ब्रह्मांड के विस्तार की क्या है गति? खगोलविद भी नहीं समझ पा रहे रहस्य! गतिरोध दूर करने की जरूरत

Universe Extension: ब्रह्मांड हमारी कल्पनाओं से परे है और लगातार इसका विस्तार हो रहा है, लेकिन वैज्ञानिक के बीच ब्रह्मांड के फैलाव की गति को लेकर मतभेद बना हुआ है। स्लिफर ने 1917 के एक मौलिक लेख में घोषणा की कि लगभग सभी आकाशगंगाएं, जो उन्होंने देखी थीं, आकाशगंगा (मिल्की वे) से दूर जा रही थीं।

ब्रह्मांड के विस्तार की गति क्या है?

मुख्य बातें
  • ब्रह्यांड का लगातार हो रहा विस्तार।
  • बिग बैंग से हुई थी ब्रह्मांड की उत्पत्ति।
  • नए दृष्टिकोण पर जोर दे रहे वैज्ञानिक।

Universe Extension: वैज्ञानिकों द्वारा ब्रह्मांड के फैलने की खोज किए हुए करीब 100 साल पूरे हो गए हैं। इसके बाद के दशकों में, माप की सटीकता और इस खोज की व्याख्याएं और निहितार्थ को लेकर बहस हुई। अब हम जानते हैं कि ब्रह्मांड बिग बैंग (Big Bang) नामक घटना में अत्यधिक संपीड़ित अवस्था से नाटकीय रूप से उभरा।

वर्तमान विस्तार दर के मापन को हबल कांस्टेंट या एच जीरो (उच्चारण एच-नॉट) के रूप में जाना जाता है। इसमें शुरुआती दिनों के मुकाबले काफी सुधार आया है। हालांकि, अब खगोल वैज्ञानिकों के बीच एक नयी बहस छिड़ गई है; एचजीरो के दो स्वतंत्र माप, जिन पर सहमति होनी चाहिए, अलग-अलग परिणाम देते हैं। इस स्थिति को ‘एचजीरो टेंशन’ या हब्बल टेंशन के नाम से जाना जाता है।

बिग बैंग से हुई ब्रह्मांड की उत्पत्ति

इस मुद्दे पर कई सम्मेलन किए गए हैं, समीक्षा लेख या पत्रिका में अनुसंधान पत्र प्राकशित किए गए हैं। कुछ इसे ब्रह्मांड विज्ञान के लिए ‘संकट’ के रूप में उल्लेख करते हैं, जिसके लिए ब्रह्मांड की हमारी समझ में एक आदर्श बदलाव की आवश्यकता है। ब्रह्मांड का विस्तार ‘बिग बैंग’ के बाद से इसके इतिहास का एक प्रमुख पहलू है, इसलिए यह हमारी समझ के कई अन्य तत्वों को रेखांकित करता है।

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