जब रतलाम डीएम से भिड़ गए कांग्रेस के नेता, यूरिया बना मुद्दा

मध्य प्रदेश के रतलाम में यूरिया के मुद्दे पर कांग्रेस के कद्दावर नेता कांतिलाल भूरिया और जीतू पटवारी कलेक्टर से भिड़ गए।

जनप्रतिनिधियों और शासन में बैठे अधिकारियों के बीच कहासुनी अक्सर हो ही जाती है। अगर मामला विपक्ष के जुड़े नेताओं से जुड़ा हो तो सौतेला व्यहार जैसे शब्द भी सुनने को मिल जाते हैं। कुछ ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश के रतलाम में सामने आया। कांग्रेस के दो कद्दावर नेता कांतिलाल भूरिया और जीतू पटवारी डीएम नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी से उलझ पड़े। मामला किसानों को यूरिया बाटने के संदर्भ में था। नेताओं का कहना है कि किसानों को यूरिया नहीं मिल रही है। आंकड़ों में हेराफेरी की जा रही है। लेकिन डीएम ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है। फिर भी अगर कोई आरोप है तो वो देखेंगे। लेकिन कांग्रेस के नेता नहीं माने और डीएम ऑफिस के सामवे धरने पर बैठ गए।

'कलेक्टर बन गया है बीजेपी नेता'

कांतिलाल भूरिया ने कहा कि कलेक्टर समझता है कि सरकार हमेशा के लिए है। एक साल के बाद निजाम बदल जाएगा। कलेक्टर तो पूरी तरह से बीजेपी के नेता की तरह बर्ताव कर रहा है। वहीं जीतू पटवारी ने कहा कि कलेक्टर के मुद्दे को विधानसभा में उठाया जाएगा। सभी विधायकों को शिकायत करने की जरूरत है। लेकिन यह समझना जरूरी है कि आखिर मामला क्या है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के एक विधायक पर यूरिया की कालाबाजारी का आरोप है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है जिसका विरोध कांग्रेस के नेता कर रहे हैं।

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