'सुपर-एज्ड सोसाइटी' क्या है और दक्षिण कोरिया को क्यों मिला ये टैग? जानें इसके मायने

Super-Aged Society: दक्षिण कोरिया औपचारिक रूप से एक 'सुपर-एज्ड' सोसाइटी में बदल गया है। जहां की 20 प्रतिशत जनसंख्या 65 वर्ष या उससे अधिक आयु की है। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि देश तेजी से वृद्ध होती आबादी और कम जन्म दर के जनसांख्यिकीय संकट से जूझ रहा है तो चलिए विस्तार से समझते हैं कि 'सुपर-एज्ड सोसाइटी' क्या होती है और इसके क्या मायने हैं।

'सुपर-एज्ड सोसाइटी'

Super-Aged Society: दक्षिण कोरिया औपचारिक रूप से एक 'सुपर-एज्ड' सोसाइटी में बदल गया है। जहां की 20 प्रतिशत जनसंख्या 65 वर्ष या उससे अधिक आयु की है। आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि देश तेजी से वृद्ध होती आबादी और कम जन्म दर के जनसांख्यिकीय संकट से जूझ रहा है।

क्या है पूरा मामला?

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार तक 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के दक्षिण कोरियाई लोगों की संख्या 1.02 करोड़ थी, जो देश की कुल जनसंख्या 5.12 करोड़ का 20.0 प्रतिशत है।

एजिंग सोसाइटी क्या है?

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) उन देशों को वृद्ध समाज (एजिंग सोसाइटी) के रूप में वर्गीकृत करता है, जहां 7 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या 65 वर्ष या उससे अधिक आयु की है। जिन देशों की जनसंख्या में 14 प्रतिशत से अधिक आबादी 65 वर्ष या उससे अधिक आयु वालों की है तो उन्हें वृद्ध समाज (एज्ड सोसायटी) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

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