27 मई का इतिहास : आज ही के दिन हुआ था देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का निधन

27 May History: 27 मई का दिन भारतीय लोकतांत्रिक इतिहास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। 1921 में ब्रिटेन के नियंत्रण के 84 बरस बाद अफगानिस्तान को संप्रभुता मिली वहीं 1948 में महात्मा गांधी की हत्या का मुकदमा शुरू हुआ था।

aaj ka itihas 27 may 2024

27 मई की तारीख पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा

27 May History: इतिहास एक दिन में नहीं बनता, लेकिन किसी एक दिन की बड़ी घटना इतिहास में एक बड़ा मोड़ ले आती है। आज 27 मई का यह दिन कहने को तो साल के बाकी दिनों की तरह एक साधारण सा 24 घंटे का दिन ही है, लेकिन इस दिन के नाम पर इतिहास की कई बड़ी घटनाएं दर्ज हैं। भारत के इतिहास की बात करें, तो देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का निधन आज ही के दिन हुआ था। इसके अलावा महात्मा गांधी की हत्या का मुकदमा भी आज ही शुरू हुआ था।

देश और दुनिया के इतिहास में 27 मई की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-

1703 : सेंट पीटर्सबर्ग की स्थापना। रूस के इतिहास में इस शहर का खास महत्व है और इसे 1917 की महान रूसी क्रांति के गवाह के तौर पर विशेष पहचान मिली।

1813 : अमेरिका ने फोर्ट जॉर्ज, कनाडा पर कब्जा किया।

1895 : ब्रिटिश आविष्कारक बर्ट एक्रेस ने फिल्म कैमरा/प्रोजेक्टर का पेटेंट कराया।

1908 : मौलाना हकीम नुरूद्दीन अहमदिया मुस्लिम समुदाय के पहले खलीफा बने।

1921 : ब्रिटेन के नियंत्रण के 84 बरस बाद अफगानिस्तान को संप्रभुता मिली।

1927 : चीन के गृह युद्ध में जापानी सेना का दखल।

1941 : जर्मन जंगी जहाज बिस्मार्क को ब्रिटिश नौसेना ने डुबोया।

1948 : महात्मा गांधी की हत्या का मुकदमा शुरू।

1951 : बम्बई (अब मुंबई) में तारापोरवाला मछली घर का उद्घाटन। आज यह मछलियों के एक बड़े संग्रह के तौर पर विख्यात है। यहां देश दुनिया की बहुत सी प्रजातियों की मछलियां और अन्य समुद्री जीव रखे गए हैं।

1957 : कॉपीराइट विधेयक को मंजूरी दी गई। इसे 21 जनवरी 1958 को लागू किया गया।

1964 : आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का निधन।

1977 : पैन एम और केएलएम के दो विमान टकराए, 582 लोगों की मौत।

1980 : दक्षिण कोरियाई पुलिस ने जन आंदोलन को कुचला, 2000 लोगों की मौत।

1991 : ऑस्ट्रिया के बोइंग विमान में धमाका, 223 लोगों की मौत।

1994 : रूसी मूल के उपन्यासकार अलेक्सांद्र सोलज़ेनित्सिन की 20 वर्ष तक अमेरिका में निर्वासित जीवन बिताने के बाद रूस में घर वापसी।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | नॉलेज (knowledge News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

रवि वैश्य author

मैं 'Times Now नवभारत' Digital में Assistant Editor के रूप में सेवाएं दे रहा हूं, 'न्यूज़ की दुनिया' या कहें 'खबरों के संसार' में काम करते हुए करीब...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited