Auroras Alert: थैंक्सगिविंग नाइट पर रंगीन रोशनी से जगमग होगा आसमान! जानें कहां और कब दिखेगी ऑरोरा
Auroras Alert: कुर्सी की पेटी बांध लीजिए! एक बार फिर से आसमान में रंग-बिरंगी रोशनी दिखाई देगी। इस बार थैंक्सगिविंग नाइट में प्राकृतिक नजारा दिख सकता है। नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक, गुरुवार और शुक्रवार की रात को नॉर्दन लाइट्स दिख सकती है।
ऑरोरा अलर्ट
- पृथ्वी से टकरा सकता है CME।
- CME के टकराने के बाद पैदा होगी ऑरोरा।
- सक्रिय सनस्पॉट में हुआ था धमाका।
Auroras Alert: अमेरिका सहित कई देश नवंबर के चौथे गुरुवार को थैंक्सगिविंग डे मना रहे हैं, लेकिन प्रकृति हमें थैंक्सगिविंग नाइट मनाने का मौका देने जा रही है। दरअसल, गुरुवार और शुक्रवार की रात को नॉर्दन लाइट्स यानी उत्तरी रोशनी से आसमान रोशन हो सकता है।
तेजी से बढ़ रहा सौर तूफान
पृथ्वी की ओर तेरी से बढ़ रहे सौर तूफान की वजह से गुरुवार और शुक्रवार की रात को आसमान में रंगीन रोशनी दिखाई दे सकती है। इस प्राकृतिक आतिशबाजी का लुत्फ उठाने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कब और कहां नॉर्दन लाइट्स दिखाई देंगी।
नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के मुताबिक, अमेरिका और कनाडा में लाखों लोगों को 28 और 29 नवंबर को नॉर्दन लाइट्स देखने का मौका मिल सकता है।
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एनओएए के अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक, 25 नवंबर को एक सक्रिय सनस्पॉट से कोरोनल मास इजेक्शन (CME) उत्पन्न हुआ जिसकी वजह से गुरुवार या शुक्रवार को पृथ्वी के वायुमंडल से टकराने की संभावना है।
GPS हो सकते हैं बाधित
भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र या मैग्नेटोस्फीयर में होने वाली गड़बड़ी है जिसकी वजह से जीपीएस, पॉवर ग्रिड, सैटेलाइट की खराबी और रेडियो ब्लैकआउट का खतरा बना रहता है। NOAA का अनुमान है कि आगामी तूफान G1 या G2 श्रेणी का होगा।
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कब और कैसे देखें ऑरोरा?
नॉर्दन लाइट्स को देखने का सबसे बढ़िया तरीका प्रदूषण मुक्त इलाके से दूर रहना है। आसान भाषा में कहें तो किसी ऐसी जगह का चयन करें, जहां से आसमान एकदम साफ दिखता हो और शहर की रोशनी डिस्बर्ट न कर सकें। इसके बाद आप नग्न आंखों से ऑरोरा को देख पाएंगे, लेकिन स्मार्टफोन के कैमरे की मदद से नजारा और भी स्पष्ट और रंगीन हो सकता है।
NOAA ने इस बात की भी संभावना जताई कि अगर सीएमई पृथ्वी के वायुमंडल से दूर रहता है तो किसी प्रकार की ऑरोरा देखने को न मिले।शोधकर्ताओं ऑरोरा के बारे में तब तक पुख्ता जानकारी नहीं दे पाएंगे जब तक कि सीएमई गुरुवार को पृथ्वी के वायुमंडल के करीब नहीं आ जाता है।
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