Cyclone: चक्रवात का कैसे रखा जाता है नाम? कब हुई थी इसकी शुरुआत, जानें

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चक्रवाती तूफान रेमल

Cyclone Remal: उत्तर भारत में भीषण गर्मी के बीच बंगाल की खाड़ी से बनने वाला चक्रवाल रेमल (Cyclone Remal) पश्चिम बंगाल से टकरा सकता है। यूं तो तटीय इलाकों में रहने वाले लोग सालाना किसी-न-किसी चक्रवात का सामना जरूर करते हैं। बीते साल मिचौंग, मोचा और बिपरजॉय जैसे चक्रवातों ने भीषण तबाही मचाई थी। आइये समझते हैं- आखिर चक्रवात क्या है? और चक्रवात के नाम कैसे रखे जाते हैं?

क्या है चक्रवात? (What is Cyclone)

पानी की सतह पर उठने वाले तूफान को चक्रवात कहा जाता है। अंग्रेजी भाषा में इसे हम साइक्लोन (Cyclone) कहते हैं। चक्रवात निम्न वायुदाब के केंद्र में होता है। आसान शब्दों में कहें तो चक्रवात तेजी से चक्राकार घूमती हुई हवा होती है। उत्तरी गोलार्ध में यह एंटी-क्लॉकवाइज और दक्षिणी गोलार्ध में यह क्लॉकवाइज घूमती है।
अक्सर हमें तटीय राज्यों में ही ऐसे तूफान देखने को मिलते हैं और यह तूफान भीषण तबाही भी मचाते हैं। हाल ही में बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात रेमल के रविवार को पश्चिम बंगाल से टकराने की संभावना है। ऐसे में वहां पर तेज हवाएं चल सकती हैं। साथ ही भारी बारिश की भी संभावना जताई जा रही है।
जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की वजह से चक्रवात के समय में भारी परिवर्तन देखा गया है। पहले गर्मियों में अक्सर चक्रवात आते थे, लेकिन गर्मी और ठंडी दोनों में ही चक्रवात की घटनाओं को दर्ज किया जा चुका है।

कैसे रखे जाते हैं चक्रवात के नाम?
हर साल किसी-न-किसी चक्रवात की घटना के बारे में आप सुनते या पढ़ते होंगे? लेकिन क्या आपको पता है कि चक्रवात का हर बार नाम क्यों बदल जाता है और इसके पीछे कौन सा तंत्र काम करता है। यूं तो चक्रवात के कई बार अजीबो-गरीब नाम भी देखने को मिले हैं। जैसे- लीजा, बुलबुल, अंफान, निवार इत्यादि।
विश्व मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, भ्रम की स्थिति से बचने के लिए चक्रवात को एक नाम दिया जाता है। पहले महिलाओं के नाम पर चक्रवातों के नाम रखे जाते थे, लेकिन बाद में पुरुषों के नाम पर रखे जाने लगे।
विश्व मौसम विज्ञान विभान के नियानुसार चक्रवातों का नामकरण किया गया। अटलांटिक क्षेत्र में 1953 में नामकरण की परंपरा शुरू हुई, जबकि एशिया प्रशांत क्षेत्र में 2004 से चक्रवातों का नाम रखा जाने लगा। शुरुआत में भारत, बांग्लादेश सहित इसमें आठ ही देश थे, लेकिन 2019 में ईरान, कतर, सऊदी अरब, यूएई और यमन के शामिल होने के बाद संख्या बढ़कर 13 हो गई।

कौन-कौन से देश हैं शामिल

क्रमांकदेश का नाम
1भारत
2बांग्लादेश
3मालदीव
4श्रीलंका
5ओमान
6थाईलैंड
7म्यांमार
8पाकिस्तान
9ईरान
10कतर
11सऊदी अरब
12यूएई
13यमन

कब रखे जाते हैं चक्रवात के नाम?

चक्रवात आने की संभावना को देखते हुए भारत सहित 13 देश मिलकर चक्रवात के नाम रखते हैं। हालांकि, लगभग 25 सालों के लिए चक्रवात के नाम पहले से ही तय हैं। बंगाल की खाड़ी में टकराने वाले इस चक्रवात का नाम रेमल रखा गया है। रेमल का अरबी में अर्थ 'रेत' होता है।
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अनुराग गुप्ता author

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