कौन हैं श्रीकांत शिंदे? जिनकी महाराष्ट्र में डिप्टी सीएम बनाने की हो रही चर्चा, फड़णवीस का CM बनना तय

Who is Shrikant Shinde: श्रीकांत शिंदे महाराष्ट्र के सीएम पद से इस्तीफा दे चुके एकनाथ शिंदे के बेटे हैं। वह 17वीं लोकसभा के सदस्य हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में वह महाराष्ट्र की कल्याण सीट से चुनकर आए। राजनीति में आने से पहले श्रीकांत मेडिकल से जुड़े थे। उनके पास एमबीबीएस और एमएस की डिग्री है।

महाराष्ट्र में इस बार भाजपा का सीएम होगा।

Who is Shrikant Shinde: शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की चाबी भारतीय जनता पार्टी को सौंप दी है। वह इस्तीफा देकर इस रेस से पीछे हट गए हैं। माना जा रहा है कि भाजपा अपने नेता देवेंद्र फड़णवीस को एक बार फिर राज्य की कमान सौंपेगी। फड़णवीस का सीएम बनना लगभग तय है। महाराष्ट्र में सीएम फेस को लेकर दिल्ली में गुरुवार को भाजपा की एक बड़ी बैठक भी हो रही है लेकिन मीडिया में डिप्टी सीएम पद को लेकर चर्चाएं चल रही हैं। रिपोर्टों की मानें तो एकनाथ शिंदे अपने बेटे श्रीकांत शिंदे के लिए डिप्टी सीएम का पद चाहते हैं और इसकी पेशकश उन्होंने भाजपा आलाकमान से की है।

रिपोर्टों की मानें तो शिंदे ने भाजपा के सामने एक मांग यह भी रखी कि यदि उन्हें सीएम नहीं बनाया जाता तो उन्हें कम से कम महायुति सरकार का संयोजक नियुक्त किया जाए। शिंदे की इन दोनों मांगों पर क्या रुख लेना है, भगवा पार्टी गुरुवार को होने वाली अपनी बैठक में कोई फैसला ले सकती है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि भाजपा शिंदे को केंद्र में सम्मानजनक कैबिनेट पद दे सकती है।

कौन हैं श्रीकांत शिंदे?

श्रीकांत शिंदे महाराष्ट्र के सीएम पद से इस्तीफा दे चुके एकनाथ शिंदे के बेटे हैं। वह 17वीं लोकसभा के सदस्य हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में वह महाराष्ट्र की कल्याण सीट से चुनकर आए। राजनीति में आने से पहले श्रीकांत मेडिकल से जुड़े थे। उनके पास एमबीबीएस और एमएस की डिग्री है। 2014 में जब वह पहली बार कल्याण सीट से सांसद चुने गए तो वह अपनी मास्टर डिग्री के अंतिम वर्ष में थे। वह महाराष्ट्र के सबसे युवा सांसद भी रह चुके हैं। 2019 में भी वह इस सीट से विजयी हुए। हालांकि, शिवसेना में कुछ ऐसे भी नेता है जो श्रीकांत को डिप्टी सीएम जैसा महत्वपूर्ण पद देने पर चिंता जाहिर कर रहे हैं। इन नेताओं का कहना है कि श्रीकांत को डिप्टी सीएम बनाने पर पार्टी में गलत संदेश जाएगा और इससे पार्टी की प्रतिष्ठा कम होगी।

End of Article
आलोक कुमार राव author

करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने...और देखें

Follow Us:
End Of Feed