जब आजादी के तीन मतवाले हंसते-हंसते झूल गए फांसी पर, जानें कब मनाया जाता है 'शहादत दिवस'?

19 December History: इतिहास में 19 दिसंबर का दिन बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ दर्ज है। आज ही के दिन भारत को आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ न्‍योछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों राम प्रसाद बिस्‍मिल, अशफाक उल्‍ला खान और ठाकुर रोशन सिंह हंसते-हंसते फांसी पर झूल गए।

आज का इतिहास

19 December History: भारत को आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ न्‍योछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों राम प्रसाद बिस्‍मिल, अशफाक उल्‍ला खान और ठाकुर रोशन सिंह को 1927 में 19 दिसंबर के दिन ही फांसी दी गई थी। इस दिन को 'शहादत दिवस' के रूप में मनाया जाता है। आजादी के इन मतवालों को काकोरी कांड को अंजाम देने के लिए फांसी दी गई थी।

उन्नीस तारीख को हमारे देश के इतिहास में एक और बड़ी घटना दर्ज है। वर्ष 1961 में 19 दिसंबर के दिन ही भारतीय सेना ने गोवा को 450 साल के पुर्तगाली शासन से आजाद कराया था। ‘ऑपरेशन विजय’ के तहत भारतीय सैनिकों ने गोवा में प्रवेश किया था। इस ऑपरेशन की शुरूआत 18 दिसंबर, 1961 को की गई थी और 19 दिसंबर को पुर्तगाली सेना ने आत्मसमर्पण किया था।

देश-दुनिया के इतिहास में 19 दिसंबर की तारीख में दर्ज महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:

1842 : अमेरिका ने हवाई को प्रांत के रूप में मान्यता दी।

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