जानवर या इंसान? चीन के वुहान से कैसे फैली महामारी? नई रिसर्च में खुल गए सभी राज!

Covid-19 Pandemic: कोरोना वायरस को लेकर सामने आई रिसर्च में चीन के वुहान शहर से महामारी फैलने के संकेत मिलते हैं। साथ ही इस रिसर्च में वायरस को जानवरों से जोड़ा गया। बता दें कि दुनियाभर में कोरोना महामारी ने जमकर उत्पाद मचाया जिसकी वजह से लाखों लोगों की मौत हो गई, जबकि करोड़ों लोग इससे संक्रमित हुए थे।

China Corona

कोरोना वायरस

मुख्य बातें
  • कोरोना की चपेट में आए थे दुनियाभर के लोग।
  • कोरोना संक्रमण को लेकर लगातार हो रहे अध्ययन।
  • वुहान में मिले थे कोरोना के शुरुआती मामले।
Covid-19 Pandemic: कोरोना महामारी की शुरुआत साल 2019 में चीन में हुई जिसके बाद देखते ही देखते इस वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी जद में ले लिया और करोड़ो लोगों की सांसें थम गईं। दुनियाभर में कोरोना महामारी के दरमियां अस्पताल संक्रमितों से पटे हुए थे और अरबों लोग संक्रमित हुए थे। हर तरफ दर्द के कराहते लोग दिखाई दे रहे थे। कई देशों में तो अभी तक कोरोना अपना कहर बरपा रहा है, पर हर किसी के ज़हन में सिर्फ एक ही सवाल आज भी घूम रहा है कि आखिर ये वायरस आया कहां से?
दुनियाभर के कई विशेषज्ञों ने दावा किया था कि चीन की वुहान लैब से कोरोना वायरस निकला और दुनिया के कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया। अमेरिका जैसे कई देश तो सीधेतौर पर चीन को इस वायरस को फैलाने का आरोप लगाते रहे हैं, जबकि चीन इन आरोपों को खारिज करता रहा है, लेकिन एक नई रिसर्च से चीन से वायरस फैलने की बात को बल मिला है।

नई रिसर्च में चौंका देने वाला खुलासा

सेल नामक पत्रिका में पब्लिश एक शोधपत्र के मुताबिक, यह संकेत मिले हैं कि चीन के वुहान स्थित एक मार्केट से संभवत: कोरोना वायरस फैला था। हालांकि, हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट के साथ कोविड-19 संक्रमण के संबंध उस वक्त स्थापित हुए जब वुहान के अस्पतालों में रहस्यमय निमोनियो से पीड़ित मरीज सामने आए, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि बाजार में मौजूद जानवर वास्तव में संक्रमित थे या नहीं।
फ्रांस के CNRS रिसर्च एजेंसी की बायोलॉजिस्ट और शोधपत्र की को-ऑथर फ्लोरेंस डेबर ने कहा कि हमारे द्वारा देखे गए रिजल्ट संक्रमित जानवरों के अनुरूप हैं, लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि वे वास्तव में संक्रमित थे।

क्या हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट से फैला संक्रमण?

बकौल रिपोर्ट, हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट में 2019 के अंत में रैकून कुत्ते, खरगोस जैसी प्रजातियों वाले जानवर मौजूद थे। ये जानवर मार्केट के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में थे, जहां SARS-CoV-2 वायरस का पता लगाया गया था। शोधकर्ताओं ने इंसानी डीएनए की तुलना में जंगली जानवरों की प्रजातियों का अधिक डीएनए पाया गया जिसमें रैकून कुत्ते इत्यादि शामिल थे। इस डेटा से ऐसे संकेत मिलते हैं कि या तो उस खास हिस्से में मौजूद जानवरों ने वायरस को फैलाया था या इस वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की वजह से उस जगह पर वायरस पहुंचा होगा।
अमेरिका के स्क्रिप्स इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर क्रिस्टियन एंडरसन होलसेल मार्केट से वायरस के जुड़े होने की संभावित स्त्रोत की बात करते हैं। उनका कहना है कि हमें इस बार की एक बहुत सुसंगत कहानी मिलती है कि होलसेल मार्केट ही विशेष महामारी का संभावित स्त्रोत है। हालांकि, चीन ने वुहान के बाजार से कोरोना संक्रमण के फैलने की बात को खारिज कर दिया है। साथ ही नया नैरेटिव गढ़ने की कोशिश की कि वुहान में यह वायरस चीन के बाहर से आया है।
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अनुराग गुप्ता author

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