प्रिंट देखकर नहीं इन क्वालिटी को चेक करके ही खरीदें बाथ टॉवल्स, इसका ध्यान रखना भी है जरूरी
अपने डेली रूटीन में लोग अक्सर हर छोटी-छोटी बात का ध्यान रखते हैं। लेकिन अकसर लोग तौलिये पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। जबकि नहाने के बाद बॉडी को सही से सुखाने के लिए अच्छे टॉवल की जरूरत होती है। आइए आपको बताते हैं कि बाजार से एक अच्छा तौलिया खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
ये क्वालिटी देख कर ले बाथ टॉवल्स
मुख्य बातें
- बाजार में तौलिया खरीदते वक्त ध्यान रखें ये 4 बातें
- केवल प्रिंट देखकर न खरीदें तौलिया
- अकसर लोग टॉवल्स पर नहीं देते ध्यान
Bath Towels: नहाने या हाथ-मुंह धोने के बाद हमें सबसे पहले एक तौलिए की जरूरत पड़ती है। ताकि हम अपने गीले शरीर को इससे पोंछ सकें। इसलिए हमारे पास एक अच्छी क्वालिटी का तौलिया होना बहुत जरूरी है। लेकिन कई बार बाजार जाकर इसे खरीदना बड़ा ही मुश्किल काम हो जाता है। ज्यादातर लोग सिर्फ प्रिंट देखकर ही तौलिया खरीदते हैं। जबकि इसे खरीदते वक्त कई अन्य बातों को भी ध्यान में रखना जरूरी होता है। आइए जानते हैं कि तौलिया खरीदते वक्त किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।
तौलिए का कपड़ा
तौलिए के लिए कॉटन को सबसे अच्छा कपड़ा माना जाता है। ये बेहद मुलायम और आरामदायक होता है। इसके लिए बहुत महंगे कॉटन के तौलिए पर फोकस करने की जरूरत नहीं है। कोशिश करें कि टॉवल 100 पर्सेंट कॉटन का लें। आप कॉटन और पॉलिस्टर मिक्स तौलिए भी देख सकते हैं, जिनकी कीमत बहुत ज्यादा नहीं होती है।
तौलिए की बनावट
तौलिया की खरीदारी के समय ध्यान रखें कि तौलिए के कपड़े में बने लूप की सिलाई कसी हुई, गहरी और नजदीक होनी चाहिए। इसके लूप जितने ज्यादा कसे, गहरे होंगे, तौलिया उतनी ही सफाई से पानी पोंछेगा। तौलिये की सिलाई पर भी जरूर ध्यान दें। हमें हमेशा ऐसे तौलिए खरीदने चाहिए जिनके किनारों पर डबल सिलाई लगी हो।
तौलिये की क्वालिटी
कपड़े की सॉफ्टनेस को देखकर भी तौलिया ना खरीदें। ऐसा करना कई बार आपको भारी पड़ सकता है। कई बार निर्माता कंपनी तौलिये को ज्यादा नरम बनाने के लिए उन पर फिनिश लगा देते हैं। लेकिन धुलाई के बाद इनकी सारी कोटिंग निकल जाती है। इसकी बजाय, तौलिये की मूल गुणवत्ता और सिलाई पर ध्यान दें। तौलिये को थ्रेड काउंट से परखा जाता है। 400 और इससे अधिक का थ्रेड काउंट अच्छा माना जाता है।
तौलिए का वजन
आमतौर पर तौलिए का मूल्य ग्राम प्रति स्क्वेयर मीटर (GSM) के हिसाब से तय होता है। तौलिए का वजन जितना ज्यादा होता है, उसकी कोमलता और पानी को सोखने की क्षमता भी उतनी ही ज्यादा होती है। 300-400 GSM वाले तौलिए को लाइट वेट माना जाता है। इस मामले में 500-700 GSM रेंज वाले तौलिए ज्यादा अच्छे माने जाते हैं।
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