Who is Delhi New CM Atishi: तेजी से बनाई AAP में जगह, जीता केजरीवाल का भरोसा, दिल्ली की नई सीएम आतिशी के बारे में जानिए सबकुछ

Delhi New Chief Minister Atishi Marlena: केजरीवाल द्वारा अचानक इस्तीफे की घोषणा के साथ ही अगले मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी का नाम ही सबसे आगे था। आतिशी 2013 के विधानसभा चुनावों के लिए आप की घोषणापत्र मसौदा समिति की एक प्रमुख सदस्य थीं।

Atishi

आतिशी को दिल्ली की कमान

Who is Atishi Marlena: आम आदमी पार्टी नेता व दिल्ली की मंत्री आतिशी (Delhi New Chief Minister Atishi Marlena) दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। आज सभी आप विधायकों ने केजरीवाल के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार किया जिसके बाद आतिशी के नाम पर मुहर लग गई। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की मंत्री आतिशी को उनके स्थान पर अगला मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। इसी के साथ आतिशी को बधाई मिलने की सिलसिला भी जारी हो गया। आइए जानते हैं कौन हैं आतिशी और किसी तेजी से उन्होंने सीएम पद तक का सफर तय किया है।

आतिशी का नाम शुरू से था आगे

केजरीवाल द्वारा अचानक इस्तीफे की घोषणा (Arvind Kejriwal Resignation) के साथ ही अगले मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी का नाम ही सबसे आगे था। आतिशी 2013 के विधानसभा चुनावों के लिए आप की घोषणापत्र मसौदा समिति की एक प्रमुख सदस्य थीं और शुरुआती दौर में पार्टी को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 2023 में उन्हें आप सरकार में मंत्री बनाया गया। उनके पास केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार में वित्त, योजना, पीडब्ल्यूडी, जल, बिजली, शिक्षा, उच्च शिक्षा, टीटीई, जनसंपर्क और सतर्कता जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग हैं। आतिशी के जिम्मे 11 विभाग हैं, जो इस समय दिल्ली सरकार में किसी मंत्री के पास सबसे अधिक हैं।

9 मार्च, 2023 को मंत्री पद की शपथ

कैबिनेट फेरबदल के बाद उन्होंने 9 मार्च, 2023 को मंत्री पद की शपथ ली थी। अलग-अलग मामलों में गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन के इस्तीफे के बाद आतिशी ने मार्च में सौरभ भारद्वाज के साथ मंत्री पद की शपथ ली थी। आतिशी की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केजरीवाल ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना को लिखे पत्र में सुझाव दिया था कि दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री आतिशी उनकी जगह राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगी।

दिल्ली में शुरुआती शिक्षा (Atishi Marlena Education)

आतिशी का जन्म दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय कुमार सिंह और त्रिप्ता वाही के घर हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से की और फिर सेंट स्टीफंस कॉलेज में इतिहास में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री हासिल की। इसके कुछ साल बाद शैक्षिक अनुसंधान में रोड्स स्कॉलर के रूप में ऑक्सफोर्ड से अपनी दूसरी मास्टर डिग्री हासिल की।

आतिशी का सियासी सफर (Atishi Marlena Political Career)

आतिशी आप की स्थापना के समय ही पार्टी में शामिल हो गई थीं। 2013 के विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की घोषणापत्र मसौदा समिति की वह प्रमुख सदस्य थीं और मैनिफेस्टो बनाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने पार्टी के गठन के शुरुआती दौर में इसकी नीतियों को आकार देने में अहम भूमिका निभाई थी। आतिशी ने जुलाई 2015 से अप्रैल 2018 तक दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया के सलाहकार के तौर पर काम किया था। इस दौरान उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए कई योजनाओं पर काम किया।

2019 के लोकसभा चुनाव में हार

आतिशी को 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन वह बीजेपी के प्रत्याशी गौतम गंभीर से 4.77 लाख मतों से हार गईं। हालांकि, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2000 में उन्होंने जीत का परचम लहराया और कालकाजी क्षेत्र से चुनाव जीता। पार्टी में आतिशी का कद लगातार बढ़ता गया। 2020 के चुनाव के बाद उन्हें आम आदमी पार्टी की गोवा इकाई का प्रभारी बनाया गया और धीर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से उन्हें अपने सबसे भरोसेमंद सिपहसालार की जगह दी है.

कालकाजी विधानसभा से विधायक (Atishi Constituency)

आतिशी कालकाजी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं और आप के प्रवक्ता के रूप में सबसे आगे रही हैं। चाहे वह दिल्ली जल संकट हो या हाई-प्रोफाइल स्वाति मालीवाल हमला मामला हो, उन्होंने सबसे आगे रहकर नेतृत्व किया। केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा पर जवाब देते हुए आतिशी ने कहा था, बीते दो साल से बीजेपी ने आप को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। हजारों छापे मारे गए लेकिन वे भ्रष्टाचार का एक भी सबूत पेश नहीं कर सके। भाजपा चुनाव से डरती है। बीजेपी जानती है कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल पर झूठे आरोप लगाए गए उससे दिल्ली की जनता नाराज है। इसीलिए बीजेपी चुनाव नहीं चाहती है क्योंकि उसे पता है कि दिल्ली की जनता अपने गुस्से को अपने वोट के रूप में व्यक्त करेगी। अगर आज चुनाव हों तो दिल्ली की जनता बीजेपी को एक भी सीट नहीं देगी। 70 की 70 सीटें आम आदमी पार्टी को मिलेंगी।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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