Good Touch Bad Touch for Kids: क्या होता है गुड टच और बैड टच? बच्चों को कैसे करें सतर्क, इन आसान तरीकों से समझाएं अच्छे और बुरे स्पर्श में अंतर

Good Touch Bad Touch in Hindi: इंटरनेट पर मौजूद रिपोर्ट्स के मुताबिक आज 10 में से 1 बच्चा यौन शोषण का शिकार है। यह भी बताया गया है कि यौन शोषण की औसत आयु नौ वर्ष है। 20% पीड़ित तो और भी कम उम्र के हैं। बतौर अभिभावक हमारा भी फर्ज है कि हम बच्चों को ऐसे किसी भी तरह के शोषण का शिकार होने से बचाएं।

Good touch Bad Touch

Good Touch Bad Touch

Good Touch Bad Touch for Kids in Hindi: देश दुनिया में बच्चों के शोषण की खबरों में तेजी देखी जा रही है। आए दिन बच्चों के यौन शोषण की खबरें आती रहती हैं। बच्चे घर से लेकर स्कूल तक में शोषण का शिकार हो रहे हैं। इंटरनेट पर मौजूद रिपोर्ट्स के मुताबिक आज 10 में से 1 बच्चा यौन शोषण का शिकार है। यह भी बताया गया है कि यौन शोषण की औसत आयु नौ वर्ष है। 20% पीड़ित तो और भी कम उम्र के हैं। इसका मतलब यह है कि बच्चों के यौन शोषण ने विकराल रूप ले लिया है।

माता-पिता हमेशा अपने बच्चे को सुरक्षित रखना चाहते हैं। इसके लिए वे तमाम तरह के साधन जुटाते हैं और कोशिश भी करते हैं कि उनका बच्चा हर तरह से सेफ रहे। लेकिन बाहर की तो छोड़िए घर के अंदर ही बच्चों का शोषण करने वाले छिपे बैठे रहते हैं। बच्चों संग कुकृत्य करने वालों से कानून अपने तरीके से निपटता है। लेकिन बतौर अभिभावक हमारा भी फर्ज है कि हम बच्चों को ऐसे किसी भी तरह के शोषण का शिकार होने से बचाएं। बचाव का एकमात्र तरीका ये है कि हम बच्चों को ऐसी मानसिक विकृति वाले लोगों को पहचानने के लिए जागरूक करें। उन्हें बताएं कि कोई अगर आपको गलत तरह से छुए तो शोर मचाना है। उन्हें गुड टच और बैड टच के बारे में समझाएं। उन्हें बताएं कि किसका कहां पर छूना सरासर गलत है।

बच्चों को समझाएं गुड टच और बैड टच

बच्चों को सबसे पहले समझाएं कि गुड टच और बैड टच होता क्‍या है। बच्‍चों को समझाएं कि बड़ों द्वारा पीठ पर थपथपाना, सिर पर हाथ फिराना या फिर हाथ पकड़ कर रास्‍ते में चलना गुड टच होता है। वहीं शरीर के प्राइवेट अंगों में हाथ लगाना बैड टच होता है। बैड टच में लड़कियों की वेजाइना और लड़को की पेनिस, हिप्‍स, चेस्‍ट पर हाथ लगाना आदि बैड टच हैं। बच्‍चों को समझाएं कि ऐसा कोई भी उनके साथ करे तो उसे खुद को टच न करने दें।

गुड टच क्या है (What is Good Touch)

अगर कोई आपको टच करता है और आपको अच्छा लगता है। आपको प्रेम, अनुराग और स्नेह की अनुभूति होती है तो वह गुड टच है। इसको आप अपनी मां, पिता, बड़ी बहन, दादी के टच से फील कर सकते हैं। इसके अलावा कोई आपको प्यार से टच करें, जैसे कि माथे पर हाथ फेरना या प्यार से गालों को खींचना। ये सभी गुड टच में गिने जाते हैं। कोई आपको प्यार करने के लिए मदद करने के लिए आपको टच करता है तो आप इसे भी गुड टच कहेंगे।

बैड टच क्या है ( What is Bad Touch )

जब कोई व्यक्ति (परिवार का या बाहर का) आपको इस तरह से छूता है कि आप इससे असहज महसूस करते हैं या फिर उस व्यक्ति का छूना आपको बुरा लगता है तो यह बैड टच कहलाता है। अगर कोई भी व्यक्ति आपके प्राइवेट पार्ट्स को छूता है तो वो भी बैड टच है। अगर कोई व्यक्ति आपको छू कर असहज करता है और साथ ही इसके बारे में किसी से ना बताने के लिए कहता है तो यह भी बैड टच है।

बच्चों को कैसे करें सतर्क

. बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से समझाने की कोशिश करें। उन्हें उनके शरीर के बार में बताएं। बच्चों को समझाएं कि हमारे शरीर में कुछ अंग ऐसे होते हैं जिन्हें सिर्फ और सिर्फ हम देख या छू सकते हैं। बच्चों को बताएं कि उनके प्राइवेट पार्ट्स कौन से हैं जो कोई भी दूसरा इंसान नहीं छू सकता।

. बच्चों को जरूर बताएं कि शरीर के किस जगह पर सिर्फ मां-बाप ही टच कर सकते हैं। कोई दूसरा वहां टच करे तो वो गलत होता है। इसमें उन्हें ये भी बताएं कि कोई जबरदस्ती आपको किस करता है तो ये भी गलत है।

. बच्चों को समझाने के लिए आपको शर्म को साइड करना होगा। बच्चे को खुलकर बताएं कि कहां छूना अच्छा है और कहां गलत। आपको अपनी शर्म छोड़कर बच्चे को बताना होगा कि यह उसके शरीर को छूए जाने वाला हिस्सा है या नहीं। अगर किसी के द्वारा उनके शरीर को छूना अच्छा न लगे तो उसका कड़ा विरोध करें और ऐसी बाते आपको आकर जरूर बताएं।

. छोटी उम्र में ही बच्चों के साथ विश्वास का रिश्ता कायम करना बेहद जरूरी हो जाता है। बच्चे को ऐसा माहौल दें कि वे बिना डर के आपको कुछ भी बता सकते हैं। पैरेंट्स को अपने बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार रखना चाहिए कि वह आपसे हर बात शेयर करे। अगर उसने कुछ गलत भी हो जाए तो वह भी बता दे।

. बच्चों को सिखाने का सबसे अच्छा तरीका होता है कि उन्हें खेल-खेल में सिखाया जाए। उनके साथ गेम खेलें और सिखाएं कि जब कोई बैड टच करे तो उसे विरोध करना है। जैसे अगर कोई उन्हें जबरदस्ती गोद में उठाने या चूमने की कोशिश करे, तो उन्हें अपने आपको छुड़ाकर तुरंत अपने उस व्यक्ति से दूर भाग जाना चाहिए। अगर स्कूल में है, तो उन्हें अपने टीचर के पास भाग जाना चाहिए।

. कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोग बच्चों को खाने पीने की चीजें पकड़कर उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप बच्चों को ना कहना सिखाएं। उन्हें बताएं कि कोई भी अजनबी उन्हें कुछ खाने-पीने को दे तो उन्हें ना कहना है।

पैरेंट्स को इन बातों का भी रखना होगा ध्यान

1. माता-पिता 3-4 साल के अपने बच्चे को गुड टच और बैट टच के बारे में जरूर बताएं।

2. उनके कपड़े किसी अन्य व्यक्ति के सामने न उतारें।

3. बच्चों को समझाएं कि उनके प्राइवेट पार्ट्स को आपके अलावा और कोई नहीं छू सकता है।

4. बच्चों को ये भी समझाएं कि अगर डॉक्टर उनके शरीर को माता-पिता की उपस्थिति में टच करते हैं, तो ये गुड टच है।

5. बच्चों को बताएं कि करीबी रिश्तेदार भी उनके प्राइवेट पार्ट्स को नहीं छू सकते हैं।

6. बच्चों तो वीडियो दिखाकर गुड टच और बैड टच के बारे में समझाने की कोशिश करें।

7. उनसे हमेशा बात करें और ये विश्वास दिलाएं कि आप हमेशा उनके साथ हैं।

बच्चों के साथ हो रहे यौन शोषण की घटनाओं को काफी हद तक उन्हें सतर्क कर कम किया जा सकता है। बतौर अभिभावक हम सबकी जिम्मेदारी होनी चाहिए कि हम अपने बच्चों को अच्छी स्कूली शिक्षा के साथ ही उन्हें उनके आसपास मौजूद विकृत लोगों से निपटने की कला भी सिखानी होगी। इसके लिए सबसे सजरूरी ये है कि बच्चों को पता रहना चाहिए कि कौन उनके साथ गलत करने की कोशिश कर रहा है। यहीं पर बतौर पैरेंट्स हमारी ड्यूटी बनती है कि हम बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में जरूर शिक्षित करें।

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Suneet Singh author

मैं टाइम्स नाऊ नवभारत के साथ बतौर डिप्टी न्यूज़ एडिटर जुड़ा हूं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश में बलिया के रहने वाला हूं और साहित्य, संगीत और फिल्मों में म...और देखें

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