Kargil Vijay Diwas 2024 Quotes, Shayari: कारगिल दिवस के मौके पर अपनों को भेजें ये संदेश, वीर जवानों को दें श्रद्धांजली

Kargil Vijay Diwas 2024 Quotes, Shayari: आज देश 25वां कारगिल दिवस मना रहा है। यह दिन कारगिल युद्ध में शहीद हुए बहादुर जवानों को नमन करने के लिए होता है। ऐसे में जब आज देश 25वां कारगिल दिवस मना रहा है तो इस मौके पर आप शहीदों को नमन करने के लिए ये कोट्स अपनों के साथ शेयर कर सकते हैं।

Kargil Vijay Diwas 2024

Kargil Vijay Diwas 2024

Kargil Vijay Diwas 2024 Quotes, Shayari: आज 26 जुलाई को देश 25वां कारगिल दिवस मना रहा है। यह दिन देश के वीर जवानों की शहादत को नमन करने का होता है। कारगिल दिवस के मौके पर हर साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति पर भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हैं। कारगिल दिवस के मौके पर पूरा देश कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों की बहादुरी और साहस को नमन करता है। बता दें कि साल 1999 में कारिगल युद्ध लगभग 60 दिनों तक चला था। इस युद्ध में देश के बहादुर जवानों ने पाकिस्तानी जवानों को धूल चटा दी थी। ऐसे में जब आज देश 25वां कारगिल दिवस मना रहा है तो इस मौके पर आप अपने करीबियों के साथ ये कोट्स शेयर कर सकते हैं।

कारगिल विजय दिवस कोट्स इन हिंदी - KARGIL VIJAY DIWAS QUOTES IN HINDI

1. या तो तिरंगा लहराकर आउंगा, या फिर उसमें लिपटकर आउंगा...

मगर वादा है मेरा वापस जरूर आउंगा

2. जब तक आप लगभग मर न जाए, तब तक आप कभी नहीं जीते।

जो लोग लड़ना चुनते हैं, जिंदगी उनके लिए अलग होती है

यह कभी सुरक्षित रहने वाले लोग नहीं जान पाते

3. बहादुरी का मतलब यह नहीं कि आपमें भय नहीं है

बहादुरी का मतलब है कि आपमें डर का सामना करने की क्षमता है

KARGIL VIJAY DIWAS Thoughts in Hindi

4. सैनिक इसलिए नहीं लड़ते कि उन्हें अपने सामने जो है, उससे नफरत है।

वे इसलिए लड़ते हैं क्योंकि उनके पीछे जो लोग है, उन्हें उनसे मोहब्बत है

5. वतन पर मिटने वालों का यही निशान बाकी होता है

सिर पर सेना की पगड़ी

और बदन पर तिरंगा का कफन होता है

6. किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूं,

मेरी नन्ही-सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूं

मुझे छाती से अपने तू लगा लेना ऐ भारत मां,

मैं अपनी मां की बांहों को तरसता छोड़ आया हूं

विजय दिवस की शुभकामनाएं 2024

7. वतन पर मिटने वालों का यही निशान बाकी होता है

सिर पर सेना की पगड़ी

और बदन पर तिरंगा का कफन होता है

8. किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूं,

मेरी नन्ही-सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूं

मुझे छाती से अपने तू लगा लेना ऐ भारत मां,

मैं अपनी मां की बांहों को तरसता छोड़ आया हूं

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Ritu raj author

शुरुआती शिक्षा बिहार के मुजफ्फरपुर से हुई। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके बाद पत्रकारिता की पढ़ाई के लिए नोएडा आय...और देखें

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