बॉर्डर की तारों पर क्यों टंगी होती हैं कांच की बोतलें? दिलचस्प है इसके पीछे का लॉजिक

Border Security Tricks: क्या आप लोगों ने तस्वीरों में कभी बॉर्डर की तारों पर लटकी हुई कांच की बोतलों को देखा है। अगर हां तो इसके पीछे का लॉजिक आपको नहीं पता होगा कि आखिर ऐसा क्यों किया जाता है। दरअसल, इन बोतलों का सीमा सुरक्षा से सीधा कनेक्शन है और इसके पीछे की कहानी बेहद दिलचस्प है।

Border Bottle

बॉर्डर की तार पर कांच की बोतल

Border Security Tricks: पाकिस्तान और चीन से लगी हुई सीमा काफी संवेदनशील सीमाओं में से एक हैं। यहां पर अक्सर घुसपैठ का अंदेशा बना ही रहता है। ऐसे में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) और भारतीय सेना के जवान हमेशा मुस्तैद रहते हैं। यूं तो आए दिन सीमापार से घुसपैठ की खबरें सामने आती रहती हैं और भारतीय जवान इन कोशिशों को लगातार नाकाम करने में जुटे रहते हैं।

घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए कई अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल तो किया ही जा रहा है। साथ ही कुछ पारंपरिक चीजें भी अपनाई जाती है जिनमें बॉर्डर की तारों पर लटकी हुई कांच की बोतलें शामिल हैं।

यह भी पढ़ें: आकाशीय बिजली मचा सकती है तबाही, 30,000 डिग्री तक हो सकता है तापमान; जानिए इसकी रफ्तार

सीमा सुरक्षा से है सीधा कनेक्शन

आप लोगों के ज़हन में एक सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर बॉर्डर की तारों पर टंगी हुई कांच की बोतलों से घुसपैठ कैसे रुक सकती है। दरअसल, जवान लगातार सीमा पर गस्त करते रहते हैं, लेकिन ठंड के मौसम में जब कोहरा होता है तो विजिविलिटी काफी कम हो जाती है। जिसकी वजह से आसपास का भी दिखना कम हो जाता है और आतंकी सीमापार से घुसपैठ की कोशिशें ज्यादा करते हैं। ऐसे में आतंकवादी जब सीमापार करने की कोशिशें करते हैं तो बॉर्डर सीमा पर लटकी हुई कांच की बोतल आपस में टकरा जाती हैं और जवान सक्रिय हो जाते हैं।

यह भी पढ़ें: चुप नहीं रहता सूर्य, क्या आपने सुनी है इसकी डरावनी आवाज?

दिन-रात पहरा देते हैं जवान

भारतीय जवान दिन-रात पाकिस्तान, चीन की सीमाओं पर पहरा देते हैं। साथ ही आसपास के इलाकों की भी निगरानी की जाती है। 3323 किमी लंबे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के चप्पे-चप्पे पर जवानों की नजर होती है और कांच की बोतलें सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने का एक अनोखा तरीका है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | नॉलेज (knowledge News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

अनुराग गुप्ता author

टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। खबरों की पड़ताल करना इनकी आदतों में शुमार हैं और यह टाइम्स नाउ नवभारत की वेबसाइट क...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited