वो 2 मुस्लिम हितैषी सांसद, जिन्होंने किया महिला आरक्षण बिल के विरोध में वोट

महिला आरक्षण विधेयक पर विरोध में वोट करने वाले दो वो सांसद थे, जो अपने आप को मुस्लिम हितैषी बताते रहे हैं, उस पार्टी के साथ राज्य की सत्ता में जो इस बिल के समर्थन में थी। मुहिम चला रही थी।

महिला आरक्षण विधेयक के विरोध में 2 सांसदों ने किया विरोध में वोट

बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पारित हो गया। इस बिल पर चर्चा के बाद वोटिंग हुई, जिसमें से सिर्फ 2 सासंदों ने विरोध में वोट किया। कांग्रेस समेत लगभग समूचे विपक्ष ने इस बिल के पक्ष में वोट किया, अब सवाल ये हैं कि वो कौन से दो सांसद थे, जिन्होंने महिला आरक्षण बिल के विरोध मे ंवोट दिया? विरोध में वोट ही नहीं दिया, बल्कि बाहर आकर इसपर सफाई भी देते रहे।

संसोधन की मांग पर क्या हुआ फैसला

बिल पास होने के बाद ओम बिरला ने सांसद एनके प्रेमचंद्रन से अपने संशोधन के बिंदु को स्पष्ट करने के लिए कहा, जिसमें सांसद ने कहा था कि बिल में- 'जितना संभव हो सके' एक तिहाई सीटों से पहले इसे हटा दिया जाना चाहिए और 'अनिवार्य रूप' से शामिल किया जाना चाहिए। एनके प्रेमचंद्रन ने कहा- "यह एक हानिरहित संशोधन है।" जिस पर अमित शाह ने जवाब देते हुए बताया कि 'लगभग' शब्द का इस्तेमाल इसलिए किया गया है क्योंकि इसका फैसला परिसीमन आयोग करेगा। तब प्रेमचंद्रन ने कहा- 'स्पष्टीकरण के अधीन, मैं अपना संशोधन वापस ले रहा हूं।'

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