गिरफ्तारी और हिरासत में क्या है फर्क, खान सर को क्यों ले गई थी पुलिस

Khan Sir Case: प्रसिद्ध शिक्षक व यूट्यूबर खान सर को पटना पुलिस ने रिहा कर दिया। दरअसल, 70वीं बीपीएससी संयुक्त प्राथमिक परीक्षा के नियमों को लेकर अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने वाले खान सर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। ऐसे में चलिए समझते हैं कि हिरासत और गिरफ्तारी में क्या अंतर होता है।

खान सर

Khan Sir Case: प्रसिद्ध शिक्षक व यूट्यूबर खान सर ने उस वक्त सुर्खियां बटोरी जब वह बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्राथमिक परीक्षा के नियमों में बदलाव के खिलाफ छात्रों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे और अचानक पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया, लेकिन कुछ लोगों को ऐसा लगा मानो खान सर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि ऐसा कुछ था नहीं। ऐसे में आज हम यह जानेंगे कि हिरासत और गिरफ्तारी के बीच का बुनियादी अंतर क्या है।

अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं जब किसी को हिरासत में लिया जाता है या फिर किसी की गिरफ्तारी होती है, लेकिन कई बार लोग दोनों को एक ही समझते हैं, जबकि ऐसा है नहीं। दोनों में काफी अंतर होता है।

हिरासत के बारे में जानें

जब कभी सामान्य परिस्थितियों में पुलिस किसी व्यक्ति को किसी मामले की जानकारी जुटाने के उद्देश्य से थाने ले जाती है तो उसे हिरासत में लेना कहा जाता है और ऐसे किसी व्यक्ति को लॉकअप में नहीं रखा जाता है और न ही उसके साथ मारपीट की जाती है। हिरासत में लिए गए व्यक्ति को परिवार से बात करने, घर से खाना मंगवाने या अन्य किसी अधिकार से अलग नहीं किया जा सकता है।

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