कौन हैं सैम पित्रोदा? राजीव गांधी से क्या था कनेक्शन, पढ़िए सियासी घमासान बढ़ा देने वाले उनके बड़े बयान
Who is Sam Pitroda: सैम पित्रोदा का पूरा नाम सत्यनारायण गंगाराम पित्रोदा है। वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष थे। सैम पित्रोदा को ही भारत में सूचना क्रांति का जनक माना जाता है। यूपीए सरकार के कार्यकाल में वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में वह UN के लिए प्रधानमंत्री का सलाहकार भी रह चुके हैं। इसके अलावा सैम पित्रोदा को राजीव गांधी का बहुत खास माना जाता था। आइए आज इस लेख के माध्यम से सैम पित्रोदा को अच्छे से जानते है....
पढ़िए सैम पित्रोदा ने कैसे बढ़ाई सियासी गर्मी
राजीव गांधी से था सैम पित्रोदा का खास रिश्ता
नेशनल नॉलेज कमीशन के रह चुके हैं अध्यक्ष
सैम पित्रोदा के कुछ विवादित बयान
- भारत के विविधतापूर्ण संस्कृति पर अपनी राय रखते हुए सैम पित्रोदा ने विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत के लोग सफेद गोरे जैसे दिखते हैं जबकि पूर्वी भारत के लोग चाइनीज जैसे दिखते हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकी जैसे और पश्चिम भारत के लोग अरब जैसे दिखते हैं।
- पित्रोदा ने अमेरिका कानून का हवाला देते हुए विरासत कर को एक दिलचस्प सोच बताया है। उन्होंने कहा कि यह एक नीति है जो कि केवल अत्यंत धनी लोगों के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए फायदेमंद है। पित्रोदा ने कहा कि अमेरिका में इनहेरिटेंस टैक्स नाम का एक कानून है। यदि किसी व्यक्ति के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और उसकी मौत हो जाती है तो उसके मरने के बाद उसकी संपत्ति का 45 प्रतिशत हिस्सा ही उसके बच्चों को मिलता है जबकि 55 फीसदी हिस्सा सरकार ले लेती है। यह एक मजेदार कानून है। यह कानून कहता है कि आपने अपने जीवन में संपत्ति बनाई और अब आप इस दुनिया को छोड़कर जा रहे हैं तो आप आम लोगों के लिए अपनी संपत्ति जरूर छोड़ें। पूरी संपत्ति नहीं बल्कि आधी। यह मुझे सही लगता है।
- सैम पित्रोदा ने जून 2023 में कहा था कि मंदिरों से देश की बेरोजगारी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी दिक्कतों का समाधान नहीं होगा, इन मुद्दों पर कोई बात नहीं करता। हर कोई राम और हनुमान मंदिर की बातें करता है। उन्होंने ये कहकर राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी थी कि मंदिर निर्माण से आपको रोजगार नहीं मिलेगा।
- सैम पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में भारत को विविधतापूर्ण देश बताया। उन्होंने कहा कि जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं। पश्चिम के लोग अरब जैसे, उत्तर के लोग गोरे और दक्षिण के लोग अफ्रीका जैसे दिखते हैं। हालांकि, उनके इस बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया।
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे सैम पित्रोदा ने पिछले दिनों कहा था कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है। यानी किसी शख्स के मरने के बाद उसकी संपत्ति का कुछ हिस्सा उसके रिश्तेदारों को दिया जाता है, जबकि एक बड़ा हिस्सा सरकार अपने पास रख लेती है। सैम पित्रोदा ने इस कानून को एक रोचक कानून बताया था।
- सैम पित्रोदा को साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान दिए गए एक बयान को लेकर भी आलोचना झेलनी पड़ी थी। 1984 सिख दंगों को लेकर बीजेपी ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के इशारे पर सिख दंगे हुए थे, जिस पर सैम पित्रोदा ने कहा था कि 1984 में हुआ तो हुआ। हालांकि, बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि उनकी हिंदी अच्छी नहीं है। वह कहना चाहते थे कि जो हुआ वह बुरा हुआ।
- साल 2019 में सैम पित्रोदा ने कहा था कि मेडिकल क्लास को स्वार्थी नहीं बनना चाहिए. उनको कांग्रेस की प्रस्तावित न्याय योजना की फंडिंग के लिए ज्यादा से ज्यादा टैक्स देने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा था कि टैक्स का बोझ बढ़ने से मिडिल क्लास को स्वार्थी नहीं बनना चाहिए। उनके इस बयान पर काफी बवाल हुआ था।
- साल 2018 में पुलवामा में हुए अटैक के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक को लेकर भारत सरकार के एक्शन पर सवाल उठाते हुए सैम पित्रोदा ने कहा था कि पुलवामा जैसे हमले होते रहते हैं। इसके बारे में मैं ज्यादा नहीं जानता। उन्होंने कहा था कि मुंबई में भी हमला हुआ था।
शशांक शेखर मिश्रा टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल (www.timesnowhindi.com/ में बतौर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। इन्हें पत्रकारिता में करीब 5 वर्षों का अनुभव ह...और देखें
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