बड़ा खतरा! स्पेन सहित इन देशों में मिला पोलियोवायरस; जानिए इसके बारे में सबकुछ

Poliovirus: पोलियो को पोलियोमाइलाइटिस के नाम से भी जाना जाता है। यह पोलियोवायरस के कारण होने वाली एक अत्यंत संक्रामक बीमारी है। यह तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है और कुछ ही घंटों में पूर्ण पक्षाघात का कारण बन सकता है। वायरस मुंह के माध्यम से प्रवेश करता है और आंत में उसकी प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है। संक्रमित लोग मल मार्ग और मुख मार्ग से पर्यावरण में पोलियोवायरस फैलाते हैं।

पोलियोवायरस

Poliovirus: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 1988 में पोलियो के वैश्विक उन्मूलन का आह्वान किया। एक दशक के भीतर तीन पोलियोवायरस उप स्वरूपों में से एक को पहले ही लगभग समाप्त कर दिया गया था। इसका अर्थ है कि दुनिया भर में इस बीमारी के नए मामलों में स्थायी कमी आई है।

पोलियोवायरस एक संक्रामक बीमारी

पोलियो को पोलियोमाइलाइटिस के नाम से भी जाना जाता है। यह पोलियोवायरस के कारण होने वाली एक अत्यंत संक्रामक बीमारी है। यह तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है और कुछ ही घंटों में पूर्ण पक्षाघात का कारण बन सकता है। वायरस मुंह के माध्यम से प्रवेश करता है और आंत में उसकी प्रजनन क्षमता बढ़ जाती है। संक्रमित लोग मल मार्ग और मुख मार्ग से पर्यावरण में पोलियोवायरस फैलाते हैं।

लगभग हर 200 संक्रमणों में से एक के मामले में स्थायी पक्षाघात होता है (आमतौर पर पैरों को प्रभावित करता है)। जो लोग पक्षाघात से पीड़ित होते हैं, उनमें से पांच से 10 प्रतिशत की मृत्यु सांस लेने वाली मांसपेशियों के स्थिर हो जाने के कारण होती है।

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