Holi 2023: यूपी के इस जेल में अरारोट से तैयार हो रहा है गुलाल, पालक मेथी चुकंदर से बनाए जा रहे हैं रंग

Holi 2023: योगी सरकार न केवल युवाओं को बल्कि जेल में बंद कैदियों को भी आत्मनिर्भर बनाने व उनकी दशा सुधारने के लिए प्रयास कर रही है। होली के त्योहार को देखते हुए अब कैदी हर्बल गुलाल बना रहे हैं। इस गुलाल को इको फ्रेंडली बनाने के लिए अरारोट और सब्जियों को मिलाकर तैयार किया जा रह है। गुलाल जेल के मुख्य द्वार पर 200 रुपये प्रति किलो मिलेगा।

अरारोट और सब्जी से गुलाल तैयार करते कैदी

मुख्य बातें
  • योगी सरकार जेल में कैदियों को बना रही है आत्मनिर्भर।
  • मथुरा जेल में कैदी अरारोट और सब्जी से तैयार कर रहे हैं गुलाल।
  • जेल के मुख्य द्वार पर 200 रुपये प्रति किलो मिलेगा गुलाल।

Mathura Holi 2023: विश्व प्रसिद्ध ब्रज के रंगोत्सव पर इस बार कैदियों द्वारा तैयार हर्बल गुलाल उड़ेगा। मथुरा के जिला कारागार में बंद 6 कैदियों द्वारा होली के लिए हर्बल गुलाल तैयार किया है। जो ईको फ्रेंडली के साथ- साथ आपकी त्वचा के लिए भी अनुकूल है। वहीं योगी सरकार की इस पहल से जेल में निरुद्ध कैदी भी आत्मनिर्भर बन रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेशभर में बने कारागारों को कौशल विकास मिशन के माध्यम से कैदियों को स्वावलंबी बनाया जा रहा है। मथुरा की जिला कारागार में जेल प्रशासन कौशल विकास मिशन के तहत कैदियों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिलाकर आत्मनिर्भर बनाने में जुटा हुआ है।

अरारोट में सब्जी मिलाकर बन रहा गुलाल

ब्रज की होली को और खास बनाने के लिए मथुरा जेल में बंद 6 कैदी खास गुलाल तैयार करने में जुटे हैं। जेल में अरारोट में सब्जियों को मिलाकर हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है। हर्बल गुलाल बनाने के लिए अरारोट में पालक को पीसकर उसमें से हरा रंग निकाल कर इसे तैयार किया जा रहा है। इसी तरह मेथी को पीसकर हल्का हरा रंग, चुकंदर को पीसकर लाल रंग, हल्दी पाउडर का प्रयोग कर पीला गुलाल तैयार किया जा रहा है। इसमें खुशबू बनी रहे इसके लिए इत्र मिलाया जा रहा है।

यहां उड़ता है हजारों कुंटल गुलाल

मथुरा जेल अधीक्षक ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि होली का त्योहार आते ही हर साल जेल में कई कुंतल गुलाल तैयार किया जाता है। जेल में बंद कैदी सोनू, सनी, रिंकू, अशरफ, विजय, हरेंद्र सिंह कई दिनों से हर्बल गुलाल तैयार करने में लगे हुए हैं। ब्रज में होली 40 दिनों तक खेली जाती है। यहां होली की शुरुआत बसंत पंचमी से हो जाती है। बसंत पंचमी से रंग गुलाल उड़ना शुरू होता है। 27 फरवरी को लड्डू मार और 28 फरवरी को बरसाने में लट्ठ मार होली मनाई जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक, होली पर ब्रज में हर साल हजारों कुंतल गुलाल उड़ाया जाता है।

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