Father's Day Poem in Hindi: पिता को प्यार जताने के लिए भेजें ये 5 कविताएं, फादर्स डे पर विश करने के लिए हैं बेस्ट

Father's Day Poem, Fathers Day Special Wishes (Papa Ke liye 2 line): आज फादर्स डे (Happy Father's Day Wishes in English) सेलिब्रेट किया जा रहा है। अपने पापा के लिए आप इस दिन सुंदर-सी कविता लिख सकते हैं और अगर आपको कविता (Fathers Day par Hindi Kavita) लिखनी नहीं आती तो आप हमारी मदद ले सकते हैं। जी हां, आज हम यहां फादर्स डे (Fathers Day Quotes) के लिए स्पेशल कविताएं लेकर आए हैं।

Fathers Day Hindi Poem

Father's Day 2024 Hindi Kavita

Father's Day 2024 Poem in Hindi: हर किसी के जीवन में पिता का सबसे अहम स्थान होता है। अगर मांओं के पास लोरियां होती हैं तो पिताओं के पास होती हैं थपकियां। दरअसल बच्चों के लिए ये थपकियां ही पिता का रूप हैं। थपकियां बच्चा देख नहीं पाता लेकिन मां की लोरी के साथ इन्हें महसूस करता है। सही मायनों में कहा जाए तो पिता होने का सही अर्थ ही है महसूस करना (Poem On My Father)। पिता वो हैं जौ भले दिखाई ना दें फिर भी शामिल रहते हैं। हम बच्चों के लिए पिता हमेशा बैकस्टेज पर काम करने वाले क्रू की तरह होते हैं। पिता (Papa Ke Liye Kavita) पीछे रहकर हमारे जीवन को सुंदर बनाने के लिए मेहनत करत रहते हैं। वे कभी सामने नहीं आते लेकिन आपके जीवन को सुंदर बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं।
पिता के बलिदानों के लिए यूं तो पूरा जीवन भी कम पड़ जाए, फिर भी हर साल एक खास दिन उन्हें समर्पित किया जाता है। ये दिन कहलाता है फादर्स डे। इस साल फादर्स डे आज 16 जून को मनाया जा रहा है। फादर्स डे पर अगर आप भी अपने पिता को स्पेशल फील कराना चाहते हैं तो आप उन्हें नीचे दी गई खूबसूरत कविताएं (Father's Day 2024 Poems) भेज सकते हैं:

Fathers Day Poem in Hindi | फादर्स डे पर कविता

मेरे मन का आधा साहस आधा डर थे बाबू जी: आलोक श्रीवास्तव
घर की बुनियादें दीवारें बाम-ओ-दर थे बाबू जी
सब को बाँध के रखने वाला ख़ास हुनर थे बाबू जी
तीन मोहल्लों में उन जैसी क़द काठी का कोई न था
अच्छे-ख़ासे ऊँचे पूरे क़द-आवर थे बाबू जी
अब तो उस सूने माथे पर कोरे-पन की चादर है
अम्मा जी की सारी सज-धज सब ज़ेवर थे बाबू जी
भीतर से ख़ालिस जज़्बाती और ऊपर से ठेठ पिता
अलग अनूठा अनबूझा सा इक तेवर थे बाबू जी
कभी बड़ा सा हाथ-ख़र्च थे कभी हथेली की सूजन
मेरे मन का आधा साहस आधा डर थे बाबू जी

फादर्स डे पर कविता | Happy Fathers Day Poem

पिता है तो बाज़ार के सब खिलौने अपने हैं: ओम व्यास
पिता जीवन है, संबल है, शक्ति है
पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है
पिता उंगली पकड़े बच्चे का सहारा है
पिता कभी कुछ खट्टा, कभी खारा है
पिता पालन है, पोषण है, पारिवार का अनुशासन है
पिता धौंस से चलने वाला प्रेम का प्रशासन है
पिता रोटी है, कपड़ा है, मकान है
पिता छोटे से परिंदे का बड़ा आसमान है
पिता अपदर्शित अनन्त प्यार है
पिता है तो बच्चों को इंतजार है
पिता से ही बच्चों के ढेर सारे सपने हैं
पिता है तो बाज़ार के सब खिलौने अपने हैं
पिता से परिवार में प्रतिपल राग है
पिता से ही माँ का बिंदी और सुहाग है
पिता परमात्मा की जगत के प्रति आसक्ति है
पिता गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिति की भक्ति है

पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ति है
पिता रक्त में दिये हुए संस्कारों की मूर्ति है
पिता एक जीवन को जीवन का दान है
पिता दुनिया दिखाने का अहसान है
पिता सुरक्षा है, सिर पर हाथ है
पिता नहीं तो बचपन अनाथ है
तो पिता से बड़ा तुम अपना नाम करो
पिता का अपमान नहीं, उन पर अभिमान करो
क्योंकि मां­ बाप की कमी कोई पाट नहीं सकता
और ईश्वर भी इनके आशीषों को काट नहीं सकता
विश्व में किसी भी देवता का स्थान दूजा है
मां ­बाप की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है
विश्व में किसी भी तीर्थ की यात्राएं व्यर्थ हैं
यदि बेटे के होते मां ­बाप असमर्थ हैं
वो खुशनसीब हैं मां­ बाप जिनके साथ होते हैं
क्योंकि मां ­बाप की आशीषों के हज़ारों हाथ होते हैं।

Fathers Day Hindi Shayari

फिर पुराने नीम के नीचे खड़ा हूं: कुमार विश्वास
फिर पुराने नीम के नीचे खड़ा हूं
फिर पिता की याद आई है मुझे
नीम सी यादें ह्रदय में चुप समेटे
चारपाई डाल आंगन बीच लेटे
सोचते हैं हित सदा उनके घरों का
दूर है जो एक बेटी चार बेटे
फिर कोई रख हाथ कांधे पर
कहीं यह पूछता है-
"क्यूं अकेला हूं भरी इस भीड़ में"
मैं रो पड़ा हूं
फिर पिता की याद आई है मुझे
फिर पुराने नीम के नीचे खड़ा हूं
पापा! मुझे बताओ बात: दीनदयाल शर्मा
पापा! मुझे बताओ बात
कैसे बनते हैं दिन-रात,
चंदा तारे दिखें रात को
सुबह चले जाते चुपचाप।
पापा! पेड़ नहीं चलते हैं
ना ही करते कोई बात
कैसे कट जाते हैं, पापा!
इनके दिन और इनकी रात।
और ढेर-सी बातें मुझको
समझ क्यूँ नहीं आती हैं,
ना घर में बतलाता कोई
ना मैडम बतलाती हैं।
फिर मैं किससे पूछूँ, पापा!
मुझको बतलाएगा कौन
डाँट-डपट के कर देते हैं
मुझको, पापा! सारे मौन।

Happy Fathers Day Shayari In Hindi | Fathers Day Quotes in Hindi

पिता के पास लोरियां नहीं होती: भगवान स्वरूप कटियार
पिता मोटे तने और गहरी जड़ों वाला
एक वृक्ष होता है
एक विशाल वृक्ष
और माँ होती है
उस वृक्ष की छाया
जिसके नीचे बच्चे
बनाते-बिगाड़ते है
अपने घरौंदे ।
पिता के पास
दो ऊँचे और मज़बूत कंधे भी होते हैं
जिन पर चढ़ कर बच्चे
आसमान छूने के सपने देखते हैं ।
पिता के पास एक चौड़ा और गहरा
सीना भी होता है
जिसमें जज़्ब रखता है
वह अपने सारे दुख
चेहरे पर जाड़े की धूप की तरह फैली
चिर मुस्कान के साथ ।
पिता के दो मज़बूत हांथ
छेनी और हथौड़ी की तरह
दिन-रात तराशते रहते हैं सपने
सिर्फ़ और सिर्फ़ बच्चों के लिए ।
इसके लिए वह अक्सर
अपनी ज़रूरतें
और यहाँ तक की अपने सपने भी
कर देता है मुल्तवी
और कई बार तो स्थगित भी ।
पिता भूत, वर्तमान, और भविष्य
तीनों को एक साथ जीता है
भूत की स्मृतियाँ
वर्तमान का संघर्ष और बच्चों में भविष्य ।
पिता की उँगली पकड़ कर
चलना सीखते बच्चे
एक दिन इतने बड़े हो जाते हैं
कि भूल जाते हैं रिश्तों की संवेदना
और सड़क, पुल और बीहड़ रास्तों में
उँगली पकड़ कर तय किया कठिन सफ़र ।
बाँहें डाल कर
बच्चे जब झूलते हैं
और भरते हैं किलकारियाँ
तब पूरी कायनात सिमट आती है उसकी बाँहों में
इसी सुख पर पिता कुरबान करता है
अपनी पूरी ज़िन्दगी ।
और इसी के लिए पिता
बहाता है पसीना ता ज़िन्दगी
ढोता है बोझा, खपता है फ़ैक्ट्री में
पिसता है दफ़्तर में
और बनता है बुनियाद का पत्थर
जिस पर तामीर होते हैं
बच्चों के सपने
पर फिर भी पिता के पास
बच्चों को बहलाने और सुलाने के लिए
लोरियाँ नहीं होतीं ।
आप अपने दोस्तों के साथ भी पिता को समर्पित ये कविताएं शेयर कर सकते हैं। अगर आपको ये फादर्स डे पर कविताएं पसंद आई हों तो आप इन्हें अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर करें। फादर्स डे पर बेहतरीन शायरियों, कोट्स, संदेशों और शुभकामनाओं के लिए आप हमें पढ़ते रहें।
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Suneet Singh author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर डिप्टी न्यूज़ एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश में बलिया के रहने वाला हूं और साहित्य, संगीत और फिल्मों में म...और देखें

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