Meteorite: क्या आपने भी कभी आसमान में टूटते तारे को देख मांगी है कोई Wish? क्या होते हैं ये उल्कापिंड?
Meteorite: आसमान में अक्सर कई खगोलीय घटनाएं होती हैं, जिन्हें देखना बेहद रोमांचक होता है और जो टूटते हुए हमें आसमान में दिखाई देते हैं वह मेटियोरॉइड होते हैं, जिन्हें आसान शब्दों में उल्कापिंड कहा जाता है और यह मेटियोरॉइड पृथ्वी के वायुमंडल में दाखिल होते हैं। वैसे मेटियोरॉइड तीन प्रकार के होते हैं।
उल्कापिंड क्या है
Meteorite: आप लोगों ने रात के समय आसमान में कई बार टूटते हुए तारों को देखा होगा। हम बचपन में अक्सर इन टूटते हुए तारों को देखकर दुआ मांगते थे? क्योंकि हमें ऐसा लगता है कि टूटते हुए तारों से दुआ मांगने पर वह कबूल होती हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि आसमान दिखाई देने वाली यह चीज आखिर क्या होती है।
मेटियोरॉइड क्या है?
आसमान में अक्सर कई खगोलीय घटनाएं होती हैं, जिन्हें देखना बेहद रोमांचक होता है और जो टूटते हुए हमें आसमान में दिखाई देते हैं वह मेटियोरॉइड होते हैं, जिन्हें आसान शब्दों में उल्कापिंड कहा जाता है और यह मेटियोरॉइड पृथ्वी के वायुमंडल में दाखिल होते हैं।
वायुमंडल में दाखिल होते समय घर्षण की वजह से मेटियोरॉइड जलते हुए भी दिखाई दे सकते हैं, जिसकी वजह से चमकदार रोशनी दिखाई देती है। अंतरिक्ष में करोड़ो मेटियोरॉइट और एस्ट्रोरॉइड (Asteroid) हैं, जो सूर्य का चक्कर लगाते हैं।
उल्कापिंड
तस्वीर साभार : iStock
यह भी पढ़ें: जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की इन अद्भुत तस्वीरों में छिपे हैं गहरे राज; एक बार जरूर देखें आप
कितने प्रकार के होते हैं मेटियोरॉइड (Types of Meteorites)
नंबर | Types of Meterorites |
1 | स्टोन मेटियोरॉइड (Stony Meteorites) |
2 | स्टोन-आयरन मेटियोरॉइड (Stony-Iron Meteorites) |
3 | आयरन मेटियोरॉइड (Iron Meteorites) |
सूर्य की चारों ओर घूमते-घूमते जब मेटियोरॉइट पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करता है तो गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से वह धरती की ओर खिंचा चला जाता है और घर्षण की वजह से गर्म हो जाता है और उससे चमकदार रोशनी निकलने लगती है।
अद्भुत चमक वाला मेटियोरॉइड
हाल ही में पुर्तगाल और स्पेन में नीले रंग की रोशनी वाला मेटियोरॉइड देखने को मिला जिसको देख सभी आर्श्चयचकित हो गए। नीले रंग की रोशनी वाले मेटियोरॉइड के कई वीडियो भी सामने आए हैं। जब मेटियोरॉइड दिखाई दिया तो रात में पूरा आसमान में नीले रंग की रोशनी में चमकने लगा और इस अद्भुत नजारे को शायद ही कोई भूल पाएगा।
मेटियोरॉइड
तस्वीर साभार : iStock
यह भी पढ़ें: ये है ब्रम्हांड का सबसे बड़ा तारा, इसकी मोटाई देख सूर्य भी शरमा जाएगा! अरबों धरती को खुद में समाने की क्षमता
क्या राख हो जाते हैं मेटियोरॉइड?
लोग अक्सर यह सोचते हैं कि टूटते हुए तारे का क्या होता है? क्या यह जलकर राख हो जाता है या जमीन में गिर जाता है? दरअसल, वायुमंडल में दाखिल होने के बाद उल्का गर्म होने लगते हैं और जलकर राख हो जाते हैं, लेकिन कभी कभार ऐसा हो सकता है कि उसका कोई टुकड़ा जमीन तक पहुंच जाए तो उसे उल्कापिंड यानी मेटियोरॉइड कहा जाता है।
मेटियोरॉइड का साइज अलग-अलग हो सकता है। कभी कभार यह बेहद छोटे तो कभी कई मीटर चौड़े हो सकते हैं। लंबे समय से खगोलविद मेटियोरॉइड पर अध्ययन करते आए हैं, क्योंकि इससे उन्हें ग्रहों और एस्ट्रोरॉइड के बारे में जानकारी मिलती है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | नॉलेज (knowledge News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
End of Article
अनुराग गुप्ता author
टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। खबरों की पड़ताल करना इनकी आदतों ...और देखें
End Of Feed
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited