शहरों से धीरे-धीरे गायब हो रहे रंग-बिरंगे पक्षी और उबाऊ हो रहे नजारे, जानें क्यों हो रहा है ऐसा?

Songbirds: विभिन्न रंग -बिरंगे पक्षी हमारे शहरों से धीरे-धीरे गायब होते जा रहे हैं। शोधकर्ताओं ने ब्रिस्बेन में 42 प्रकार के परिदृश्यों में पक्षियों की 82 प्रजातियों की जांच की। ब्रिस्बेन में संकटग्रस्त प्रजातियों में सफेद गले वाला गेरीगोन (गेरीगोन ओलिवेसिया) शामिल है, जो हमारे शहरों से लुप्त हो रही हैं।

रंग-बिरंगे विलुप्त हो रहे पक्षी

मुख्य बातें
  • पक्षियों की 82 प्रजातियों की हुई जांच।
  • शहरीकरण के चलते पक्षी हो रहे विलुप्त।
  • पक्षी शहरी जीवन को मजेदार बनाने में करते हैं मदद।
Songbirds: नव भोर को अपनी सुरीली बोलियों से गुंजायमान करने वाले तथा उद्यानों एवं बागों में फूलों के साथ तमाम नये रंग भरने वाले विभिन्न रंग -बिरंगे पक्षी हमारे शहरों से धीरे-धीरे गायब होते जा रहे हैं। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आयी है। शोधकर्ताओं ने ब्रिस्बेन में 42 प्रकार के परिदृश्यों में पक्षियों की 82 प्रजातियों की जांच की। परिदृश्यों की श्रेणी में पार्क, झाड़ियों वाले आरक्षित क्षेत्र और औद्योगिक व आवासीय क्षेत्र शामिल थे।

लुप्त हो रहे पक्षी!

शोधकर्ताओं के निष्कर्ष स्पष्ट थे: शहरीकरण, विशेष रूप से निर्मित आधारभूत संरचनाओं में वृद्धि और हरे भरे स्थानों का नुकसान उन पक्षी समुदायों की संख्या में गिरावट से जुड़ा था जिन्हें हम सबसे अधिक आकर्षक मानते हैं। दूसरे शब्दों में मधुर गीत गाने वाले कई रंग-बिरंगे पक्षी या तो लुप्त हो रहे हैं या खत्म हो रहे हैं। इनमें कई छोटी प्रजातियां शामिल हैं, जो बढ़ते शहरीकरण से सबसे अधिक प्रभावित हैं।
सुंदरता देखने वाले की नजर में हो सकती है, लेकिन पूर्व में किए गए शोधों से पता चला है कि चमकीले रंग, विपरीत रंग छटाओं और मधुर आवाज वाले पक्षियों की प्रजातियों को आकर्षक माना जाता है। उन्हें देखना और सुनना हमारे मनोभाव को खुशनुमा बना सकता है। जैसे-जैसे शहर फैलते हैं और मौजूदा शहरी क्षेत्रों में जनसंख्या बढ़ती है वैसे-वैसे पक्षियों के प्राकृतिक एवं जीवंत अस्तित्व को खोने का जोखिम बढ़ता है। ये पक्षी शहरी जीवन को मजेदार बनाने में मदद करते हैं।
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