Earthquake: भूकंप को पहले ही महसूस कर लेते हैं यह जीव-जंतु? इनके बारे में आप भी जान लें

भूकंप आते ही जान बचाने के इरादे से सब इधर-उधर भागने लगते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ जीव-जंतु ऐसे भी होते हैं जिन्हें भूकंप का आभास पहले ही हो जाता है। कई बार तो तीव्रता तो इतनी कम होती है कि सिर्फ वैज्ञानिक उपकरण के माध्यम से ही पता चल पाता है कि भूकंप आया था, लेकिन कुछ जीव-जंतुओं को दबे पांव आए भूकंप के बारे में भी पता लग जाता है।

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सांप को भूकंप का हो जाता है आभास

Earthquake: भूकंप, यह शब्द सुनते ही जहन में अफरा-तफरी मचने लगती है। सुरक्षित स्थान ढूंढने की कवायद शुरू हो जाती है और हो भी क्यों न, क्योंकि जीवन की सुरक्षा का सवाल है। कहीं-न-कहीं पर हम आए दिन भूकंप की खबरें पढ़ते और सुनते हैं, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि भूकंप के बारे में सबसे पहले किसे पता चलता है।

यूं तो भूकंप के बारे में सबसे पहले जानकारी सीस्मोग्राफ दर्ज करता है और यह एक वैज्ञानिक उपकरण हैं, लेकिन ऐसा माना जाता है कि भूकंप के बारे में जीव-जंतुओं को पहले ही पता चल जाता है और इसको लेकर कई रिसर्च भी हो चुकी है। तो चलिए विस्तार से समझते हैं कि वैज्ञानिक उपकरणों से भी पहले आखिर कौन सा जीव है, जो भूकंप की आहट को महसूस कर लेता है।

क्या सांप को होता है भूकंप का आभास?

ऐसा माना जाता है कि सांप को भूकंप का आभास पहले ही हो जाता है तभी तो भूकंप आने से पहले ही वह अपने बिलों से पहले ही बाहर आने लगते हैं। वहीं, रिसर्च में पाया गया है कि दवे पांव आए भूकंप का अहसास भी सांप को हो जाता है। आसान भाषा में कहें तो कम तीव्रता वाले भूकंप का भी उन्हें आभास हो जाता है। सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि सांप का खून ठंडा होता है। ऐसे में वह ठंडे मौसम में अपने बिलो से बाहर नहीं आते हैं, लेकिन जिन भूकंप के झटकों को मनुष्य भी महसूस नहीं कर पाते उनके आभास मात्र से यह जीव अपने बिल से बाहर निकल आते हैं।

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सांप के अलावा अगर हम बात करें तो कुछ हद तक चींटियों और मछलियों को भी इनके बारे में पता चल जाता है। मछलियों को तो इसलिए भी भूकंप के बारे में पता चल जाता है, क्योंकि वह पानी में रहती हैं और पानी में कंपन का अहसास हो जाता है। अमूमन धरती में भूकंप के झटके महसूस होने से पहले ही पानी में इसका अहसास हो जाता है। यह भी एक वजह है कि मछलियों को भूकंप के बारे में मनुष्यों से पहले आभास हो जाता है। कुछ रिसर्च में तो विज्ञानियों ने यह भी माना है कि भूकंप के केंद्र के आसपास रहने वाले कुछ जानवरों का व्यवहार तक बदल जाता है।

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भूकंप के दौरान क्या करें और क्या न करें?

  • भूकंप के समय सबसे पहले तो खुद को सुरक्षित करें। किसी टेबल के नीचे हाथों से सिर ढककर बैठ जाए या फिर किसी खुले स्थान पर चले जाएं।
  • भूकंप के समय पर कभी भी लिफ्ट का इस्तेमाल न करें और न ही जल्दबाजी में सीढ़ियों से उतरे। सीढ़ियों से उतरते वक्त सावधानी बरतें।
  • खिड़की, दरवाजे और दीवारों से दूर रहें, क्योंकि इनके गिरने की संभावना प्रबल होती है।
  • जब तक भूकंप के झटके महसूस होने बंद न हो जाएं तब तक किसी सुरक्षित स्थान पर ही रुके रहें। हीरोगिरी न दिखाएं।
  • अगर आप अपने घर से बाहर हैं तो इमारत, बिजली के खंभे, स्ट्रीट लाइट या फिर पेड़ों से दूरियां बनाकर रखें।
  • वाहन चलाते समय यदि भूकंप आए तो आप अपने वाहन को किसी सुरक्षित स्थान पर रोक दें और तब तक वाहन से बाहर न निकलें जब तक भूकंप के झटके महसूस होना खत्म न हो जाए।

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अनुराग गुप्ता author

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