2030 तक ब्रह्मांडीय मानचित्र तैयार करेगा Euclid Telescope, डार्क एनर्जी के खुलेंगे राज; NASA ने शेयर की यह तस्वीर

Dark Energy: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने यूरोप के यूक्लिड स्पेस टेलीस्कोप की मदद से पहली बार मेसियर 78 (Messier 78) का एक अद्भुत नजारा दिखाया है। यूक्लिड ने अपने इन्फ्रारेड कैमरे की मदद से बादलों के पार तारों की नर्सरी की छोटी वस्तुओं को कैप्चर किया। वहीं, यूक्लिड एक ब्रह्मांडीय मैप तैयार कर रहा है।

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मेसियर 78 की तारों की नर्सरी (फोटो: NASA)

Dark Energy: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने यूरोप के यूक्लिड स्पेस टेलीस्कोप (Euclid Space Telescope) की मदद से पहली बार मेसियर 78 (Messier 78) का एक अद्भुत नजारा दिखाया है। नासा की यह तस्वीर अंतरिक्ष प्रेमियों को मंत्रमुग्ध कर देगी। इस तस्वीर में मेसियर 78 में छिपी हुई तारों की नर्सरी (Star Nursery) को दर्शाया गया है। हालांकि, यूक्लिड का मिशन डार्क एनर्जी और डार्क मैटर के रहस्यों से पर्दा उठाना है।

मंत्रमुग्ध कर देगी तारों की नर्सरी

यूक्लिड ने अपने इन्फ्रारेड कैमरे की मदद से बादलों के पार तारों की नर्सरी की छोटी वस्तुओं को कैप्चर किया। यह तस्वीर और हाल ही में जारी की गई चार अन्य तस्वीरें यूक्लिड की ब्रह्मांडीय रहस्यों का पता लगाने की क्षमता को प्रदर्शित करती है। बकौल नासा, विज्ञानियों को लगता है कि डार्क मैटर पूरे ब्रह्मांड में भ्रमण करती है और यह एक विशाल वेब जैसी संरचना में मौजूद है। साथ ही उन्हें यह भी लगता है कि डार्क मैटर ज्ञात पार्टिकल्स से नहीं बना है, क्योंकि अगर ऐसा होता तो ब्रह्मांड काफी अलग दिखता।

डार्क एनर्जी क्या है? (What is Dark Energy)

विज्ञानियों ने इस बात आंकलन किया है कि डार्क मैटर ने ब्रह्मांड के तकरीबन 27 फीसद हिस्से को बनाया है, लेकिन उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि वह खुद क्या है। हालांकि, ब्रह्मांड की निगरानी करने पर यह पता चला है कि ब्रह्मांड का विस्तार हो रहा है और यह पहले की तुलना में तेजी से फैल रहा है। हालांकि, ऐसा क्यों हो रहा है इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है।
बकौल नासा, ब्रह्मांड को लेकर विज्ञानियों का मानना है कि ब्रह्मांड में कुछ ऐसा जरूर है जिसका प्रतिकारक गुरुत्वाकर्षण प्रभाव (Repulsive Gravitational Effect) है, जो ब्रह्मांड को एकसाथ खींचने के बजाय पीछे धकेलता है। इस घटना को डार्क एनर्जी कहा जाता है।

कैसे बदली डार्क एनर्जी की ताकत?

बकौल नासा, यूक्लिड के ब्रह्मांडीय मानचित्र में आकाश का लगभग एक तिहाई हिस्सा मौजूद होगा और 2030 तक यह (Cosmic Map) तैयार हो जाएगा। उस स्थिति में विज्ञानी अधिक सटीकता के साथ डार्क मैटर की उपस्थिति का चार्ट बना पाएंगे। ब्रह्मांडीय मानचित्र की बदौलत विज्ञानी इस बात की स्टडी भी कर सकेंगे कि आखिर समय के साथ डार्क एनर्जी की ताकत कैसे बदली है?
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अनुराग गुप्ता author

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