क्षेत्रीय दलों से नेशनल पार्टियां इतनी डरी हुई क्यों हैं? पूर्व पीएम देवेगौड़ा ने लगाए ये आरोप
पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा (HD Deve Gowda) ने नेशनल पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे क्षेत्रीय पार्टियों को खत्म करना चाहते हैं। लेकिन यह आसान नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा
बेंगलुरु: पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा (HD Deve Gowda)ने शुक्रवार (28 अक्टूबर) को कहा कि राष्ट्रीय राजनीतिक दल क्षेत्रीय पार्टियों से इतने डरे हुए क्यों हैं? इससे ही पता चलता है कि वे कांप रहे हैं। न केवल कर्नाटक में बल्कि पूरे देश में क्षेत्रीय पार्टी को नष्ट करना आसान नहीं है।
एच डी देवेगौड़ा गुरुवार को सर्वसम्मति से जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में फिर से निर्वाचित हुए। देवेगौड़ा यह पद 1999 में पार्टी स्थापना के बाद से संभाल रहे हैं। शहर के जेपी भवन में हुई जद (एस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान 89 वर्षीय गौड़ा और उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की मौजूदगी में फिर से जेडीएस के अध्यक्ष चुने गए।
विभिन्न राज्यों के सभी कार्यकारी समिति के सदस्यों ने सर्वसम्मति से देवेगौड़ा को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का फैसला किया। पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि तदनुसार, उन्हें पार्टी के शीर्ष पद के लिए फिर से चुना गया। उनके अनुसार, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सी एम इब्राहिम, केरल के ऊर्जा मंत्री के कृष्णनकुट्टी, कर्नाटक और केरल के विधायक, 13 राज्यों के जद (एस) के अध्यक्ष और कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी मौजूद थे।
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