समय से आखिर पीछे क्यों चल रहा यह अफ्रीकी देश; शुरू होने वाला है साल 2017, जानें वजह
Ethiopian Calendar: क्या आप लोगों को पता है कि दुनिया में एक ऐसा भी देश है, जो अन्य देशों की तुलना में काफी पीछे चल रहा है। हम बात समय की कर रहे हैं। इथोपिया दुनियाभर के कैलेंडर से सात साल पीछे चल रहा है। इस देश की सांस्कृतिक पहचान काफी गहरी है।
इथोपिया
Ethiopian Calendar: क्या आप लोगों को पता है कि दुनिया में एक ऐसा भी देश है, जो अन्य देशों की तुलना में काफी पीछे चल रहा है। हम बात समय की कर रहे हैं, क्योंकि आप लोग 2024 में जी रहे हैं, जबकि एक अफ्रीकी देश में अभी साल 2017 की शुरुआत होने वाली है। यानी अभी वहां पर 2016 के आखिरी कुछ महीने चल रहे हैं।
कब मनाजा जाता है नया साल?
समूची दुनिया जब जनवरी की पहली तारीख को नया साल मनाती है तब इस मुल्क के लोग शांति के साथ जीवनयापन कर रहे होते हैं, क्योंकि इस अफ्रीकी देश में सितंबर में नया साल मनाया जाता है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं कि अफ्रीकी देश इथोपिया की। इथोपिया दुनियाभर के कैलेंडर से सात साल पीछे चल रहा है। इस देश की सांस्कृतिक पहचान काफी गहरी है।
यह भी पढ़ें: क्या इंसानों पर ही पड़ रहा गर्मी का असर? कहां खो रही फूलों की महक
इथोपिया में इथियोपिक कैलेंडर का इस्तेमाल होता है, जिसे गीज कैलेंडर भी कहा जाता है। इस कैलेंडर में दुनियाभर के तमाम देशों में इस्तेमाल होने वाले कैलेंडर की तरह 12 महीने नहीं, बल्कि 13 महीने होते हैं। साथ ही हर एक माह में 30 दिन न ज्यादा और न ही कम दिन होते हैं।
इथोपिया की रोचक बातें:
- इथोपिया में दुनिया से अलग सितंबर माह में नव वर्ष मनाया जाता है।
- इथोपिया में गीज कैलेंडर का इस्तेमाल होता है, जबकि बाकी देश ग्रेगोरियन कैलेंडर का इस्तेमाल करते हैं।
- ग्रेगोरियन कैलेंडर के तहत एक जनवरी से नए साल की शुरुआत होती है।
- गीज कैलेंडर में 13 माह होते हैं, लेकिन आखिरी महीने में दिन कम होते हैं।
- इथोपिया के लोग आखिरी माह को पैग्यूम (Pagume) कहते हैं. जिसमें 5 या फिर 6 दिन होते हैं।
- इथोपिया का कैलेंडर दुनिया से 7 साल और कुछ माह पीछे चलता है।
यह भी पढ़ें: Heatwave से हाहाकार, कैसे होती है हीटवेव से मौत? जानिए LNJP के MD की एक्सपर्ट राय
कौन सा कैलेंडर होता है इस्तेमाल?
भागती दौड़ती दुनिया के साथ संबंधों का विस्तार करने के लिए अफ्रीकी देश में अपनी संस्कृति में थोड़ा बदलाव भी किया। जिसकी बदौलत इथोपिया में दोनों कैलेंडर का इस्तेमाल होने लगा। अंतरराष्ट्रीय व्यापार और अन्य देशों से संचार स्थापित करने के लिए इथोपिया ग्रेगोरियन कैलेंडर का इस्तेमाल करता है, जबकि धार्मिक गतिविधियों के अपने पुराने इथियोपियन कैलेंडर को मानता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | नॉलेज (knowledge News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। खबरों की पड़ताल करना इनकी आदतों में शुमार हैं और यह टाइम्स नाउ नवभारत की वेबसाइट क...और देखें
जोधपुर झाल में 9 लुप्तप्राय समेत 62 खूबसूरत प्रजातियों की हुई पहचान, जानें कितनी हैं जलीय पक्षियों की संख्या?
पृथ्वी का कैसे मापते हैं तापमान? जल रहा लॉस एंजिलिस; सबसे गर्म साल रहा 2024
आज तक नहीं सुलझी उस रात की पहेली, ताशकंद में राज बनकर रह गई लाल बहादुर शास्त्री की मौत
बर्फीले अंटार्कटिका पर कब पहुंचा था पहला भारतीय दल? जानें
SPADEX Mission: फिर टली स्पैडेक्स मिशन की डॉकिंग, ISRO ने बताई इसके पीछे की वजह
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited