डरावनी है आकाशगंगाओं की रोशनी, नजारा देख खड़े हो जाएंगे आपके कान
NASA Images: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने आकाशगंगाओं के समूह में बिखरे हुए तारों की डरावनी रोशनी वाली एक तस्वीर जारी की। यह डरावनी रोशनी पेंडोरा क्लस्टर से उजागर हो रही है। हालांकि, यह तारे किसी आकाशगंगा के नहीं, बल्कि पूरी तरह से आजाद हैं और पेंडोरा क्लस्टर में भ्रमण कर रहे हैं।
पेंडोरा क्लस्टर (फोटो साभार: NASA)
- NASA ने साझा की तस्वीर।
- Hubble से कैप्चर हुआ था नजारा।
- चार प्रकाश वर्ष दूर है पेंडोरा क्लस्टर।
NASA Images: अनंत रहस्यों से भरे हुए ब्रह्मांड के कुछ ही रहस्यों से वैज्ञानिक अबतक पर्दा उठा पाए हैं और साथ ही उन्होंने अंतरिक्ष के प्रति लोगों की समझ को भी विकसित किया है। हालांकि, ब्रह्मांड हमारी कल्पनाओं से भी परे है। वैज्ञानिकों ने हबल स्पेस टेलीस्कोप, जेम्स वेब टेलीस्कोप सहित अन्य टेलीस्कोप की मदद से डीप स्पेस में झांकने की कोशिश की और कई अद्भुत नजारों को देखकर आश्चर्यचकित रह गए।
Hubble ने कैद किया डरावना नजारा
हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने आकाशगंगाओं के समूह में मौजूद भटकते हुए तारों की भूतिया रोशनी की अनोखी तस्वीर जारी की। इस अनोखे नजारे को हबल स्पेस टेलीस्कोप ने कैप्चर किया है। बकौल नासा, पृथ्वी से लगभग चार प्रकाश वर्ष दूर 500 आकाशगंगाओं का एक विशाल समूह है, जिसे पेंडोरा क्लस्टर (Pandora’s Cluster) कहा जाता है। इस समूह के भीतर भटकते हुए तारों की हल्की रोशनी डरावनी प्रतीत हो रही है।
यह भी पढ़ें: Blue Moon: सुपरमून तो ठीक था, पर ये ब्लू मून क्या है और कब दिखेगा?
तस्वीर में दिखाई देने वाले तारे किसी एक आकाशगंगा का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि यह पूर्णत: आजाद हैं और समूह में मौजूद आकाशगंगाओं के बीच में भ्रमण कर रहे हैं। आसान शब्दों में कहें तो इन तारों पर किसी भी आकाशगंगा का वश नहीं है।
पेंडोरा क्लस्टर में बिखरी आकाशगंगाएं
बकौल नासा, पेंडोरा क्लस्टर में घूम रहे आजाद तारों की रोशनी का जब अध्ययन किया गया तो वैज्ञानिकों को ऐसे साक्ष्य मिले, जो यह बताते हैं कि 6 अरब वर्षों के दौरान क्लस्टर में छह आकाशगंगाएं टूटकर बिखर गई हैं।
वैज्ञानिकों का लंबे समय से यह सोचना है कि आकाशगंगाओं के अलग होने के बाद बिखरे हुए तारों से आने वाली रोशनी का पता लगाया जा सकता है, लेकिन तारों की चमक बेहद फीकी है। ऐसे में इसे पहचानना किसी चुनौती से कम नहीं। हालांकि, हबल ने इस रोशनी का अवलोकन किया है। भूतिया रोशनी के बारे में ज्यादा जानना आकाशगंगा समूहों के विकास को समझने में एक अहम कदम है।
यह भी पढ़ें: क्या होता है सुपरमून? कब दिखेगा सबसे चमकीला चांद; जानें देखने का परफेक्ट समय
नीली रोशनी से सरावोर आकाशगंगाएं
बकौल नासा, सैकड़ों आकाशगंगाएं नीले तारों की रोशनी से सरावोर हैं। कुछ आकाशगंगाएं दूसरी आकाशगंगाओं की तुलना में ज्यादा फोकस में हैं, जबकि कुछ की सर्पिल भुजाएं दिखाई दे रही हैं और कुछ धुंधली धब्बों जैसी हैं। हालांकि, तस्वीर के किनारों पर सुदूर अंतरिक्ष का अंधेरा दिखाई दे रहा है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | नॉलेज (knowledge News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। खबरों की पड़ताल करना इनकी आदतों में शुमार हैं और यह टाइम्स नाउ नवभारत की वेबसाइट क...और देखें
पहली बार Milky Way से परे तारे की 'Zoomed-In' तस्वीर हुई कैप्चर, मिले सुपरनोवा विस्फोट के संकेत
मद्रास राज्य के नाम बदलने के प्रस्ताव को लोकसभा में कब मिली थी मंजूरी? जानें आज की तारीख का इतिहास
साल के आखिरी माह इन मेटियोर शॉवर से जगमग होगा आसमान, जानें कब और कहां दिखेगी उल्का बरसात
आजाद भारत का पहला डाक टिकट कब हुआ था जारी? कितनी थी उसकी कीमत, जानें
दिल्ली सहित उत्तर भारत में 'दमघोंटू' हवा, पर दक्षिण भारत में क्यों साफ रहती है हवा; जानें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited