UP कांग्रेस की कमान नहीं संभालेंगी प्रियंका गांधी वाड्रा? चुनावों से पहले कांग्रेस कर सकती है फेरबदल, दे सकती है यह जिम्मेदारी

Elections 2024: चूंकि, आगे छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा में विस चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी अपने विस्तार और जनाधार को मजबूत करने के लिए रणनीति में परिवर्तन कर सकती है।

कांग्रेस की नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा। (क्रिएटिवः अभिषेक गुप्ता)

Elections 2024: आने वाले विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Polls 2024) से पहले कांग्रेस (Congress) बड़े संगठनात्मक फेरबदल कर सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि सियासी गलियारों में पार्टी के भीतर होने वाले संभावित बदलावों को लेकर चर्चाओं का बाजार फिलहाल गर्म है। इस बीच, यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी की पूर्व अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी को आगे जारी नहीं रख सकती हैं।

सूत्रों के हवाले से इस बाबत अंग्रेजी अखबार "दि इंडियन एक्सप्रेस" ने आगे बताया कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस (INC) चाहती है कि वह सिर्फ यूपी (UP)तक सीमित रहने के बजाय समूचे देश में घूमें और चुनावी राज्यों में प्रचार करें। यह भी चर्चा है कि उन्हें नई और अलग भूमिका मिल सकती है। चूंकि, आगे छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और ओडिशा में विस चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी अपने विस्तार और जनाधार को मजबूत करने के लिए रणनीति में परिवर्तन कर सकती है।

यह भी बताया गया कि कई सूबों को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष मिलेंगे, जबकि कुछ जगह नए नेता और प्रभारी बनेंगे। ऐसे में सबकी निगाहें चुनावी सूबे राजस्थान (Rajasthan) पर भी हैं, जहां पर लंबे समय से दो बड़े नेताओं के बीच सियासी खटपट चल रही है। एक ओर जहां गांधी परिवार के करीबी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot aka सियासत के जादूगर) हैं। वहीं, दूसरी ओर युवा और तेज-तर्रार छवि वाले सचिन पायलट (Sachin Pilot) हैं। जानकारी के मुताबिक, पार्टी नेतृत्व सीएम और पूर्व डिप्टी के बीच शांति लाने की योजना पर डटा है और प्रस्ताव में एक नया पीसीसी अध्यक्ष नियुक्त करना शामिल भी है।

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