पश्चिम बंगाल: जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में उतरे प्राइवेट हॉस्पिटल, 'काम बंदी' का किया ऐलान

West Bengal Doctors Strike: जूनियर डॉक्टरों ने बताया कि 14 अक्टूबर से निजी अस्पतालों के ज्यादातर डॉक्टर कोई भी गैर-आपातकालीन ड्यूटी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, लेकिन हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी मरीज को इससे परेशानी न हो, क्योंकि सभी आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।

कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल।

West Bengal Doctors Strike: पश्चिम बंगाल में निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने शनिवार को राज्य के सभी चिकित्सा संस्थानों में 14 अक्टूबर से 48 घंटे की आंशिक काम बंदी का आह्वान किया। उन्होंने यह आह्वान आरजी कर अस्पताल की पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे आंदोलनकारी कनिष्ठ चिकित्सकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए किया है।

हालांकि, हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स ऑफ प्राइवेट हॉस्पिटल्स के बैनर तले चिकित्सकों ने कहा कि सभी चिकित्सा संस्थानों में आपात सेवाएं जारी रहेंगी। बता दें, पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के आंदोलनकारी चिकित्सकों की मांगों के संबंध में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाए जाने पर जोर देते हुए निजी अस्पतालों के चिकित्सकों ने कहा कि पूरा चिकित्सक समुदाय स्थिति को लेकर चिंतित है।

14 अक्टूबर से निजी अस्पतालों में भी नहीं होगी OPD

चिकित्सकों ने संवाददाताओं से कहा, 14 अक्टूबर से निजी अस्पतालों के ज्यादातर डॉक्टर कोई भी गैर-आपातकालीन ड्यूटी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, लेकिन हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी मरीज को इससे परेशानी न हो, क्योंकि सभी आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। आंशिक काम बंदी की शुरूआत 14 अक्टूबर की सुबह 6 बजे से होगी। चिकित्सकों ने कहा कि अगर उन्हें राज्य सरकार से उचित जवाब नहीं मिलता है तो उनका आंदोलन आगे बढ़ाया जा सकता है। चिकित्सकों ने एक विज्ञप्ति में कहा, हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह प्रदर्शनकारी चिकित्सकों की मांगों पर ध्यान दे और सहानुभूति के साथ उन पर विचार करे। अगर सरकार की ओर से उचित जवाब मिलता है, तो हम अपने सामान्य कामकाज पर लौट जाएंगे।

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