कभी मत जाना नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड, गंवानी पड़ सकती है जान; रहस्यों से घिरा है यह भारतीय द्वीप
North Sentinel Island: नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड सेंटिनलियों के लिए जाना जाता है। इस जनजातीय समुदाय के लोग सदियों से बाहरी दुनिया के संपर्क में नहीं आए हैं। यह द्वीप किसी रहस्यमयी जगहों से कम नहीं है, क्योंकि आज तक यह पता नहीं चला कि तूफानों, चक्रवात इत्यादि जैसी आपदाओं के बावजूद यह खुद को सुरक्षित कैसे रखते हैं?
नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड
North Sentinel Island: यूं तो दुनिया में कई रहस्यमयी जगहें मौजूद हैं, लेकिन भारत में स्थित इस जगह के बारे में आप नहीं जानते होंगे? हम बात कर रहे हैं अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में स्थित नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड की। यह आईलैंड कहानियों से भरा हुआ है। यहां पर किसी का भी जाना प्रतिबंधित है और जो गया उसका वापस लौटना नामुमकिन है।
नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड में जाना प्रतिबंधित
यूं तो हिंदुस्तान के एक आजाद मुल्क है और आप कहीं भी जा सकते हैं, लेकिन नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड में आपका जाना प्रतिबंधित है। भारत सरकार ने खुद यह पाबंदी लगाई है। दरअसल, इस द्वीप में एक ऐसा जनजातीय समुदाय रहा है, जिनका बाहरी लोगों के साथ कोई संपर्क नहीं है और न ही इन्हें बाहरी लोगों के साथ बातचीत करना पसंद है। बाहरी लोगों को देखकर यह आक्रामक हो जाते हैं। कहा तो यहां तक जाता है कि अगर नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड में एक बार गए तो फिर आपका कोई अता-पता नहीं रहेगा। आईलैंड से जुड़ी हुई कई घटनाएं विगत में दर्ज की जा चुकी हैं। इनकी अपनी अलग ही भाषा है।
नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड सेंटिनलियों के लिए जाना जाता है। इस जनजातीय समुदाय के लोग सदियों से बाहरी दुनिया के संपर्क में नहीं आए हैं। शिकार करना इनकी दिनचर्या में शामिल हैं और यह लोग आदम के जमाने के हथियार यानी की तीर-धनुष और भाले इत्यादि का इस्तेमाल करते हैं।
आईलैंड का रुक गया समय
नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो यहां पर समय रुक सा गया है। विकास की कोई धारा यहां पर नहीं बहती है। यहां के लोग आज भी बिना कमरों के रहते हैं और शिकार करके अपना पेट भरते हैं। हालांकि, वह भीषण बारिश, तूफान इत्यादि आपदाओं के बावजूद खुद को जीवित कैसे रखते हैं? यह सबसे बड़ा रहस्य बना हुआ है।
यह भी पढ़ें: अजीबो गरीब दिखने वाले 'ट्री ऑफ लाइफ' का सुलझा रहस्य, DNA अध्ययन ने उत्पत्ति से जुड़े ये राज खोले
नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड की रोचक बातें
- अंडमान द्वीप के उत्तरी इलाके में रहने वाली इस जनजाति को लॉस्ट ट्राइव (Lost Tribe ) भी कहा जाता है।
- इस द्वीप में बाहरी लोगों का जाना वर्जित है और यह भारत का एकमात्र ऐसा द्वीप है।
- नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड में बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं। यहां रहने वाले जनजातीय समुदाय के लोग बिना बिजली और मोबाइल नेटवर्क के रहते हैं।
- इस जनजातीय समुदाय के लोग दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे अलग-थलग जनजातियों में से एक हैं।
यह भी पढ़ें: कहीं डरावनी डॉल तो कहीं गायब हुए जहाज... ये हैं दुनिया की पांच रहस्यमयी जगहें? जिनके अनसुलझे हैं राज
नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड के लोग क्या खाते हैं?
नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड में रहने वाले लोग शिकार करके खाना पसंद करते हैं। इनके खाने में समुद्री मछलियां इत्यादि रहती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 23 वर्ग मील में फैले नॉर्थ सेंटिनल आईलैंड पर 60 हजार साल से इंसान रह रहे हैं और 1997 में सरकार ने इस लोगों के साथ संपर्क स्थापित करने की कोशिशें भी समाप्त कर दी थीं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | नॉलेज (knowledge News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। खबरों की पड़ताल करना इनकी आदतों में शुमार हैं और यह टाइम्स नाउ नवभारत की वेबसाइट क...और देखें
किसकी याद में 'गेटवे ऑफ इंडिया' का हुआ निर्माण? जानें इतिहास की रोचक बातें
पृथ्वी ने 2687 साल पहले झेला था 'विनाशकारी' सौर तूफान का कहर, हालिया रिसर्च में हुआ ये खुलासा
सीमा सुरक्षा बल की कब हुई थी स्थापना? जानिए एक दिसंबर की तारीख क्यों है खास?
2 साल बाद 'फायरबॉल' की क्यों हो रही चर्चा; खोज के कुछ घंटे बाद ही आसमान में दिखी हरे रंग की रोशनी
प्रियंका चोपड़ा ने किस सवाल का जवाब देकर जीता था मिस वर्ल्ड का खिताब, जानें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited