Scorpion Venom: बिच्छू के जहर की कीमत सुन उड़ जाएंगे आपके होश, लाखों में बिकती है एक-एक बूंद
Scorpion Venom: दुनिया में बिच्छुओं की कई प्रजातियां मौजूद हैं। यूं तो बिच्छू का जहर इतना ज्यादा खतरनाक होता है कि महज एक डंक से इंसान परलोक सिधार जाए। इसके बावजूद उन्हें पकड़ने की होड़ मची रहती है। बिच्छू के एक-एक बूंद जहर की कीमत लाखों में होती है। अब सोचिये एक गैलन जहर कितने में मिलता होगा।
जहर की कीमत
मुख्य बातें
- बिच्छुओं को रोशनी और गर्मी नहीं भाती।
- रोशनी में वह दीवारों और पत्थरों में छुप जाते हैं।
- बिच्छुओं का जहर दुनिया में सबसे महंगे तरल पदार्थों में से एक है।
Scorpion Venom: दुनियाभर में कई बेशकीमती वस्तुओं मौजूद हैं, जिनके बारे में आप लोगों को बेशक जानकारी होगी, लेकिन आपको यह नहीं पता होगा कि बिच्छू का जहर कितना कीमती है। यूं तो बिच्छुओं को रोशनी और गर्मी दोनों ही पसंद नहीं है तभी तो वह अक्सर रात के अंधेरे में दिखाई देते हैं, जबकि दिन के उजाले में यह दीवारों, पत्थरों इत्यादि में छुपे रहते हैं। इनका जहर इतना ज्यादा कीमती है कि बदहाल पाकिस्तान में बिच्छुओं को पकड़ने का चलन तेज हो गया है।
होश उड़ा देगी जहर की कीमत
बिच्छुओं का जहर दुनिया में सबसे महंगे तरल पदार्थों में से एक है। बिच्छू के एक गैलन जहर की कीमत 39 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी 3.25 अरब रुपये तक हो सकती है। इतना महंगा जहर किसी अन्य जानवर या सरीसृप का नहीं बिकता है। बिच्छुओं की कुछ प्रजातियां बेहद जहरीली मानी जाती हैं जिनमें डेथस्टॉकर शामिल है। डेथस्टॉकर बिच्छू अपने डंक से इंसान को मौत की नींद सुला सकता है।
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बिच्छू का जहर
तस्वीर साभार : iStock
दवाइयां बनाने में होता है इस्तेमाल
बेहद खतरनाक होने के बावजूद बिच्छुओं के जहर को संभालकर निकाला जाता है, क्योंकि बिच्छू में एंटी कैंसर प्रॉपर्टीज इत्यादि मौजूद हैं। एंटीबायोटिक, पेनकिलर और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट इत्यादि को बनाने में भी बिच्छू के जहर का इस्तेमाल होता है।
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मांसाहारी होते हैं बिच्छू
रात के अंधेरे में UV प्रकाश में चमकने वाले बिच्छू मांसाहारी होते हैं और वह कीड़े-मकौड़ों को खाते हैं। मादा बिच्छू बच्चे को जन्म देती है और अपरिपक्व बिच्छू लगभग 50 दिनों तक अपनी मां की पीठ पर सवार रहता है। ऐसे में नर बिच्छू इनकी रक्षा करते हैं। जन्म के समय अपरिपक्व बिच्छू सफेद रंग का होता है। हालांकि, बिच्छुओं का रंग भूरा, पीला, काला या लाल हो सकता है।
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अनुराग गुप्ता author
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