पृथ्वी जैसा एक छोटे ग्रह की खोज से वैज्ञानिक उत्साहित; क्या बर्नार्ड-बी में है जीवन की संभावना?

Barnard b Exoplanet: अनंत ब्रह्मांड में खगोलविदों ने अबतक 5000 से अधिक बाह्यग्रहों की खोज की है और हाल ही में एक और पृथ्वी जैसे ग्रह की खोज हुई है, लेकिन क्या इसमें जीवन है? यह सवाल बेहद अहम है। दरअसल, सौरमंडल के बाहरी ग्रहों को खगोल विज्ञान की दुनिया में बाह्यग्रह कहा जाता है।

earth like exoplanet

बर्नार्ड बी एक्सोप्लैनेट (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुख्य बातें
  • लाल बौने तारे की परिक्रमा कर रहा पृथ्वी जैसा ग्रह।
  • वैज्ञानिकों ने पृथ्वी जैसे बाह्यग्रह का बनार्ड बी बताया नाम।
  • भविष्य में इसके करीब तीन और बाह्यग्रहों की हो सकती है खोज।
Barnard b Exoplanet: अनंत ब्रह्मांड में कई दुर्लभ आसमानी वस्तुओं की मौजूदगी है। हाल ही में वैज्ञानिकों को सौरमंडल के सबसे नजदीकी तारे के निकट एक दुर्लभ एवं अद्भुत बाह्यग्रह के साक्ष्य मिले हैं। बनार्ड तारा, जो एक लाल बौना तारा है वह पृथ्वी से लगभग 5.96 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है जिसके पास में एक असाधारण ग्रह की खोज हुई है।

पृथ्वी जैसा अनोखा बाह्यग्रह

साइंस अलर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, बनार्ड बी नामक बाह्यग्रह कोई साधारण ग्रह नहीं है, बल्कि यह एक आकर्षक और छोटा ग्रह है। बाह्यग्रह उन्हें कहा जाता है, जो हमारे सौरमंडल के बाहर के ग्रह होते हैं। वैज्ञानिकों ने अबतक 5000 से ज्यादा बाह्यग्रहों की खोज की है। बर्नार्ड बी नामक ग्रह का न्यूनतम द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का 37 फीसद है और यह शुक्र ग्रह का आधा है।
बकौल रिपोर्ट, बर्नार्ड बी पर जीवन की कोई संभावना नहीं है, लेकिन इसकी खोज हमें आकाशगंगा में बिखरे हुए पृथ्वी के आकार के ग्रहों की पहचान के करीब ले आई है। हालांकि, छोटे बाह्यग्रहों को खोजना बेहद मुश्किल काम है।

शोधकर्ताओं को मिला नए प्रकार का ग्रह

मौजूदा खोज 2018 में तारे की परिक्रमा करने वाले संभावित ग्रह के संकेतों के बाद हुई है। उस कल्पनाओं भरे एक्सोप्लैनेट को पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग तीन गुना माना जाता था, जो लगभग 0.4 AU की दूरी पर परिक्रमा करता था। हालांकि, उस द्रव्यमान या दूरी से मेल खाने वाले अबतक किसी भी ग्रह की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन बर्नार्ड बी नामक एक छोटा ग्रह जरूर मिल गया।
इसके अलावा बर्नार्ड तारे से आगे तीन और बाह्यग्रह छिपे हो सकते हैं, जिन्हें उस क्षेत्र में पहचानना मुश्किल है। स्पेन के एक खगोलविद जोने गोंजालेज हर्नांडेज ने बताया कि भले ही इस खोज में बहुत ज्यादा समय लगा हो, लेकिन हमें हमेशा विश्वास था कि हम कुछ न कुछ खोज लेंगे।
बर्नार्ड तारा, जिसे जीजे 699 के नाम से भी जाना जाता है, खगोलविदों के लिए एक रुचिकर विषयों में से एक है। पृथ्वी के सबसे करीब एकमात्र तारा सेंटॉरी ट्रिनरी सिस्टम है। बर्नार्ड का तारा सूर्य की तरह सिर्फ एकलौता तारा नहीं है, बल्कि यह एक लाल बौना तारा है, जो आकाशगंगा में बेहद आम तारा है।

खगोलविदों ने क्या कुछ कहा

बकौल खगोलविद, छोटे बाह्यग्रहों को तलाशना बड़े बाह्यग्रहों को खोजने से कहीं ज्यादा मुश्किल काम है। हम बाह्यग्रहों को ज्यादातर उनके मेजबान तारों पर पड़ने वाले प्रभाव की पहचान करके खोजते हैं।
उन्होंने कहा कि बर्नार्ड बी सबसे कम द्रव्यमान वाले ज्ञात ग्रहों में से एक है और पृथ्वी से भी कम द्रव्यमान वाले कुछ ग्रहों में से एक है, लेकिन यह ग्रह अपने तारे के बेहद करीब है। भले ही यह तारा सूर्य की तुलना में 2500 डिग्री ठंडा हो, लेकिन इसकी सतह पर तरल पानी बनाए रखने के लिए क्षमता से बेहत गर्म है। हालांकि, शोधकर्ताओं बर्नार्ड तारे की परिक्रमा करने वाले अन्य तीन संभावित बाह्यग्रहों की तलाश में करेंगे।
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अनुराग गुप्ता author

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