अंतरिक्ष में दिखा 250 प्रकाश वर्ष तक फैला अनोखा 'सुपरबबल'; विज्ञानियों के लिए बना है रहस्य

NASA Image: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सुदूर अंतरिक्ष में मौजूद एक अनोखे नेबुला की दुर्लभ तस्वीर जारी की है। नेबुला का दुर्लभ नजारा हबल स्पेस टेलीस्कोप ने कैप्चर किया था। जिसमें एक सुपरबबल दिखाई दे रहा है, जो विज्ञानियों के लिए किसी रहस्य से कम नहीं है। N44 नेबुला में विभिन्न रंग के असंख्य तारे दिखाई दे रहे हैं।

नेबुला क्या है? (फोटो साभार: NASAHubble)

मुख्य बातें
  • हबल स्पेस टेलीस्कोप ने कैप्चर किया दुर्लभ नजारा।
  • पृथ्वी से हजारों प्रकाश वर्ष दूर है N44 नेबुला।
  • N44 नेबुला में मौजूद है 'सुपरबबल'।

NASA Image: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने धूल और गैस के मिश्रण की जटिल संरचना वाले एक नेबुला (Nebula) की दुर्लभ तस्वीर साझा की है। दरअसल, यह जटिल संरचना पृथ्वी से हजारों प्रकाश वर्ष दूर लॉर्ड मैगेलैनिक बादलों में स्थित है।

क्या है नेबुला?

जब कभी ब्रह्मांड के बारे में चर्चा होती है तो नेबुला या निहारिका जैसे शब्द अक्सर सुनाई देते हैं, लेकिन असल में यह क्या है? दरअसल, नेबुला अंतरिक्ष में धूल और गैस के बड़े बादल हैं। 16वीं शताब्दी में ब्रिटिश खगोलविद विलियम हेर्शल ने नेबुला शब्द की खोज की थी।
माना जाता है कि ब्रह्मांड की उत्पत्ति के समय जब विस्फोट हुआ होगा तब नेबुला बने होंगे। हालांकि, कुछ नेबुला सुपरनोवा से बनते हैं। यानी तारे का जीवनकाल जब समाप्त होता है और उसमें विस्फोट होता है तो उसी से निकलने वाली धूल और गैस से नेबुला बनते हैं। एक तारे का खत्म होना और नए तारे का जन्म लेना यह ब्रह्मांड की सतत प्रक्रिया है और यह हमेशा चलती है। ब्रह्मांड में कुछ ऐसे नेबुला क्षेत्र हैं जहां पर नए तारे जन्म लेते हैं।
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