फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ जिनसे आपको काफी देर तक पेट भरे होने का एहसास होता है
Fiber Foods: क्या आपको फाइबर से भरपूर ऐसे खाद्य-पदार्थों की तलाश है, जिनके सेवन के बाद आपको काफी देर तक पेट भरे होने का एहसास हो? अच्छी बात यह है कि, हमारे शरीर में फाइबर की बेहद अहम भूमिका होती है। यह शरीर में ब्लड शुगर को सामान्य स्तर पर बनाए रखने के साथ-साथ कई अलग-अलग तरीकों से पाचन में मदद भी करता है। दिल को स्वस्थ बनाए रखने, बाउल सिंड्रोम यानी आंतों की लगातार बनी रहने वाली समस्या से छुटकारा पाने, वजन कम करने और रंग-रूप को बेहतर बनाने के लिए अधिक मात्रा में फाइबर वाले खाद्य-पदार्थों के सेवन की सलाह दी जाती है।
अपने रोज़मर्रा के भोजन में फाइबर से भरपूर खाद्य-पदार्थों को शामिल करने से पाचन बेहतर होता है, साथ ही इससे हमें लंबे समय तक पेट भरे होने का एहसास होता है। इस तरह जरूरत से ज्यादा भोजन करने और लगातार खाते रहने की इच्छा कम हो जाती है। हम फाइबर से भरपूर कुछ बेहतरीन खाद्य-पदार्थों के बारे में जानेंगे जिनसे आपको अपनी भूख पर काबू रखने में मदद मिल सकती है।
फाइबर-युक्त खाद्य पदार्थों का भरपूर लाभ उठाने के लिए, आपको हर दिन नीचे दिए गए खाद्य-पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
1.गाजर: गाजर हमारी सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद है, जिनमें बीटा-कैरोटीन, फाइबर, विटामिन- के1, पोटेशियम, एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स शामिल हैं। इसके अलावा, गाजर में घुलनशील फाइबर होते हैं, जो हमारे शुगर (शर्करा) और कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा करके शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को कम करते हैं।
2.सेब: ऐसा माना जाता है कि सेब पाचन की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करता है, जिससे हमें देर तक पेट भरे होने का एहसास होता है और ग्लूकोज के अवशोषण की दर भी धीमी हो जाती है। इसके अलावा, सेब हमारी सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद है, जो आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के साथ-साथ स्ट्रोक, हाई ब्लड-प्रेशर (उच्च रक्तचाप), डायबिटीज, दिल की बीमारियों, मोटापा और कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करता है।
3.छोले: औसतन एक कप छोले में 16 ग्राम फाइबर होता है और इसमें मैग्नीशियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड, ओमेगा-6 फैटी एसिड के साथ-साथ भरपूर मात्रा में प्रोटीन भी मौजूद होता है। छोले प्रोटीन से भरपूर नाश्ता भी है, जिसे सलाद के तौर पर या प्रोटीन-युक्त नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है। इन्हें मसालों और सब्जियों के साथ भारतीय शैली में भी पकाया जा सकता है।
4.एवोकाडो: एवोकाडो भी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, जिनमें अधिक मात्रा में फाइबर, विटामिन और पोषक-तत्व मौजूद होते हैं, जिनमें विटामिन-के, फोलेट, पोटेशियम, विटामिन-बी6, विटामिन-बी5, विटामिन-ई और विटामिन-सी शामिल हैं। इस तरह के कम कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य-पदार्थों को स्वस्थ वसा का बेहतरीन स्रोत माना जाता है।
5.चिया सीड्स: इसमें कोई शक नहीं कि चिया सीड्स में भरपूर मात्रा में पोषक-तत्व मौजूद होते हैं। वे ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स का बेहद महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं। वे पाचन की प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं और पेट के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इस सुपरफूड को डायबिटीज के खतरे को कम करने के लिए भी जाना जाता है।
6.बेरी: आमतौर पर बेरी फल में शर्करा (शुगर) की मात्रा कम होती है और इसी वजह से अनाज या दही के साथ नाश्ते के रूप में इसका सेवन करना सबसे उपयुक्त होता है। इनमें फाइबर, विटामिन-ए, सी, ई, और के भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा, वे हड्डियों को मजबूत बनाने, त्वचा को सेहतमंद बनाने और ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखने के साथ-साथ हड्डियों के घनत्व (बोन डेंसिटी) को बढ़ावा देने में भी मददगार हैं।
7.शकरकंद: शकरकंद में अधिक मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं, और शोध के नतीजे बताते हैं कि टाइप-I डायबिटीज से पीड़ित लोग अगर इसका सेवन करते हैं, तो उनके शरीर में ब्लड-शुगर के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। अधिक मात्रा में फाइबर के साथ-साथ शकरकंद में भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है इसलिए इन्हें उबालकर या बेक करके खाया जा सकता है।
फाइबर से भरपूर भोजन का सेवन करना बेहद फायदेमंद है, जिससे आपको लंबे समय तक पेट भरे होने का एहसास होता है। अपने दैनिक आहार में इस तरह के खाद्य-पदार्थों को शामिल करके आप स्नेक्स के तौर पर सेहत के लिए हानिकारक खाद्य-पदार्थों का सेवन करने और अधिक मात्रा में भोजन करने से बच सकते हैं। सेहत में भोजन करके आप न केवल अपने शरीर का भला करेंगे, बल्कि बेवजह भूख का अनुभव करने की संभावना भी कम होगी जो अक्सर हमें भोजन के खराब विकल्पों की ओर ले जाते हैं। तो आप किस बात का इंतज़ार कर रहे हैं? आज ही फाइबर से भरपूर खाद्य-पदार्थों के सेवन की शुरुआत करे।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता है।)
(इस लेख के लेखक रोहित शेलतकर हैं जो फिटनेस एवं न्यूट्रिशन विशेषज्ञ के साथ वीटाबायोटिक्स में वीपी हैं। )