क्या होता है फ्लाइट टर्बुलेंस? यात्रियों को क्यों महसूस होते हैं झटके, जान लें इससे जुड़ी हर एक बात

Flight Turbulence: फ्लाइट टर्बुलेंस इस शब्द से तो लगभग हर कोई वाकिफ होगा ही और जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है वह सिंगापुर एयरलाइंस के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग से वाकिफ होगा। दरअसल, जब फ्लाइट हवा में होती है तो वह एक फ्लो में आगे बढ़ती है, लेकिन जब फ्लो अचानक से बदलता है तो झटके महसूस होते हैं। एयरलाइंस कभी नहीं चाहेंगी कि ऐसी घटना हो, क्योंकि टर्बुलेंस की वजह से विमान ऊपर, नीचे, आगे या पीछे होता है और विमान में बैठे यात्रियों को झटके महसूस होते हैं।

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फ्लाइट टर्बुलेंस क्या है

Flight Turbulence: लंदन से सिंगापुर जा रहे एक विमान को टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। यह टर्बुलेंस इतना ज्यादा था कि तीन मिनट के भीतर ही विमान 6,000 फिट नीचे आ गया और एक ब्रिटिश नागरिक की मौत हो गई और 30 अन्य यात्री घायल हो गए।
सिंगापुर एयरलाइंस (SIA) की लंदन से सिंगापुर जा रही उड़ान संख्या SQ321 को 20 मई को उड़ान भरने के करीब 10 घंटे बाद अचानक टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। खराब मौसम के बीच विमान को बैंकॉक की ओर मोड़ दिया गया और इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। ऐसे में आज फ्लाइट टर्बुलेंस के बारे में विस्तार से बात करेंगे कि आखिर फ्लाइट टर्बुलेंस क्या होता है।

क्या होता है फ्लाइट टर्बुलेंस?

फ्लाइट टर्बुलेंस इस शब्द से तो लगभग हर कोई वाकिफ होगा ही और जिन्हें इसकी जानकारी नहीं है वह सिंगापुर एयरलाइंस के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग से वाकिफ होगा। दरअसल, जब फ्लाइट हवा में होती है तो वह एक फ्लो में आगे बढ़ती है, लेकिन जब फ्लो अचानक से बदलता है तो झटके महसूस होते हैं। एयरलाइंस कभी नहीं चाहेंगी कि ऐसी घटना हो, क्योंकि टर्बुलेंस की वजह से विमान ऊपर, नीचे, आगे या पीछे होता है और विमान में बैठे यात्रियों को झटके महसूस होते हैं।
आसान शब्दों में कहें तो टर्बुलेंस हवा के फ्लो में हो रहा अनियमित बदलाव है, जिसकी वजह से फ्लाइट आसमान में स्थिर नहीं रह पाती है और यात्रियों को झटके महसूस होते हैं। अक्सर हवाई यात्रा करने वाले यात्री टर्बुलेंस से भरी भांति परिचित होंगे।

क्यों होता है टर्बुलेंस?

टर्बुलेंस की वजह से फ्लाइट अपने तय रूट से हट जाती है, जिसकी वजह से गंभीर संकट पैदा हो सकता है। सिंगापुर एयरलाइंस की फ्लाइट टर्बुलेंस की वजह से 6,000 फिट नीचे आ गई थी। अब सवाल यह उठता है कि टर्बुलेंस क्यों होता है? हवा के फ्लो में बदलाव, दिशा बदलने, तूफान या फिर ऊंची पहाड़ियों की वजह से टर्बुलेंस हो सकता है।
फ्लाइट को स्थिर उड़ने के लिए हवा के फ्लो की जरूरत होती है, लेकिन कई बार मौसम की वजह से ऐसा हो नहीं पाता है। तूफान में अक्सर तेज और अशांत हवाएं चलती हैं, जो फ्लाइट को हिला सकती हैं। इसकी वजह से भी टर्बुलेंस महसूस हो सकता है, लेकिन स्थिति के आधार पर टर्बुलेंस हल्का या गंभीर हो सकता है।
अमूमन टर्बुलेंस की वजह से यात्रियों को झटके महसूस होते हैं। हालांकि, गंभीर परिस्थितियों में दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है। सिंगापुर एयरलाइंस के विमान में टर्बुलेंस की वजह से एक ब्रिटिश नागरिक की मौत हो गई। कहा जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मौत हुई है, लेकिन हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते हैं।
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अनुराग गुप्ता author

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