवार को जूनागढ़ और पास के गिर सोमनाथ जिले के कुछ हिस्सों का हवाई सर्वेक्षण किया। एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। पिछले एक हफ्ते से राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र के जूनागढ़, राजकोट, पोरबंदर, भावनगर, जामनगर, गिर सोमनाथ और देवभूमि द्वारका जिलों के कई हिस्सों में मूसलाधार वर्षा हुई है, जिससे गांवों और कस्बों में जलभराव हो गया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि पटेल ने मांगरोल, गिर, तलाला, मालिया हटिना और जूनागढ़ तथा गिर सोमनाथ जिलों के आसपास के अन्य क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया, जो जलभराव के कारण प्रभावित हुए हैं। इसके बाद उन्होंने क्षेत्र में भारी बारिश के कारण उत्पन्न मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए जूनागढ़ शहर में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की।महाराष्ट्र: पालघर में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो लोगों की मौत
महाराष्ट्र के पालघर में पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई है। नगर निकाय के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बताया कि वसई शहर में शुक्रवार शाम को नाले में गिरने से 50 वर्षीय शांताराम वायदा नामक व्यक्ति की मौत हो गई। अधिकारी ने बताया कि सोतावाडी इलाके में गिरिज के ब्रायन कार्वाल्हो (44) नामक व्यक्ति बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे नाले में गिर गया और कुछ समय बाद उसे वहां से निकालकर नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।कदम ने बताया कि इलाज के दौरान बृहस्पतिवार रात 10 बजे उसकी मौत हो गई।ओडिशा में बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन घायल, सात मकान क्षतिग्रस्त
ओडिशा में शुक्रवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम तीन लोग घायल हो गए और सात मकान क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में बारिश की वजह मल्कानगिरि जिले में मोटू के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 316 के जलमग्न होने से आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना जैसे राज्यों से सड़क संपर्क कुछ समय के लिये प्रभावित हो गया। उन्होंने बताया कि बाद में सड़क पर पानी कम होने के बाद यातायात बहाल कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि मल्कानगिरि के मैथिली ब्लॉक में साप्ताहिक बाजार के दौरान एक पेड़ की एक विशाल शाखा गिर गई, जिससे दो महिलाओं समेत तीन लोग घायल हो गए। स्थानीय तहसीलदार चंदन कुमार भोई ने कहा कि उनमें से दो गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि मल्कानगिरि शहर में बरगद के दो पेड़ उखड़ गए और इमारतों पर गिर गए, जिससे कम से कम सात मकान क्षतिग्रस्त हो गए।महाराष्ट्र: नांदेड़ के कई हिस्सों में बारिश से बाढ़ जैसे हालात
महाराष्ट्र में नांदेड़ जिले के कई हिस्सों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इसके चलते बिलोली तहसील के 12 गांवों से करीब एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। संभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि शुक्रवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे की अवधि में नांदेड़ की बिलोली तालुका के आदमपुर क्षेत्र में सबसे अधिक 213.75 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि हरनाली, मचनूर, बिलोली, गोलेगांव, अराली, कसाराली, बेलकोनी, कुंडलवाड़ी और गंजगांव समेत 12 गांवों के लगभग एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। लगातार बारिश के कारण इन गांवों में पानी का स्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। संभागीय आयुक्तालय की रिपोर्ट में कहा गया कि मराठवाड़ा के 468 में से 40 सर्किल क्षेत्रों में भारी वर्षा दर्ज की गई जिनमें नांदेड़ जिले के 36 क्षेत्र शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 24 घंटे की अवधि में आदमपुर क्षेत्र में 213.75 मिलीमीटर और नारंगल बुद्रुक क्षेत्र में 210.75 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसमें कहा गया कि 18 सर्किल क्षेत्रों में 100-200 मिलीमीटर के बीच बारिश दर्ज की गई तथा अन्य 16 क्षेत्रों में 65-100 मिलीमीटर के बीच बारिश हुई। वहीं, 24 घंटे में लातूर जिले के जलकोट में 83 मिलीमीटर और हिंगोली जिले के अखाडा में 94.50, तेम्भुर्नी में 78.75, येहलेगांव में 85.75 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।मुंबई, उपनगरीय क्षेत्रों में भारी बारिश, निचले इलाकों में जलभराव
मुंबई में शुक्रवार को भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया और शहर एवं इसके उपनगरों में यातायात अवरूद्ध हो गया। शहर के ज्यादातर हिस्सों और उपनगरों में भारी बारिश हुई, जिससे अंधेरी, कुर्ला, घाटकोपर तथा चेंबूर जैसे निचले इलाकों में जलभराव हो गया। एक अधिकारी ने बताया कि सायन में जलभराव हो जाने के चलते दोपहर में बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट लिमिटेड (बेस्ट) ने 12 से अधिक मार्गों पर बसों का मार्ग परिवर्तित किया। इसके अलावा, जलभराव के कारण अंधेरी सब-वे यातायात के लिए बंद कर दिया गया, जिससे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को भारी असुविधा हुई। रेलवे अधिकारियों ने दावा कि पश्चिमी, मध्य और हार्बर लाइन पर ट्रेनें सामान्य रूप से परिचालित हुईं, जबकि यात्रियों ने ट्रेन सेवाओं में 10 से 15 मिनट तक की देरी की शिकायत की है।एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा दोपहर एक बजे जारी की गई चेतावनी के अनुसार, अगले तीन से चार घंटों में मुंबई के अलग-अलग स्थानों पर मध्यम से तेज बारिश होने के आसार हैं। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के आंकड़ों के अनुसार, शहर में सुबह आठ बजे तक, पिछले 24 घंटों की अवधि के दौरान 30 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई। नगर निकाय के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि के दौरान पूर्वी उपनगर में 29.90 और पश्चिमी उपनगर में 27.49 मिमी बारिश हुई।मप्र के रायसेन जिले में बिजली गिरने से तीन की मौत
मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अमृत मीना ने कहा कि बृहस्पतिवार की शाम को जिले के विभिन्न हिस्सों से बिजली गिरने के कारण तीन लोगों की जान जाने की सूचना मिली। उन्होंने कहा कि निशानखेड़ा गांव में दो लोगों की मौत हो गई जबकि सुनारी गांव में बिजली गिरने से 28 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई।महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हुई
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भूस्खलन प्रभावित गांव में मलबे से दो और शव बाहर निकाले जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हुई।रायगढ़ जिला प्रशासन ने इरशालवाड़ी के पीड़ितों के लिए नागरिकों से सहायता मांगी
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में प्रशासन ने इरशालवाड़ी के पर्वतीय क्षेत्र में भूस्खलन के बाद नागरिकों से सहायता मांगी है। भूस्खलन की इस घटना में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और कई मकान नष्ट हो गए। जिला सूचना अधिकारी द्वारा शुक्रवार को जारी अपील में प्रशासन ने कहा कि चौक-नानिवली ग्राम पंचायत की सीमा के भीतर भूस्खलन ने निवासियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है और उनके निजी सामान और पशुधन को नुकसान पहुंचा है। अपील में कहा गया है कि प्रभावित ग्रामीणों को अपना सामान्य जीवन फिर से शुरू करने में मदद करने के लिए अधिकारियों ने नागरिकों से सहायता मांगी है। अपील के मुताबिक, जो लोग धन दान करने में रुचि रखते हैं, वे इसे भारतीय स्टेट बैंक, अलीबाग मुख्य शाखा के साथ जिला आपदा प्रतिक्रिया कोष में भेज सकते हैं। अपील के अनुसार, राहत सामग्री दान करने के इच्छुक नागरिक एसडीओ कर्जत अनित नायरले और खालापुर के तहसीलदार अयूब तंबोली से संपर्क कर सकते हैं।हिमाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़ से सड़कें अवरुद्ध, किन्नर कैलाश यात्रा स्थगित
हिमाचल प्रदेश के शिमला और किन्नौर जिलों में गुरुवार को अचानक आई बाढ़ से सड़कें अवरुद्ध हो गईं और खेतों तथा वाहनों को नुकसान पहुंचा, जिससे अधिकारियों को किन्नर कैलाश यात्रा स्थगित करनी पड़ी। हिमाचल प्रदेश राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पहाड़ी राज्य में मानसून की शुरुआत के बाद से बारिश से जुड़ी घटनाओं जैसे भूस्खलन, अचानक बाढ़ और सड़क दुर्घटनाओं में 131 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे राज्य को 4,985 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।किन्नौर के उपायुक्त (डीसी) तारुल एस रवीश ने कहा कि बृहस्पतिवार को किन्नौर में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और बादल फटने से 27 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और सांगला घाटी के कामरू पंचायत में कृषि भूमि जलमग्न हो गई। डीसी ने कहा कि खराब मौसम के कारण किन्नर कैलाश यात्रा को अस्थायी रूप से 15 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह यात्रा आमतौर पर एक अगस्त को कल्पा से शुरू होती है। यात्रा किन्नौर जिले में 6,050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित किन्नर कैलाश शिखर पर समाप्त होती है। राज्य में भारी बारिश के कारण निचार उपमंडल और सांगला तहसील के सभी स्कूल तीन दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। किन्नौर के डीसी ने कहा कि जिले में 25 जुलाई तक हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सभी नागरिकों को सतर्क और घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि किन्नौर में रुंगनू नाले के पास स्थित सड़क, एकतरफा यातायात के लिये आंशिक रूप से बहाल कर दी गई है। प्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद से किन्नौर जिले को इस मानसून में अब तक 88.95 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। शिमला के डीसी आदित्य नेगी ने बताया कि बादल फटने के बाद बौरोनी नाले में जलस्तर बढ़ गया और रामपुर और झाकड़ी के बीच शिमला-किन्नौर राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर पानी भर गया।गोवा में भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
गोवा में मूसलाधार बारिश शुक्रवार को भी जारी रहने के कारण कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और मौसम विभाग ने 24 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। राज्य प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्तरी गोवा और दक्षिण गोवा जिलों के नियंत्रण कक्ष स्थिति पर नजर रखने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण राज्य के निचले क्षेत्रों को बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। उत्तरी गोवा में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पणजी केंद्र ने इस साल एक जून से 1,780.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है, जबकि दक्षिण गोवा में मॉरमुगाव केंद्र ने 1,656.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है। आईएमडी ने गुरुवार रात को राज्य में 24 जुलाई तक ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया हैं। ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि आपदा प्रबंधन अधिकारियों को बारिश से संबंधित किसी भी आपदा या बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। आईएमडी का अनुमान है कि शुक्रवार को अरब सागर के कुछ हिस्सों में 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह भी दी है।रायगढ़ : खोज अभियान फिर शुरू, 119 ग्रामीण अब भी लापता
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में तलाश एवं बचाव अभियान शुक्रवार सुबह एक बार फिर शुरू कर दिया गया। एक दिन पहले यहां भारी भूस्खलन के कारण कई घर मलबे में दब गए थे, जिससे अब तक 16 लोगों की जान जा चुकी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन बुधवार रात 11 बजे के आसपास मुंबई से करीब 80 किलोमीटर दूर तटीय जिले की खालापुर तहसील में पहाड़ी ढलान पर स्थित एक आदिवासी गांव में हुआ। इस गांव के कुल 228 निवासियों में से करीब 16 के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 93 के बारे में पता लगाया जा चुका है। वहीं, 119 ग्रामीण अब भी लापता हैं। अधिकारी के मुताबिक, लापता लोगों में ज्यादातर वे लोग शामिल हैं, जो किसी शादी समारोह में शामिल होने या धान रोपाई के काम से बाहर गए थे। अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन के कारण गांव के लगभग 50 घरों में से 17 तबाह हो गए हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने रायगढ़ पुलिस और प्रशासन की टीम के साथ दूसरे दिन भी बचाव कार्य शुरू कर दिया है। अधिकारी ने कहा कि एनडीआरएफ की कम से कम चार टीमों ने शुक्रवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। ठाणे आपदा मोचन बल (टीडीआरएफ), स्थानीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और रायगढ़ पुलिस की टीम भी बचाव कार्य में जुटी हुई है। रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक सोमनाथ घरगे के मुताबिक, तलाशी अभियान सुबह छह बजकर 30 मिनट पर शुरू हुआ। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने कहा कि हमने तलाशी अभियान में कर्मियों की सहायता के लिए खोजी कुत्तों के एक दस्ते को भी शामिल किया है। बचाव और खोज टीमों ने गुरुवार को 16 शव बरामद कर लिए और 21 लोगों को बचा लिया।हैदराबाद में जमकर बारिश
हैदराबाद में जमकर बारिश हुई। यहां स्कूलों को दो दिन के लिए बंद किया गया है।वीडियो देखें
दिल्ली में न्यूनतम पारा सामान्य से ऊपर पहुंचा
राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को बादल छाए रहने के साथ अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक जाने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने यह पुर्वानुमान जताया है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से दो डिग्री अधिक है। राष्ट्रीय राजधानी में सुबह साढ़े आठ बजे हवा में नमी का स्तर 73 प्रतिशत रहा। सुबह आठ बजकर 40 मिनट के आसपास दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) संतोषजनक श्रेणी के साथ 88 दर्ज किया गया। एक्यूआई, शून्य से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है।महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भूस्खलन से 16 लोगों की मौत; 17 घर तबाह
महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के दूर दराज एक के अदिवासी बहुल गांव में जबरदस्त भूस्खलन होने की घटना में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 17 घर पूरी तरह तबाह हो गए। एनडीआरएफ के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में 21 लोगों को बचाया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन बुधवार रात करीब 11 बजे मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में हुआ। यह गांव पहाड़ी ढालान पर स्थित है। उन्होंने बताया कि लगातार मूसलाधार बारिश के चलते हुई इस घटना में 17 घर पूरी तरह तबाह हो गए। गांव में कुल 50 घर हैं। पहाड़ी की तलहटी से इरशालवाड़ी गांव पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे का वक्त लगता है क्योंकि वहां पक्की सड़क नहीं है। एनडीआरएफ एवं पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटनास्थल से 16 शव निकाले गए हैं, जबकि 21 लोगों को बचाया गया है। रायगढ़ पुलिस ने बताया कि 13 शवों का आपदा स्थल पर ही अंतिम संस्कार कर दिया गया है ।हिमाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़ से सड़कें अवरुद्ध, किन्नर कैलाश यात्रा स्थगित
हिमाचल प्रदेश के शिमला और किन्नौर जिलों में बृहस्पतिवार को अचानक आई बाढ़ से सड़कें अवरुद्ध हो गईं और खेतों तथा वाहनों को नुकसान पहुंचा, जिससे अधिकारियों को किन्नर कैलाश यात्रा स्थगित करनी पड़ी। हिमाचल प्रदेश राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पहाड़ी राज्य में मानसून की शुरुआत के बाद से बारिश से जुड़ी घटनाओं जैसे भूस्खलन, अचानक बाढ़ और सड़क दुर्घटनाओं में 131 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे राज्य को 4,985 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। किन्नौर के उपायुक्त (डीसी) तारुल एस रवीश ने कहा कि बृहस्पतिवार को किन्नौर में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और बादल फटने से 27 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और सांगला घाटी के कामरू पंचायत में कृषि भूमि जलमग्न हो गई। डीसी ने कहा कि खराब मौसम के कारण किन्नर कैलाश यात्रा को अस्थायी रूप से 15 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह यात्रा आमतौर पर एक अगस्त को कल्पा से शुरू होती है। यात्रा किन्नौर जिले में 6,050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित किन्नर कैलाश शिखर पर समाप्त होती है।उत्तर प्रदेश में 13 जिलों के 385 गांव बाढ़ से प्रभावित
उत्तर प्रदेश में 13 जिलों के 385 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं और पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में वर्षाजनित हादसों में 13 लोगों की मौत हो गई। राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 13 जिलों- आगरा, अलीगढ़, बिजनौर, बदायूं, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली के कुल 385 गांवों में 46830 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में वर्षाजनित हादसों में कुल 13 लोगों की मौत हो गई। ऐसे हादसों में रामपुर में पांच, हरदोई में चार, फर्रुखाबाद, बांदा, मैनपुरी और गाजीपुर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। गंगा नदी कचला ब्रिज (बदायूं) और फतेहगढ़ (फर्रुखाबाद) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, यमुना नदी का जलस्तर प्रयाग घाट (मथुरा) में खतरे के निशान को पार कर गया है। गंगा नदी नरौरा (बुलंदशहर) में, यमुना नदी इटावा में, शारदा नदी पलिया कलां और शारदा नगर (लखीमपुर खीरी) में तथा घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) में खतरे के निशान के नजदीक बह रही है।महाराष्ट्र: पालघर जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं में तीन लोगों की मौत
महाराष्ट्र के पालघर जिले में बारिश से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में बृहस्पतिवार को तीन लोगों की मौत हो गयी। जिले में तीन दिन से भारी बारिश हो रही है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी । जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मंगलवार से पालघर के कुछ हिस्सों में हो रही भारी बारिश के परिणामस्वरूप जिले के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। उन्होंने बताया के तीन अलग-अलग हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई है। कदम ने बताया कि जिले के वसई में बाढ़ में फंसे 80 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है । इस बीच, बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) के एक अधिकारी ने बताया कि घाटकोपर के बटवाड़ी इलाके में भूस्खलन के बाद 100 लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है। पालघर और पड़ोसी ठाणे जिले में मौसम विभाग की ओर से भारी बरिश के रेड अलर्ट के बाद संबंधित जिलों के अधिकारियों ने शुक्रवार और शनिवार को स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में बुधवार रात करीब 11 बजे हुये भूस्खलन की घटना में 16 लोगों की मौत हो गई।तेलंगाना में तीसरे दिन भी बारिश, हैदराबाद में स्कूलों, सरकारी कार्यालयों में दो दिन की छुट्टी घोषित
तेलंगाना में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन बारिश जारी रही, जिससे हैदराबाद के कई इलाकों में जलजमाव और यातायात जाम हो गया और राज्य में कुछ स्थानों पर निचले इलाके जलमग्न हो गए। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने मुख्य सचिव ए शांति कुमारी को ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) में सभी शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी कार्यालयों में शुक्रवार और शनिवार को छुट्टी घोषित करने का निर्देश दिया। उन्होंने श्रम विभाग से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने को कहा कि निजी कंपनियां भी जीएचएमसी सीमा में छुट्टी की घोषणा करें। मंदिर नगरी भद्राचलम में, बाढ़ की पहली चेतावनी जारी की गई है, क्योंकि गोदावरी नदी में जलस्तर दोपहर 3.19 बजे 43 फुट तक पहुंच गया। अगर जलस्तर 53 फुट तक पहुंच जाता है तो तीसरी और अंतिम चेतावनी जारी की जाती है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से युद्ध स्तर पर राहत उपाय करने और भद्राचलम की उन बस्तियों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए तैयार रहने को कहा, जहां बाढ़ आने का अंदेशा है।बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र बनने से ओडिशा में भारी बारिश
ओडिशा तट पर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से राज्य के कई हिस्सों में गुरुवार और शुक्रवार सुबह बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण के कारण कम दबाव का क्षेत्र बना और इसके प्रभाव से ओडिशा तट पर 22 जुलाई तक 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का अनुमान है। मौसम कार्यालय ने मछुआरों को इस दौरान समुद्र में न उतरने की सलाह दी है। चक्रवाती परिसंचरण के अगले दो दिन के दौरान ओडिशा से आगे बढ़ने की संभावना है और इससे 24 जुलाई तक राज्य के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश तथा पूरे राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने 24 जुलाई को एक और कम दबाव का क्षेत्र बनने का पूर्वानुमान जताया है।'अटल जी के साथ देखी राज कपूर की फिल्म 'फिर सुबह होगी', कपूर परिवार से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने साझा कीं पुरानी यादें
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