International Hindi Diwas Poem: संस्कृत की बेटी है हिंदी.. अंतरराष्ट्रीय हिंदी दिवस पर करें हिंदी की इन कविताओं का पाठ, देखें हिंदी दिवस पर कविताएं

Hindi Diwas Poem (हिंदी दिवस की कविताएं): हर साल 10 जनवरी को वैश्विक स्तर पर हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी के प्रचार हेतु इसे दुनिया भर में खूब जोर शोर से मनाते हैं। हिंदी दिवस के अवसर पर यहां देखें हिंदी की कविताएं, हिंदी दिवस की कविता, हिंदी दिवस क्यों मनाते हैं।

Hindi Diwas Poem, poems for hindi diwas, international hindi day 2024

Hindi diwas poem international hindi day 2024 poem on hindi diwas hindi diwas ki kavita

Hindi Diwas Poem hindi Kavita (हिंदी दिवस की कविताएं): हर साल 10 जनवरी की तारीख पर वैश्विक स्तर पर (International Hindi Day) हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। भारत समेत दुनिया भर में हिंदी भाषा का प्रचार और प्रसार करने के उद्देश्य से इस दिन का आयोजन किया जाता है। विश्वभर में करोड़ों ऐसे लोग हैं, जो हिंदी के माध्यम (Hindi Poem) से बात चीत करते हैं। इस दिन स्कूल, दफ्तर आदि में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, ऐसे में अगर आप भी हिंदी दिवस के उपलक्ष में कुछ बहुत अच्छा करना चाहते हैं। तो हिंदी की ये कविताएं आपके मन को छू जाएंगी, देखें हिंदी दिवस (Hindi Diwas Poem) की कविता।

Hindi Diwas Poems in hindi, Hindi ki kavita

1. संस्कृत से जन्मी है हिन्दी,
शुद्धता का प्रतीक है हिन्दी ।
लेखन और वाणी दोनो को,
गौरान्वित करवाती हिन्दी ।
उच्च संस्कार, वियिता है हिन्दी,
सतमार्ग पर ले जाती हिन्दी ।
ज्ञान और व्याकरण की नदियाँ,
मिलकर सागर सोत्र बनाती हिन्दी ।
हमारी संस्कृति की पहचान है हिन्दी,
आदर और मान है हिन्दी ।
हमारे देश की गौरव भाषा,
एक उत्कृष्ट अहसास है हिन्दी ।।
2. माँ भारती के भाल का शृंगार है हिंदी
हिंदोस्ताँ के बाग़ की बहार है हिंदी,
घुट्टी के साथ घोल के माँ ने पिलाई थी
स्वर फूट पड़ रहा, वही मल्हार है हिंदी,
तुलसी, कबीर, सूर औ' रसखान के लिए
ब्रह्मा के कमंडल से बही धार है हिंदी
सिद्धांतों की बात से न होयगा भला
अपनाएँगे न रोज़ के व्यवहार में हिंदी
कश्ती फँसेगी जब कभी तूफ़ानी भँवर में
उस दिन करेगी पार, वो पतवार है हिंदी
माना कि रख दिया है संविधान में मगर
पन्नों के बीच आज तार-तार है हिंदी
सुन कर के तेरी आह 'व्योम' थरथरा रहा
वक्त आने पर बन जाएगी तलवार ये हिंदी
3. आसान होते संवाद मेरे,
जब कथन हिंदी में कहता हूं।
और लगे प्यारी मुझे ये,
जब हर शब्द इसका लिखता हूं।
गर्व है वर्णमाला पर इसकी,
कठिन है मगर आसान समझता हूं।
होता हूं आनंद विभोर मैं,
जब हर शब्द इसका पढ़ता हूं।
लगे आसान वेद पुराण उपनिषद,
जब हिंदी भाषा में सुनता हूं।
कोई ना संशय रहता मन में,
हर शब्द को भावार्थ में समझता हूं।
हर भाषा का एक स्वरूप होता है,
मैं हिंदी को निजी स्वरूप समझता हूं।
आसान होते संवाद मेरे,
जब कत्ल हिंदी में कहता हूं।
4. पड़ने लगती है पियूष की शिर पर धारा।
हो जाता है रुचिर ज्योति मय लोचन-तारा।
बर बिनोद की लहर हृदय में है लहराती।
कुछ बिजली सी दौड़ सब नसों में है जाती।
आते ही मुख पर अति सुखद जिसका पावन नामही।
इक्कीस कोटि-जन-पूजिता हिन्दी भाषा है वही।
5. हिन्दी मेरे रोम-रोम में,
हिन्दी में मैं समाई हूँ,
हिन्दी की मैं पूजा करती, हिन्दुस्तान की जाई हूँ..
सबसे सुन्दर भाषा हिन्दी,
ज्यों दुल्हन के माथे बिन्दी,
सूर, जायसी, तुलसी कवियों की, सरित-लेखनी से बही हिन्दी,
हिन्दी से पहचान हमारी, बढ़ती इससे शान हमारी,
माँ की कोख से जाना जिसको,
माँ,बहना, सखी-सहेली हिन्दी,
निज भाषा पर गर्व जो करते, छू लेते आसमान न डरते,
शत-शत प्रणाम सब उनको करते,
स्वाभिमान.. अभिमान है हिन्दी…
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | लाइफस्टाइल (lifestyle News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

    TNN लाइफस्टाइल डेस्क author

    अगर आप फैशनिस्टा हैं और फैशन की दुनिया के बेताज बादशाह बनना चाहते हैं या फिर लाइफस्टाइल से जुड़ी कोई भी रोचक खबरों को पढ़ना चाहते हैं तो आपको इस प्लेट...और देखें

    End of Article

    © 2024 Bennett, Coleman & Company Limited